रानीवाड़ा।
तहसील क्षेत्र में एक ओर पर्वतीय तीर्थ स्थल विकसित होने जा रहा है। राज्य सरकार सहित जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से अतिशीघ्र रानीवाड़ा तहसील क्षेत्र के इस प्राचीन तीर्थ स्थल पर श्रद्धालुओं की काफी तादाद देखने को मिल सकेगी।
जानकारी के मुताबिक, सिलासन ग्राम पंचायत के चरपटिया गांव के पास स्थित सोमेरा पर्वत पर प्राचीन तीर्थ के रूप में सौमेरी माता का मंदिर आया हुआ है। चारों ओर हरियाली से आच्छादित पर्वतों के बीच आए हुए इस मंदिर की छटा देखने को बनती है। अभी भी इस तीर्थ पर काफी तादाद में श्रद्धालु दर्शनार्थ आते रहते है, परंतु मूलभुत सुविधाओं के अभाव में मंदिर के दर्शन काफी दुर्गम होने की वजह से श्रद्धालुओं की तादाद में वृद्धि नही हो पा रही है।
स्थानीय विधायक रतन देवासी के प्रयासों से इस तीर्थ स्थल का कायाकल्प होने जा रहा है। विद्युत व पैयजल व्यवस्था से वंचित इस तीर्थ स्थल को इन सुविधाओं से परिपूर्ण किया जा रहा है। इस कार्य के लिए पेयजल विभाग ने दो दिन पूर्व ही ८.५० लाख रूपए की लागत से तलहटी पर नलकूप खुदवाया दिया है। जिसमें अपार जल संपदा प्राप्त हुई है। इस नलकूप को अतिशीघ्र विद्युतिकृत भी कर दिया जाएगा। यह सुविधा होने से इस तीर्थ का विकास दिन दिनू रात चौगुनी गति से हो सकेगा। इसी तरह ग्राम पंचायत ने बीआरजीएफ योजना के तहत छ: लाख रूपए खर्च कर कुछ ऊंचाई तक सीढिय़ों का निर्माण पूर्ण करवा दिया है। विधायक की अनुशंषा पर चरपटिया गांव से माताजी की तलहटी तक ५२ लाख रूपए की लागत का डामर सड़क का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। शैष रही ५०० मीटर की डामर सड़क के कार्य भी स्वीकृत होकर निविदा प्रक्रिया में है।
इस तरह उपरोक्त सुविधाएं होने पर श्रद्धालु आसानी से पर्वत पर स्थित सौमेरी माता के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर तक पेयजल व विद्युत की व्यवस्था विधायक कोष से राशि खर्च कर की जाएगी। तथा पानी व बिजली की सुविधा होने पर इस तीर्थ स्थल का चहुमुखी विकास के लिए अन्य दानदाता भी सहयोग करने आगे आ सकेंगे। ग्रामीणों की मांगों पर मंदिर के पास सामुदायिक सभा भवन का निर्माण भी करवाने का विधायक ने आश्वासन दिया है। इस तरह यह तीर्थ विकसित होने पर गुजरात से सुंधामाता आने वाले दर्शनार्थी इस तीर्थ का भी दर्शन कर सकेंगे। विधायक रतन देवासी ने बताया कि सुंधा से यहां आने के लिए डाडोकी से चरपटिया कच्चे मार्ग को डामरीकृत करने का कार्य भी सरकार से स्वीकृत करवा दिया गया है। अब अगले साल साईंजी की बैरी से डाडोकी के बीच स्थित ग्रेवल सड़क को डामरीकरण में तबदील कर दिया जाएगा, ताकि रानीवाड़ा से सौमेरी माता होते हुए श्रद्धालु सुंधामाता तीर्थ स्थल तक आसानी से पहुंच सकेंगे। चरपटिया सहित आसपास के दर्जनों गांव के लोगों ने इस तीर्थ को विकसित कराने में विधायक के सहयोग को लेकर आभार जताया है।