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Friday 20 August 2010

पांच डायरेक्टर निर्विरोध निर्वाचित

रानीवाड़ा
जालोर-सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. द्वारा संचालित जसमूल डेयरी में चल रही चुनावी प्रक्रिया के तहत गुरुवार को कई उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र वापस लेकर चुनावी तस्वीर को स्पष्ट कर दिया है। निर्वाचन अधिकारी सोहनलाल लखानी ने बताया कि बुधवार शाम तक 11 निदेशक पद के चुनाव को लेकर २५ नामांकन पत्र दाखिल हुए। नामांकन के अंतिम दिन वार्ड संख्या 1 से जोगसिंह बालोत, वार्ड संख्या 3 से केसाराम विश्रोइ, वार्ड संख्या 5 से मुकनाराम चौधरी, वार्ड संख्या 6 से रणजीतसिंह देवड़ा व पिछड़ा वर्ग से वगताराम देवासी पाल निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए। 

इस तरह कुल ५ प्रत्याक्षी निर्विरोध निर्वाचित हुए हंै। उन्होंने बताया कि वार्ड संख्या 2 में जलालखां व ईश्वरसिंह, वार्ड संख्या 4 में जेठाराम व तगसिंह, वार्ड संख्या 7 से महेंद्रसिंह व करणसिंह, महिला आरक्षित वार्ड में नैनुदेवी रूपावटी व ऐलसीदेवी, अनुसूचित जाति आरक्षित वार्ड से लखमाराम व समंदरदेवी एवं अनुसूचित जनजाति आरक्षित वार्ड से जुआराराम व शंकरलाल चुनावी मैदान में है। निदेशक पद के लिए २६ अगस्त को चुनाव करवाए जाएंगे तथा चेयरमैन पद का चुनाव २७ अगस्त को होगा।

मजदूरी से वंचित

रानीवाड़ा !
धानोल गांव में महानरेगा के श्रमिकों को दो माह से मजदूरी का भुगतान नहीं होने से उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर अतिशीघ्र मजदूरी दिलाने की मांग की है। कांग्रेस के ब्लॉक उपाध्यक्ष बगदाराम घांची ने बताया कि ग्राम पंचायत के खाते में श्रमिकों की मजदूरी जमा होने के उपरांत श्रमिकों को पंचायत की निष्क्रियता के चलते समय पर मजदूरी का भूगतान नही हो रहा है। जिससे मजदूरों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

Thursday 19 August 2010

जसमूल डेयरी में चुनावी चहल पहल

रानीवाड़ा
जसमूल डेयरी में अध्यक्ष व निदेशक पद के लिए नाम निर्वाचन प्रक्रिया बुधवार को शुरू हुई। नाम निर्देशन पत्रों की जांच के बाद २५ उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दिया गया है। नाम वापसी गुरुवार को होगी। चुनाव में कई दिग्गज महारथी चेयरमैन बनने की जुगाड़ में लगे हुए है। इस बीच पूर्व चेयरमैन जोगसिंह बालोत डायरेक्टर पद पर निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हंै।

राजस्थान राज्य सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जालोर सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ द्वारा संचालित जसमूल डेयरी के संचालक मंडल एवं उनके पदाधिकारियों के निर्वाचन के लिए निर्वाचन अधिकारी सोहनलाल लखानी ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के तहत दोपहर 12 बजे तक नामांकन जमा किए गए। इसके बाद प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की जांच की गई जिसमें २५ नाम निर्देशन पत्र सही पाए गए।

उन्होंने बताया कि नाम वापसी गुरूवार दोपहर 2 बजे तक हो सकेगी। इसके बाद चुनाव में भाग लेेने वाले उम्मीदवारों की सूची का प्रकाशन शाम 5 बजे तक कर दिया जाएगा। अगर आवश्यक हुआ तो मतदान 26 अगस्त को सवेरे 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा। इसके तुरंत बाद मतगणना कर निर्वाचित संचालक मंडल पदाधिकारियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे। निर्वाचित संचालक मंडल सदस्यों द्वारा डेयरी के अध्यक्ष का निर्वाचन 27 अगस्त को किया जाएगा।

महारथियों का भविष्य दांव पर : जसमूल डेयरी जालोर-सिरोही जिले में कार्यरत है। डेयरी के इस बार के चुनावों में कई दिग्गज अपना भाग्य आजमा रहे हैं। पूर्व चैयरमेन जोगसिंह बालोत डायरेक्टर पद पर निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हंै। अब उनकी नजर अध्यक्ष पद पर है। इधर, पूर्व मंत्री अर्जुनसिंह देवड़ा के भाई रणजीतसिंह भी वार्ड संख्या ६ से उम्मीदवारी दर्ज कराकर बालोत के समीकरण गडबड़ा दिए है। कई बार डायरेक्टर रह चुके वगताराम पाल भी अध्यक्ष पद के लिए चुनौती दे रहे हैं। सिरोही जिले से महेंद्रसिंह राड़बर भी चैयरमेन की दौड़ में शामिल हैं।


चार दशक पुरानी है डेयरी

सन् १९७० में पंजाबी उद्योगपति सिक्का द्वारा स्थापित एवं जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह द्वारा उद्घाटित इस डेयरी का प्रारम्भिक दौर सघर्ष में गुजरा। कुछ समय तक टाटा ग्रुप ने भी संभाला, बाद में १९७५ में सरकार ने इसको अधिग्रहित कर जसमूल संघ बनाया। डेयरी से जालोर सिरोही जिलों के लाखों दुग्ध उत्पादक सीधे रूप से जुडे हुए हैं। वर्तमान में चार सौ से ज्यादा समितियां पंजिकृत हंै। रानीवाड़ा डेयरी का घी दक्षिण भारत के प्रवासी लोगों में लोकप्रिय माना जाता है। कभी देश में प्रथम स्थान पर रहने वाले इस संस्थान के बारे में आरएएस परीक्षा में भी सवाल पूछे जाते हैं। इस समय यहां से ३५ हजार लीटर दूध का संग्रहण कर २५ हजार लीटर दूध विभिन्न शहरों में वितरित किया जा रहा है।

-जसमूल डेयरी में चुनाव पारदर्शिता से शांतिपूर्वक करवाए जा रहे हंै। निर्देशन पत्रों की जांच के बाद नाम वापसी गुरूवार को होगी। आवश्यक हुआ तो चुनाव करवाऐंगे।

- एम.एल. गरवा, प्रबंध संचालक जसमूल डेयरी

Wednesday 18 August 2010

गांवों में मलेरिया की आशंका

रानीवाड़ा
कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह हुई भारी बारिश के कारण अब क्षेत्र में मलेरिया फैलने की आशंका बढ़ गई है। क्षेत्र में जब-जब भी भारी बारिश हुई है, तब-तब मलेरिया ने अपने पांव पसारे हैं। इस वर्ष भी क्षेत्र के सभी गांवों में भारी बारिश होने से जगह-जगह पानी जमा पड़ा है। कस्बे में मिस्त्री कॉलोनी में सर्वाधिक दूषित पानी का भराव हुआ है। इसके अलावा सरकारी अस्पताल, सांचौर रोड़, मेघवालों का वास, भील कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी, आखरिया क्षेत्र एवं कस्बे के आसपास स्थित कई बड़े तालाबों, खड़ीनों व खेतों में लम्बे चौड़े भू-भाग में पानी भरा हुआ पड़ा है। ऐसे में इन जगहों पर मलेरिया के मच्छर पनपने की प्रबल आशंका है।

संवेदनशील क्षेत्र

मलेरिया को लेकर यदि गत वर्षो की स्थिति पर नजर डालें तो क्षेत्र के ऐसे कई गांव हैं, जिसके आसपास क्षेत्र मे लम्बे चौड़े भू-भाग पर पानी का भराव स्थल है। उन गांवों में सर्वाधिक मलेरिया के रोगी पाए गए हैं। सूरजवाड़ा, रोड़ा, डूंगरी, कैर, धूलिया ग्राम पंचायतों के गांवों मे मलेरिया का सर्वाधिक प्रकोप देखने को मिला था। ये क्षेत्र मलेरिया के लिहाज से अतिसंवेदनशील क्षेत्र माने जाते हंै, लेकिन इन गांवों में कहीं पर भी मलेरिया के बचाव नियंत्रण को लेकर अब तक कोई पहल चिकित्सा विभाग की ओर से शुरू नहीं की गई है। रानीवाड़ा सरपंच गोदाराम देवासी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को ज्ञापन प्रेषित कर क्षेत्र में डीडीटी छिड़काव करने, पानी भराव स्थल में टेमोफोस व अन्य कीट नाशक दवाईयां डालकर मलेरिया को फैलने से रोकने के उपाय करने की मांग की है। इस बीच ब्लॉक सीएमओ डॉ.चौहान ने बताया कि डीडीटी का छिड़काव पर्याप्त मात्रा में करवा दिया गया है।

शिक्षकों के रिक्त पद को लेकर दिया ज्ञापन

रानीवाड़ा
निकटवर्ती सिलासन के रामावि में शिक्षक की समस्याओं को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। 
समाजसेवी उकसिंह परमार ने बताया कि नव क्रमोन्नत रामावि में वर्तमान में 3 अध्यापक कार्यरत हंैं, जिसमें दसवीं तक की कक्षाएं संचालित की जा रही हंै। लगभग 300 से ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हंै। मात्र 3 शिक्षक होने की वजह से शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है। इसमें से एक शिक्षक को तो भारत साक्षरता कार्यक्रम में लगा रखा है। ऐसी स्थिति में विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में लग रहा है। ग्रामीणों ने अतिशीघ्र शिक्षकों के रिक्त पद भरने का निवेदन किया है। इस अवसर पर वरदाराम माली, बगदाराम, हीरसिंह, सादूलाराम, नागजी, भोमाराम भील, कांतिलाल, सांवलाराम संत, शंकराराम, सोनाजी, करणाराम लुहार, मूलाजी मेघवाल, मानसिंह सहित कई जने उपस्थित थे।

शिक्षक संघ की बैठक कल

रानीवाड़ा! राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ उपशाखा रानीवाड़ा की बैठक गुरुवार को ब्लॉक अध्यक्ष रघुनाथ जांगु की देख-रेख में कस्बे की राउप्रावि में होगी। ब्लॉक मंत्री ओखाराम देवासी ने बताया कि 30 अप्रेल को संघ के प्रतिनिधियों के साथ बीईईओ की हुई समझौता वार्ता के दौरान हुई वार्ता में संवादहिनता व लंबित कार्यों के प्रति उदासीनता को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में प्रदेश कोषाध्यक्ष महादेवाराम देवासी, प्रदेश संयुक्त मंत्री भागीरथ करवाड़सरा, जिलाध्यक्ष पूनमाराम सारण, जिला मंत्री लखमाराम चौधरी, वरिष्ठ शिक्षक नैता जोगाराम सुथार समेत कई जने भाग लेंगे।

३४ अतिरिक्त कक्षा-कक्षों की स्वीकृति जारी

रानीवाड़ा! सर्व शिक्षा अभियान के तहत कक्षा-कक्षों के निर्माण की स्वीकृतियां जारी हुई हैं। बीआरपी भंवरसिंह राव ने बताया कि विधायक रतन देवासी की अनुशंषा एवं सर्व शिक्षा की ब्लॉक शिक्षा समिति की अध्यक्षा राधादेवी के अनुमोदन से क्षेत्र में ३४ अतिरिक्त कक्षा-कक्षों के निर्माण की स्वीकृति जारी हुई है। प्रतिकक्ष पर २.३० लाख खर्च किए जाएंगेे। इसके अलावा 60 हजार रूपए की लागत से चार वर्षा संग्रहण टांके बनाए जाएंगे। केजीबी में पेयजल की व्यवस्था को लेकर एक लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।

ढीले पड़े मानसून के तेवर

रानीवाड़ा ! उपखंड में कुछ समय से सक्रिय मानूसन के तेवर ढीले पडऩे लगे हंै। अब तक उपखंड के विभिन्न ग्रामीणांचलों में सक्रिय मानसून मंगलवार को एकदम कमजोर पड़ गया। क्षेत्र में भी दिन भर उमस रहने से गर्मी का असर अधिक नजर आया। उमस के कारण लोगों के पसीने छूटते रहे। क्षेत्र में सुबह के समय मौसम साफ रहने के साथ ही तेज धूप खिली और उमस के कारण गर्मी का असर बढ़ गया। सुणतरनगरी में सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आया। तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आया। पूरे दिन उमस रहने से लोगों की परेशानियां बढ़ गईं। दोपहर के समय तीखी धूप लोगों को चुभने लगी और गर्मी का असर अधिक नजर आया। जिले में सर्वाधिक बरसात रानीवाड़ा में ही ९०४ मिमी रिकॉर्ड की गई है। किसानों ने खरपतवार निकालनी शुरू कर दी है।