नवगठित पंचायत समिति की साधारण सभा की पहली बैठक विधायक रतन देवासी की देखरेख व प्रधान श्रीमती राधादेवी देवासी की अध्यक्षता में हुई ।

विधायक ने बताया - रतन देवासी ने कहा कि कस्बे के सौंदर्यकरण को लेकर डीजाईन का कार्य पूरा हो चुका है। तीन चौराहै का निर्माण प्रथम चरण में होगा। समिति परिसर में शोपिंग कॉम्पलेक्श की डिजाईन का कार्य प्रगति पर है। परिसर में ही भव्य दरवाजा व सुलभ शौचालय का निर्माण करवाया जाएगा। उक्त निर्माण कार्य प्रसिद्ध आर्किटेक्ट के दिशा निर्देशन में नई आकर्षक डिजाईन में करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेयजल समस्या प्राकृतिक है। जिसके समाधान के लिए राज्य सरकार संवेदनशील है। कन्टेजेन्सी प्लॉन में ज्यादा से ज्यादा राशि आंवटित की गई है। शीघ्र ही ग्राम पंचायत के माध्यम से गांव गांव ढाणी ढाणी टंैंकर की व्यवस्था शुरू करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि पेयजल की समस्या अधिकतर गांवों में एवजी लाईनमेन के कारण पैदा हुई है। उनकों हटाने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा जाएगा। देवासी ने कहा कि पानी का दुरूपयोग रोकने के लिए फ्लाईंग की टीम गठित की गई है। जिसमें एसडीएम, एईएन, सरपंच व पुलिस विभाग संयुक्त रूप से कार्रवाई करेंगे। वणधर में ऑपनवेल स्वीकृत हो चुका है, शीघ्र ही कार्य शुरू होगा। जीएलआर में जलापूर्ति सूचारू रूप से करवाने के लिए अवैध कनेक्शन कटवाने के लिए शीघ्र ही अभियान शुरू किया जाएगा। नर्मदा से पेयजल लाने के लिए हमने मुख्यमंत्री से मिलकर निवेदन किया है, आशा है कि उक्त योजना शीघ्र ही स्वीकृत हो जाएगी। देवासी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू विद्युत आपूर्ति अब दोपहर 12 से 6 व शाम ६ से सुबह ६ बजे तक की जाएगी। प्रधानमंत्री मद से वंचित ढाणियों व गांवों को डामर सड़कों से जोड़ा जाएगा। इस सत्र में सात राउप्रावि को क्रमोन्नत किया गया है। साथ ही मालवाड़ा में विज्ञान संकाय व रानीवाड़ा कस्बे की बालिका विद्यालय में वाणिज्य संकाय शुरू किया गया है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत पौशाक वितरण व अग्रिशमन यंत्र की खरीद में पारदर्शिता नही होने से जांच करवाई जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के द्वारा अवैध प्रेक्टिस कर गरीब मरीजों को सीएचसी तक नही पहुंचने के मसले को गंभीरता से लेकर एसडीएम को जांच करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला व बालविकास विभाग के द्वारा 19 आंगनवाड़ी केंद्र व 14 मिनी आगंनवाड़ी केंद्र स्वीकृ त करवाए है, जिनमें कार्यकर्ताओं की भर्ति अतिशीघ्र की जाएगी। देवासी ने कहा कि पंचायत समिति परिसर में विकास वाटिका के रूप में सुंदर बगीचा बनाया जाएगा। साथ ही प्रधान के लिए नया भवन व सभा भवन में सभी सदस्यों के लिए माईक की व्यवस्था शीघ्र ही करवाई जा रही है। समिति की नीजि आय बढाने के लिए शौपिंग कॉम्पलेक्श बनाया जा रहा है।

बाद में एसडीएम कैलाशचंद्र शर्मा ने कहा कि फोटो पहचान पत्र का अभियान शुरू किया गया है। विभिन्न पंचायत मुख्यालय पर तय तिथि पर फोटो पहचान पत्र से वंचित लोग इसका लाभ ले सकते है। पंचायत मुख्यालयों पर राजीवगांधी ई केंद्र के भवन अगस्त से पूर्व निर्वित करने के निर्देश दिए। शर्मा ने कहा एसएसएफसी के द्वारा सभी पंचायतों को जनसंख्या अनुपात में राशि जारी की गई है। उक्त राशि को सरपंच पेयजल योजनाओं में ही खर्च कर सकते है। सरपंच चाहे तो उक्त राशि से हैडपंप, पाईप लाईन, हैडपंप पर मोटर लगाने जैसे कार्य कर सकते हैं। उन्हानें कहा कि एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है। जोकि ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत के माध्यम से टैंकर के द्वारा पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी।
पेयजल का मुद्दा गरमाया - जलदाय विभाग के सहायक अभियंता रामनिवास यादव ने पेयजल की समस्या व समाधान को लेकर ग्राम पंचायत वार विस्तार से जानकारी सदन को अवगत करवाई। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 11 ट्युबवेल व 34 हैडपंप तैयार करवाए गए है, जो सुचारू रूप से चल रहे है। इस दौरान पेयजल की समस्या को लेकर रानीवाड़ा सरपंच गोदाराम देवासी ने कस्बे के बाईपास पर ऑवर हैडटंैक, बडग़ांव रोड़ की भील बस्ती में पेयजल समस्या के बारे में जानकारी दी। जालेराकलां के डेलीगेट वागाराम ने तावीदर में पेयजल संकट का मुद्दा उठाया। रानीवाड़ा खुर्द सरपंच करमीराम ने सांईजी की बैरी के जीएलआर में लंबे समय से जलापूर्ति नही होने की बात कही। गांग सरपंच भूराराम ने गांग में एवजी लाईनमैन की शिकायत बताई। उन्होंने हिरपुरा, चिमनगढ लाईन पर अवैध कनेक्शन को हटाने की गुहार लगाई। कोटड़ा सरपंच सहीराम विश्रोई ने मौखातरा में एवजी लाईन मैन लगाने की शिकायत की। करवाड़ा डेलीगेट छगनाराम ने ढाणियों में पेयजल संकट के बारे में सदन को जानकारी दी। जाखड़ी सरपंच शांतादेवी दर्जी ने रेबारियों की ढाणी व चारणवास में पेयजल समस्या के बारे में कहा। जोडवास डेलीगेट पूरणसिंह देवड़ा ने नर्मदा का पानी उपलब्ध करवाने के लिए शीघ्र योजना स्वीकृत करवाने को लेकर सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव लेने की बात कही। धानोल सरपंच भीखाराम ने आठ स्कूलों में पेयजल संकट होने की बात कही। मालवाड़ा डेलीगेट दिवाली काबा ने मालवाड़ा कस्बे में ऑवर हैंड टैंक स्वीकृत करवाने की मांग रखी। आखराड़ में रेलवे स्टेशन के पास भीलों की ढाणी हैंडपंप खुदवाने की गुहार लगाई।
विद्युत पर छिडी बहस - विद्युत विभाग के कनिष्ठ सौरभसिंह ने विभाग के द्वारा चल रहे कार्यो के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष २०५ सामान्य श्रेणी के कनेक्शन, १८ एससी, ५७० कुटीर ज्योति व 4 जलदाय विभाग के नए कनेक्शन दिए गए है। मारूवाड़ा, सेवाड़ा व रानीवाड़ा खुर्द में 33केवी स्टेशन की प्रक्रिया चल रही है। बडग़ांव में 132 केवी स्टेशन 2 महिने में शुरू होने की संभावना है। धामसीन सरपंच बलवंत पुरोहित ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सिर्फ रात्री को ही घरेलू विद्युत आपूर्ति दी जा रही है, जिससे दिन को गर्मी के मौसम में लोगों को परेशान होना पड रहा है। धानोल सरपंच भीखाराम चौधरी ने जायद की फसल में पर्याप्त मात्रा में कृषि विद्युत आपूर्ति कराने का निवेदन किया। रानीवाड़ा सरपंच गोदाराम देवासी ने बीपीएल कनेक्शन के लिए नई फाईलें जमा कराने का मुद्दा उठाया, उन्होंने बताया कि विभाग के द्वारा नही ली जा रही है।

पीडब्ल्यूडी एईएन अमृतलाल वर्मा ने नरेगा सहित अन्य योजनाओं के तहत चल रहे कार्यो के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कस्बे के राउमावि खेल मैदान में 25 लाख रूपयें की लागत से स्टेडियम बनाया जाएगा। कृषि विभाग के कन्हैयालाल विश्रोई सरकार की योजनाओं के बारे में बताया। एसएसए के बीआरसीएफ तेजाराम ने विभाग की गतिविधियां, कम्प्यूटर शिक्षा, पौशाक वितरण, अग्रिशमन यंत्र, शौचालय निर्माण व छात्रवृतियों के बारे में जानकारी दी। सीडीपीओं संतोष शर्मा ने सुपरवाईजर की कमी की बात कही।
ऐतिहासिक बैठक - पंचायत समिति सभा भवन में आयोजित आज की बैठक
को ऐतिहासिक माना गया है। यह बैठक दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक आयोजित की गई। विधायक देवासी के दिशा निर्देशन में आयोजित इस बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को भारी कसरत करनी पडी। उन्होंने हर विभाग के अधिकारी को ग्राम पंचायत वार समस्या के समाधान को लेकर सवाल-जवाब किए। जलदाय विभाग पर चर्चा लगभग तीन घंटे तक चली। बैठक में महिला सदस्य घुंघट धारण किए चुपचाप बैठी रही।
सरपंच अंदर, प्रतिनिधि बाहर - बैठक में ऐसा पहली बार देखा गया कि इसमें किसी भी महिला जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि को प्रवेश नही दिया गया, सभी प्रतिनिधि सभा भवन के बाहर खडे रहे। कुछ ने विरोध भी जताया, परंतु सभाध्यक्ष ने उनकों प्रवेश नही दिया।