रानीवाड़ा ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की कमी के चलते असुरक्षित यौन संबंध पर अंकुश लगाना आवश्यक है। जागरूकता की कमी के चलते यह बीमारी ग्रामीण क्षेत्रों में भी पैर पसार रही है। यह बात महिला मंडल बाड़मेर आगोर की आउटरिच वर्कर सुश्री उमा जांगीड़ ने कस्बे की कोट की ढाणी की गुंदिया नाड़ी में चल रहे नरेगा कार्यों पर कार्यरत श्रमिकों को कही। उन्होंने कहा कि एड््स की बीमारी लाइलाज है, इसका उपचार बचाव ही है। उन्होंने एड्स होने के कारणों व बचाव की विस्तृत में महिलाओं को जानकारी दी। संस्था के जिला समन्वयक भीमाराम माला ने कहा कि उनकी संस्था जिले की प्रत्येक गांव में हाई रिस्क क्षेत्र में लोगों को एचआईवी से बचाव को लेकर अभियान चला रही है।
उन्होंने महिलाओं को स्वंय सहायता समूह, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में, विकलांग प्रमाण-पत्र, बस व रेल पास, विधवा पेंशन व पालनहार योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। बैठक में सौ से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया।