रानीवाड़ा(17.07.2010)
शिक्षा विभाग ने पाठ्यक्रम का पैटर्न बदलने के फरमान तो जारी कर दिए परंतु सिस्टम में बदलाव नही आया है। जुलाई माह की पहली तारीख से पढ़ाई शुरू होना सपना ही रह गया है। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर पर विद्यार्थियों के पास अभी तक किताबें ही नहीं पहुंची है। जिसके कारण छात्र छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सीबीएसई की तर्ज पर अप्रेल माह में शिक्षा सत्र शुरू करने के पीछे तर्क यह दिया गया था कि प्रवेश की प्रक्रिया गर्मियों की छुट्टियों से पहले पूरी हो जाए ताकि जुलाई माह की पहली तिथि से ही विद्यालयों में अध्ययन शुरू हो सके। सरकारी विद्यालय अभी भी पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर की पुस्तकें तहसील मुख्यालयों तक नहीं पहुंची हैं।
बीते पंद्रह दिन से विद्यालयों में पढ़ाई नहीं हो रही है और आगामी पंद्रह दिन तक भी पढ़ाई की उम्मीद नहीं की जाए क्योंकि किताबें विद्यालयों तक कब पहुंचेगी, इस संबंध में विभाग ने कोई कार्यक्रम तय नहीं किया है। इस ऊहापोह में पूरा जुलाई महीना निकल जाने की संभावना है।
इतना ही नहीं निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों के सामने भी पुस्तकों का संकट बरकरार है। काफी जनों ने जोधपुर व पाली से पुस्तकें खरीद कर मंगवाई हैं।
Hot News अभी - अभी
Saturday, 17 July 2010
परिवार नियोजन शिविर आयोजित
रानीवाड़ा!(17.07.2010) कस्बे की सीएचसी में शुक्रवार को नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया। ब्लॉक सीएमओ डॉ. आत्माराम चौहान ने बताया कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत आयोजित इस शिविर में सर्जन डॉ. प्रेमराज परमार ने ९५ महिलाओ एवं २ पुरूषों की नसबंदी की गई। विश्व जनसंख्या सप्ताह के तहत अभी तक ब्लॉक में ११० नसबंदी के ऑपरेशन किए गए है। शिविर में लक्ष्मीचंद, नरपतराम और महावीरसिंह सहित कई जनों ने सहयोग दिया।
नोडल अधिकारियों की बैठक 19 को
रानीवाड़ा ! शैक्षणिक गतिविधियों पर मोनिटरिंग को लेकर नोडल अधिकारियों की बैठक 19 जुलाई को पंचायत समिति सभा भवन में होगी। बीईईओ तोलाराम राणा ने बताया कि सातवीं कक्षा के सामान्य वर्ग के ऐसे छात्र-छात्रा जिन्होंने ७० प्रतिशत एवं एससी एसटी वर्ग में 55 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है, उनकी सूची बैठक में लानी आवश्यक है। इसी तरह एससी, एसटी, ओबीसी एवं अस्वच्छता का कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं की सूची, जुलाई 2010 की अध्यापक उपस्थिति एवं नामांकन सूचना, गत वर्ष की राष्ट्रीय पोषाहार कार्यक्रम में प्राप्त गेहूं, चावल एवं प्राप्त राशि की सूचना, 1 अप्रेल 2010 को विद्यालय में अवशष गेहूं, चावल एवं राशि की सूचना व एमडीएम में हैल्पर की सूचना निर्धारित प्रपत्र में संस्थाप्रधान एवं पोषाहार प्रभारी के मोबाइल नंबर व नाम सहित कार्यालय में जमा करानी आवश्यक है। सही समय पर उक्त जानकारी संकलित करवाने पर अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
Friday, 16 July 2010
किसानसंघ ने दिया ज्ञापन
रानीवाड़ा(16.07.2010)
क्षेत्र के किसानों की कई समस्याओं को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। विभागाध्यक्ष सोमाराम चौधरी ने बताया कि नए कृषि कनेक्शन में विभाग के द्वारा फव्वारा सेट व ३ स्टार विद्युत मोटर की खरीद अनिवार्य करने से किसानों पर आर्थिक भार बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि बूंद-बंूद सिंचाई की पद्धति नरम कृषि भूमि में ही संभव है। रानीवाड़ा तहसील के अधिकांश खेतों में काली कठोर मिट्टी होने की वजह से यह सिस्टम सफल नहीं हो पाएगा। चौधरी ने नए बिजली कनेक्शनों में सरलीकरण करने का निवेदन किया है।
तहसील अध्यक्ष सेणीदान चारण ने बताया कि क्षेत्र में मौसम की अच्छी बरसात होने की वजह से किसानों ने बाजार से हाईब्रिड बाजरा खरीदकर बुवाई की है, लेकिन किसानों को नकली बीज दिए गए हैं। खेतों में बाजरे की फसल जमीन से बाहर भी नहीं आई है। ऐसे आरोपी बीज विक्रताओं के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निवेदन किया है। इस अवसर पर काफी तादाद में संघ के सदस्य व किसान उपस्थित थे।
क्षेत्र के किसानों की कई समस्याओं को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान संघ ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। विभागाध्यक्ष सोमाराम चौधरी ने बताया कि नए कृषि कनेक्शन में विभाग के द्वारा फव्वारा सेट व ३ स्टार विद्युत मोटर की खरीद अनिवार्य करने से किसानों पर आर्थिक भार बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि बूंद-बंूद सिंचाई की पद्धति नरम कृषि भूमि में ही संभव है। रानीवाड़ा तहसील के अधिकांश खेतों में काली कठोर मिट्टी होने की वजह से यह सिस्टम सफल नहीं हो पाएगा। चौधरी ने नए बिजली कनेक्शनों में सरलीकरण करने का निवेदन किया है।
तहसील अध्यक्ष सेणीदान चारण ने बताया कि क्षेत्र में मौसम की अच्छी बरसात होने की वजह से किसानों ने बाजार से हाईब्रिड बाजरा खरीदकर बुवाई की है, लेकिन किसानों को नकली बीज दिए गए हैं। खेतों में बाजरे की फसल जमीन से बाहर भी नहीं आई है। ऐसे आरोपी बीज विक्रताओं के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने का निवेदन किया है। इस अवसर पर काफी तादाद में संघ के सदस्य व किसान उपस्थित थे।
अतिक्रमण हटाने की मांग
रानीवाड़ा निकटवर्ती चितरोड़ी ग्राम पंचायत के वाड़ाभोजा के ग्राम में कुछ लोगों ने तहसीलदार रानीवाड़ा को पत्र प्रेषित कर गोचर भूमि पर अतिक्रमण कर बेचने की शिकायत की है। समाजसेवी विक्रमसिंह ने बताया कि गांव की गोचर भूमि में कुछ प्रभावशाली लोगों ने कब्जा कर प्लॉटिंग की है। कुछ भू-खंड बिक्री भी कर दिए गए है।
एसडीएमसी की जगह अब एसएमसी
रानीवाड़ा
राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब सभी विद्यालयों में एसडीएमसी के स्थान पर एसएमसी का गठन होगा। बीआरसीएफ तोलाराम राणा ने बताया कि सरकारी निर्देशों के तहत संस्था प्रधान 27 जुलाई से पूर्व एसएमसी का गठन कर नोडल अधिकारी के माध्यम से एसएसए कार्यालय में संकलित करवाना आवश्यक है। एसएमसी में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर अभिभावकों का मनोनयन किया जाएगा। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय जालेरा कलां में भी एसएमसी का पुर्न गठन करने के लिए गोरखाराम सुथार को अधिकृत किया गया है। एसएसए के आरपी भंवरसिंह राव ने समस्त सीआरसीएफ को निर्देशित कर समस्त सरकारी विद्यालयों में एसएमसी का गठन कर निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
राज्य सरकार के निर्देशानुसार अब सभी विद्यालयों में एसडीएमसी के स्थान पर एसएमसी का गठन होगा। बीआरसीएफ तोलाराम राणा ने बताया कि सरकारी निर्देशों के तहत संस्था प्रधान 27 जुलाई से पूर्व एसएमसी का गठन कर नोडल अधिकारी के माध्यम से एसएसए कार्यालय में संकलित करवाना आवश्यक है। एसएमसी में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर अभिभावकों का मनोनयन किया जाएगा। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय जालेरा कलां में भी एसएमसी का पुर्न गठन करने के लिए गोरखाराम सुथार को अधिकृत किया गया है। एसएसए के आरपी भंवरसिंह राव ने समस्त सीआरसीएफ को निर्देशित कर समस्त सरकारी विद्यालयों में एसएमसी का गठन कर निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
Thursday, 15 July 2010
दी जाएगी आयरन की गोली
रानीवाड़ा ! राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार पंचायत समिति की समस्त सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बालिकाओं को आयरन की गोली का वितरण किया जाएगा। राउमावि के प्रधानाचार्य एवं नोडल अधिकारी किशनलाल कोली ने बताया कि यूनिसेफ के सौजन्य से 10 से 19 वर्ष की बालिकाओं को आयरन की गोली वितरित करने के दिशा निर्देश का फोल्डर दिया गया है। उसी के अनुसार गोली का सेवन करना आवश्यक है। फोल्डर राउमावि रानीवाड़ा में उपलब्ध है एवं गोली संबंधित गांव की एएनएम के पास उपलब्ध करवाई गई है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के हुए चुनाव
रानीवाड़ा(15.07.2010)
रानीवाड़ा ब्लॉक कांग्रेस के चुनाव बीआरओ हिरालाल बोहरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए। इस अवसर पर काफी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं व प्राथमिक सदस्यों ने भाग लिया। इससे पूर्व बोहरा ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान उपजिला प्रमुख मूलाराम राणा व रानीवाड़ा सरपंच गोदाराम देवासी ने बैठक में आम सहमति बनाकर विधायक रतन देवासी के प्रति निष्ठा जताते हुए उन्हें निर्वाचन के लिए अधिकृत करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस पर मांगीलाल गुलसर व वागाराम जाट ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर ध्वनिमत से पारित किया। इस अवसर पर देवासी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह परिपाटी रही है कि सर्वसम्मति व लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव सम्पन्न करवाए। इस अवसर पर निवर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष नागजीराम भील, जयकिशन, सांवताराम, सुजानाराम, मंछाराम परिहार, सज्जनसिंह राव, रहमान भाई मुसला, छगनाराम मेघवाल, वेलाराम भील, सांचौर उपप्रधान दरगाराम, हरजीराम देवासी, कृष्ण पुरोहित, परसराम ढाका, गणपत करवाड़ा, पूनमाराम सांकड, अमलूराम दाता, मंगलाराम सेवाड़ा, रवाराम पाल, अंबालाल जीनगर, ईश्वर महेश्वरी सहित कई जनों ने भाग लिया।
रानीवाड़ा ब्लॉक कांग्रेस के चुनाव बीआरओ हिरालाल बोहरा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए। इस अवसर पर काफी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं व प्राथमिक सदस्यों ने भाग लिया। इससे पूर्व बोहरा ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान उपजिला प्रमुख मूलाराम राणा व रानीवाड़ा सरपंच गोदाराम देवासी ने बैठक में आम सहमति बनाकर विधायक रतन देवासी के प्रति निष्ठा जताते हुए उन्हें निर्वाचन के लिए अधिकृत करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस पर मांगीलाल गुलसर व वागाराम जाट ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर ध्वनिमत से पारित किया। इस अवसर पर देवासी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह परिपाटी रही है कि सर्वसम्मति व लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव सम्पन्न करवाए। इस अवसर पर निवर्तमान ब्लॉक अध्यक्ष नागजीराम भील, जयकिशन, सांवताराम, सुजानाराम, मंछाराम परिहार, सज्जनसिंह राव, रहमान भाई मुसला, छगनाराम मेघवाल, वेलाराम भील, सांचौर उपप्रधान दरगाराम, हरजीराम देवासी, कृष्ण पुरोहित, परसराम ढाका, गणपत करवाड़ा, पूनमाराम सांकड, अमलूराम दाता, मंगलाराम सेवाड़ा, रवाराम पाल, अंबालाल जीनगर, ईश्वर महेश्वरी सहित कई जनों ने भाग लिया।
धार्मिक साहित्य की स्टॉल शुरू
रानीवाड़ा!14.07.2010
पवित्र ग्रंथ यथार्थ गीता को लेकर स्वामी अडगडानंद महाराज का साहित्य अब कस्बे में उपलब्ध हो सकेगा। यहां सांचोर रेलवे क्रासिंग के सामने यथार्थ गीता स्टॉल का शुभारंभ एसडीएम कैलाशंचंद्र ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वामी के द्वारा रचित दुर्लभ साहित्य की उपलब्धता से धर्मप्रेमी लोगों को आसानी हो सकेगी। फुलसिंह जाखड़ी ने बताया कि श्रीमद् भागवत गीता पर स्वामीजी ने 14 हजार से अधिक टीकाएं लिखी हंै। इस अवसर पर पुरेश पटेल, जयराम पुरोहित, मदनलाल माहेश्वरी, मुकेशकुमार ग्रामसेवक, पारसमल ग्रामसेवक, जवानसिंह सहित कई जने मौजूद थे।
पवित्र ग्रंथ यथार्थ गीता को लेकर स्वामी अडगडानंद महाराज का साहित्य अब कस्बे में उपलब्ध हो सकेगा। यहां सांचोर रेलवे क्रासिंग के सामने यथार्थ गीता स्टॉल का शुभारंभ एसडीएम कैलाशंचंद्र ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वामी के द्वारा रचित दुर्लभ साहित्य की उपलब्धता से धर्मप्रेमी लोगों को आसानी हो सकेगी। फुलसिंह जाखड़ी ने बताया कि श्रीमद् भागवत गीता पर स्वामीजी ने 14 हजार से अधिक टीकाएं लिखी हंै। इस अवसर पर पुरेश पटेल, जयराम पुरोहित, मदनलाल माहेश्वरी, मुकेशकुमार ग्रामसेवक, पारसमल ग्रामसेवक, जवानसिंह सहित कई जने मौजूद थे।
संगठन चुनाव आज, तैयारियां पूरी
रानीवाड़ा
विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस संगठन के चुनाव बुुधवार को संपन्न कराए जाएंगे। ब्लॉक कांग्रेस सचिव अंबालाल जीनगर ने बताया कि रानीवाड़ा विधानसभा को दो ब्लॉक में विभाजित किया गया है। रानीवाड़ा ब्लॉक के लिए चुनाव प्रक्रिया सुबह १० बजे कस्बे के कांग्रेस कार्यलय में बीआरओ हीरालाल बोहरा एवं आसुराम देवासी के सानिध्य में शुरू होगी। इसी तरह जसवंतपुरा कस्बे में दोपहर ३ बजे चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी।
ब्लॉक का परिसीमन : रानीवाड़ा की १७ व सांचौर पंचायत समिति की ८ ग्राम पंचायतों को मिलाकर रानीवाड़ा ब्लॉक का एवं जसवंतपुरा की ११ व रानीवाड़ा पंचायत समिति की १३ ग्राम पंचायतों को मिलाकर जसवंतपुरा ब्लॉक बनाया गया है। विधानसभा में इस समय ४९ ग्राम पंचायतें हैं। इस तरह रानीवाड़ा ब्लॉक में २५ व जसवंतपुरा ब्लॉक में २४ ग्राम पंचायतें शामिल हो रहीं हैं। ब्लॉक निर्वाचन अधिकारी हीरालाल बोहरा ने बताया कि रानीवाड़ा व जसवंतपुरा में चुनाव प्रक्रिया के तहत निष्पक्ष निर्वाचन करवाए जाएंगे। पार्टी का कोई भी आधिकारिक सदस्य चुनाव में भाग ले सकता है।
विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस संगठन के चुनाव बुुधवार को संपन्न कराए जाएंगे। ब्लॉक कांग्रेस सचिव अंबालाल जीनगर ने बताया कि रानीवाड़ा विधानसभा को दो ब्लॉक में विभाजित किया गया है। रानीवाड़ा ब्लॉक के लिए चुनाव प्रक्रिया सुबह १० बजे कस्बे के कांग्रेस कार्यलय में बीआरओ हीरालाल बोहरा एवं आसुराम देवासी के सानिध्य में शुरू होगी। इसी तरह जसवंतपुरा कस्बे में दोपहर ३ बजे चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी।
ब्लॉक का परिसीमन : रानीवाड़ा की १७ व सांचौर पंचायत समिति की ८ ग्राम पंचायतों को मिलाकर रानीवाड़ा ब्लॉक का एवं जसवंतपुरा की ११ व रानीवाड़ा पंचायत समिति की १३ ग्राम पंचायतों को मिलाकर जसवंतपुरा ब्लॉक बनाया गया है। विधानसभा में इस समय ४९ ग्राम पंचायतें हैं। इस तरह रानीवाड़ा ब्लॉक में २५ व जसवंतपुरा ब्लॉक में २४ ग्राम पंचायतें शामिल हो रहीं हैं। ब्लॉक निर्वाचन अधिकारी हीरालाल बोहरा ने बताया कि रानीवाड़ा व जसवंतपुरा में चुनाव प्रक्रिया के तहत निष्पक्ष निर्वाचन करवाए जाएंगे। पार्टी का कोई भी आधिकारिक सदस्य चुनाव में भाग ले सकता है।
Tuesday, 13 July 2010
जनसेवकों की भूख
जनसेवा के नाम पर चुनाव जीतकर संसद-विधानसभाओं मे जाने वाले हमारे जनप्रतिनिधि लगता है सेवा की बजाय सुविधाओं को अधिक तवज्जो देने लगे हैं। सब कुछ सरकार के माथे, यानी जनता के पैसों पर! वेतन-भत्ते बढ़ाने की बातें हों या सुविधाओं में इजाफे की, सब जनप्रतिनिधि राजनीतिक विचारधारा की दीवारें गिराकर एक हो जाते हैं। हाल में वेतन-भत्ते बढ़ाने की सिफारिश कर चुकी संसदीय समिति ने अब सांसदों को थ्री जी मोबाइल सुविधा मुहैया करवाने की सिफारिश की है। एक तरफ ऎसे प्रतिनिधियों को चुनने वाली जनता है, जो महंगाई के बोझ से दबी जा रही है, तो दूसरी तरफ जनता के ऎसे नुमाइंदे हैं, जिनकी सुविधाओं की भूख खत्म नहीं हो रही है। संसद-विधानसभाओं में हो-हल्ले केअलावा कितना काम होता है या जनप्रतिनिधि जनता के कितने मुद्दे गंभीरता के साथ उठाते हैं, किसी से छिपा नहीं है।
इस कड़वे सच से इनकार नहीं किया जा सकता कि लोकतंत्र की मजबूत होती जड़ों के बीच जनप्रतिनिधियों की मतदाताओं के प्रति बेरूखी बढ़ती जा रही है। सुधार के प्रयास विफल हो रहे हैं। राजस्थान विधानसभा के पिछले सत्र में विधायकों के भोजन के ढाई लाख रूपए के बिल का भुगतान नहीं होने का मामला सामने आया है। विधायकों का कहना है कि खाने के पैसे वे पर्यटन मंत्री को दे चुके हैं, लेकिन जिस होटल से खाना मंगवाया गया, वहां के प्रबंधक ढाई लाख में से सिर्फ 75 हजार रूपए मिलने की बात कह रहे हैं। जब विधायकों ने पैसे दे दिए और होटल प्रबंधन को पैसे मिले नहीं, तो पैसे गए कहां? ये तो एकाध मामले हैं, जो उजागर हो जाते हैं, ऎसे कितने ही मामले विधानसभाओं में होते रहते हैं, लेकिन उनकी गूंज सुनाई नहीं पड़ती।इसे हमारे लोकतंत्र की विडम्बना ही कह सकते हैं कि चुनाव जीतने के बाद जनप्रतिनिधियों पर जनता कोई कारगर अंकुश रखने में अपने को असहाय पाती है। जन आकांक्षाओं पर खरा न उतरने वाले जनप्रतिनिधियों को वापस बुलाने का अधिकार मतदाताओं के पास न होना भी जनप्रतिनिधियों को लापरवाह बनाने में मददगार है। सांसद-विधायक बेशक अपने वेतन-भत्ते-सुविधाएं बढ़ाएं, लेकिन जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी तो समझें। उन वादों का तो ध्यान रखें, जो चुनाव प्रचार के दौरान वे जनता से करते हैं। राजनीतिक दलों का नेतृत्व भी शायद इन मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं है। उनकी प्राथमिकताएं भी येन-केन-प्रकारेण चुनाव जीतने और सत्ता हासिल करने तक सीमित होकर रह गई है।
जनप्रतिनिधियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि जिस जनता का वे प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, उसकी स्थिति क्या है? उसकी मूलभूत आवश्यकताओं की पृर्ति हो रही है या नहीं? चुनाव से पहले अपने को जनता का सेवक करार देने वाले क्या वास्तव में जनसेवक की भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं? जब तक ऎसा नहीं होगा, तब तक राजनीति सेवा का माध्यम होने की बजाय सुख-सुविधाओं के दोहन का माध्यम बनकर रह जाएगी, जो लोकतंत्र के लिए शोभा की बात नहीं है।
जहरीले चारे से ४ भैंस मरी
रानीवाड़ा(13.07.2010)
धानोल गांव में चार भैंसों की मौत जहरीला चारा खाने से रविवार को हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी पीडि़त किसान के कृषि कुएं पर पहुंचे। चिकित्सकों के अनुसार भैंसों की मौत जहरीला चारा खाने से हुई है, जबकि किसान परिवार इससे मुकर रहा है। ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को सहायता राशि देने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार धानोल निवासी मकनाराम अगराराम चौधरी के यहां दो दिनों पूर्व भी ऐसे ही एक हादसे में एक भैंस की मौत हो गई थी। रविवार दोपहर को उसकी चार भैंसों की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर तहसीलदार खेताराम सारण व पटवारी लखाराम कुमावत सहित सरंपच भीखाराम चौधरी भी मौका स्थल पर पहुंंचे। पोस्टमार्टम के लिए डॉ. मुकेश पटेल की टीम भी पहुंची। ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को राहत राशि दिलाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।
धानोल गांव में चार भैंसों की मौत जहरीला चारा खाने से रविवार को हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी पीडि़त किसान के कृषि कुएं पर पहुंचे। चिकित्सकों के अनुसार भैंसों की मौत जहरीला चारा खाने से हुई है, जबकि किसान परिवार इससे मुकर रहा है। ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को सहायता राशि देने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार धानोल निवासी मकनाराम अगराराम चौधरी के यहां दो दिनों पूर्व भी ऐसे ही एक हादसे में एक भैंस की मौत हो गई थी। रविवार दोपहर को उसकी चार भैंसों की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर तहसीलदार खेताराम सारण व पटवारी लखाराम कुमावत सहित सरंपच भीखाराम चौधरी भी मौका स्थल पर पहुंंचे। पोस्टमार्टम के लिए डॉ. मुकेश पटेल की टीम भी पहुंची। ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को राहत राशि दिलाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।
पंचायतीराज विकेंद्रित प्रशिक्षण शिविर शुरू
रानीवाड़ा(13.07.2010)
पंचायत समिति सभा भवन में सोमवार को पंचायतीराज विकेंद्रित प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर में छह दिनों तक सरपंच, उपसरपंच एवं ग्रामसेवकों की आमुखीकरण कार्यशाला प्रधान राधादेवी एवं बीडीओ ओमप्रकाश शर्मा की देख-रेख में होगी। इस अवसर पर बीडीओ ने सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग एवं सहभागिता के साथ विकास की योजनाओं को सफल बनाने का आह्वान किया। दक्ष प्रशिक्षक नारणाराम मेघवाल, श्रीमति संतोष शर्मा, विक्रमसिंह व महेश भारद्वाज ने सामाजिक सुरक्षाओं की योजनाओं एवं सामाजिक अंकेक्षण के बारे में जानकारी दी।
पंचायत समिति सभा भवन में सोमवार को पंचायतीराज विकेंद्रित प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। इस शिविर में छह दिनों तक सरपंच, उपसरपंच एवं ग्रामसेवकों की आमुखीकरण कार्यशाला प्रधान राधादेवी एवं बीडीओ ओमप्रकाश शर्मा की देख-रेख में होगी। इस अवसर पर बीडीओ ने सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग एवं सहभागिता के साथ विकास की योजनाओं को सफल बनाने का आह्वान किया। दक्ष प्रशिक्षक नारणाराम मेघवाल, श्रीमति संतोष शर्मा, विक्रमसिंह व महेश भारद्वाज ने सामाजिक सुरक्षाओं की योजनाओं एवं सामाजिक अंकेक्षण के बारे में जानकारी दी।
Monday, 12 July 2010
ग्रह नक्षत्रों से भी किसानों को आस
रानीवाड़ा(12.07.2010)
क्षेत्र में अब तक अच्छी बरसात से किसानों में खुशी और अच्छी फसल की उम्मीद है। हालांकि बरसात का दौर पिछले सप्ताह भर से थमा हुआ है, लेकिन बुजुर्ग लोग अब यहां चलने वाली हवाओं और ग्रह नक्षत्रों के आधार पर भी अच्छे जमाने की आस लगाए बैठे हैं। इन बुजुर्ग लोगों की मानें तो हवाओं का रुख और नक्षत्रों की स्थिति से भी फसल पर काफी प्रभाव पड़ता है। जो हवाएं अभी चल रही हैं वे क्षेत्र में बोई गई बाजरे की फसल के लिए अच्छी मानी जा रही हैं। वहीं नक्षत्रों की स्थिति से भी अच्छा प्रभाव होने वाला है। मानसून के प्रथम चरण में ही रानीवाड़ा क्षेत्र में १६० मिमी बरसात होने से लोगों ने चार दिन से बाजरा की बुवाई शुरू कर दी है। ऐसा मानना है कि आद्रा नक्षत्र में बाजरा की बुवाई करने से बाजरा अच्छी तादात में तैयार होता है। अब पुनर्वसु नक्षत्र शुरू हो गया है। इस नक्षत्र में भी बरसात होना अच्छा माना जाता है। इसी प्रकार अगर अश्लेषा नक्षत्र में बरसात होती है तो वह फसलों के लिए सही नहीं होती।
किसानों को चाहिए थोड़ी देरी से बरसात
खेतों में बीज बो चुके किसानों को अभी बरसात नहीं चाहिए। इन किसानों को मानना है कि अगर अभी बरसात होती है तो इससे नुकसान होगा। किसानों ने बताया कि २० जुलाई से ३ अगस्त के बीच बरसात होने पर बाजरे की फसल सोलह आना होने की संभावना है। ३ अगस्त के बाद अश्लेषा नक्षत्र शुरू होगा, जिसमें बरसात वर्जित मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अश्लेषा में बरसात का पानी खारा होता है। जो फसलों के लिए सही नहीं है।
हवाओं का भी असर
इधर क्षेत्र में इस समय हवाएं चल रही हैं। इन हवाओं को लेकर भी किसानों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग फसलों के लिए ऊनालु हवा अच्छी मानते हंै। ऐसी हवाओं से बाजरे का दाना जमीन में जल्दी अंकुरित होकर बाहर आ जाता है। सियालु हवा चलने पर बाजरा अंकुरित नही हो पाता है। यदि इसी तरह का मौसम चलता रहे तो जमाना अच्छा होने की संभावना है। बाजरे की बुवाई के बाद अब किसान कठोळ यानि मूंग, मोठ, ज्वार, चवला, ग्वार की बुवाई कर रहे हंै। पुनर्वसु नक्षत्र में कठोळ फसल की बुवाई से अच्छे परिणाम आना माना जाता है। वैसे क्षेत्र के खेतों में बाजरा खेतों में उगने लग गया है।
इनका कहना है
-मौसम फिलहाल किसानों के अनुकूल है। अभी तक अच्छी बरसात से हमें राहत मिली है। अब अगर थोड़े समय बाद बरसात होती है तो अच्छी फसल होगी।
- गोदाराम देवासी,
सरपंच ग्राम पंचायत रानीवाड़ा
-अभी ऊनालु हवा चल रही है। जो किसानों व फसलों के लिए अच्छी है। बरसात के बाद हमने बुवाई की और अब खेतों में बाजरे के पौधे जल्दी उगने लग गए हैं।
- गलबाराम मेघवाल,
किसान, मेड़ा किसान
-खरीफ की तैयारी में लग गए हैं। मौसम उनके अनुकूल है। किसानों को आशा है कि इसके बाद अच्छी फसल होगी।
- कन्हैयालाल विश्नोई,
सहायक कृषि अधिकारी रानीवाड़ा
क्षेत्र में अब तक अच्छी बरसात से किसानों में खुशी और अच्छी फसल की उम्मीद है। हालांकि बरसात का दौर पिछले सप्ताह भर से थमा हुआ है, लेकिन बुजुर्ग लोग अब यहां चलने वाली हवाओं और ग्रह नक्षत्रों के आधार पर भी अच्छे जमाने की आस लगाए बैठे हैं। इन बुजुर्ग लोगों की मानें तो हवाओं का रुख और नक्षत्रों की स्थिति से भी फसल पर काफी प्रभाव पड़ता है। जो हवाएं अभी चल रही हैं वे क्षेत्र में बोई गई बाजरे की फसल के लिए अच्छी मानी जा रही हैं। वहीं नक्षत्रों की स्थिति से भी अच्छा प्रभाव होने वाला है। मानसून के प्रथम चरण में ही रानीवाड़ा क्षेत्र में १६० मिमी बरसात होने से लोगों ने चार दिन से बाजरा की बुवाई शुरू कर दी है। ऐसा मानना है कि आद्रा नक्षत्र में बाजरा की बुवाई करने से बाजरा अच्छी तादात में तैयार होता है। अब पुनर्वसु नक्षत्र शुरू हो गया है। इस नक्षत्र में भी बरसात होना अच्छा माना जाता है। इसी प्रकार अगर अश्लेषा नक्षत्र में बरसात होती है तो वह फसलों के लिए सही नहीं होती।
किसानों को चाहिए थोड़ी देरी से बरसात
खेतों में बीज बो चुके किसानों को अभी बरसात नहीं चाहिए। इन किसानों को मानना है कि अगर अभी बरसात होती है तो इससे नुकसान होगा। किसानों ने बताया कि २० जुलाई से ३ अगस्त के बीच बरसात होने पर बाजरे की फसल सोलह आना होने की संभावना है। ३ अगस्त के बाद अश्लेषा नक्षत्र शुरू होगा, जिसमें बरसात वर्जित मानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि अश्लेषा में बरसात का पानी खारा होता है। जो फसलों के लिए सही नहीं है।
हवाओं का भी असर
इधर क्षेत्र में इस समय हवाएं चल रही हैं। इन हवाओं को लेकर भी किसानों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग फसलों के लिए ऊनालु हवा अच्छी मानते हंै। ऐसी हवाओं से बाजरे का दाना जमीन में जल्दी अंकुरित होकर बाहर आ जाता है। सियालु हवा चलने पर बाजरा अंकुरित नही हो पाता है। यदि इसी तरह का मौसम चलता रहे तो जमाना अच्छा होने की संभावना है। बाजरे की बुवाई के बाद अब किसान कठोळ यानि मूंग, मोठ, ज्वार, चवला, ग्वार की बुवाई कर रहे हंै। पुनर्वसु नक्षत्र में कठोळ फसल की बुवाई से अच्छे परिणाम आना माना जाता है। वैसे क्षेत्र के खेतों में बाजरा खेतों में उगने लग गया है।
इनका कहना है
-मौसम फिलहाल किसानों के अनुकूल है। अभी तक अच्छी बरसात से हमें राहत मिली है। अब अगर थोड़े समय बाद बरसात होती है तो अच्छी फसल होगी।
- गोदाराम देवासी,
सरपंच ग्राम पंचायत रानीवाड़ा
-अभी ऊनालु हवा चल रही है। जो किसानों व फसलों के लिए अच्छी है। बरसात के बाद हमने बुवाई की और अब खेतों में बाजरे के पौधे जल्दी उगने लग गए हैं।
- गलबाराम मेघवाल,
किसान, मेड़ा किसान
-खरीफ की तैयारी में लग गए हैं। मौसम उनके अनुकूल है। किसानों को आशा है कि इसके बाद अच्छी फसल होगी।
- कन्हैयालाल विश्नोई,
सहायक कृषि अधिकारी रानीवाड़ा
उपशाखा की बैठक
रानीवाड़ा! राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ उपशाखा की मासिक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता रघुनाथ विश्नोई ने की। उपशाखा मंत्री ओखाराम देवासी ने बताया कि बैठक में बीईईओ कार्यालय में लंबित विभिन्न समस्याओं समानीकरण, सीटीएस सर्वे में समयावधि की कमी, पोषाहार राशि की कमी, भारत साक्षर अभियान सर्वे में विद्यालयों के सभी अध्यापकों ड्यूटी लगने से उत्पन्न समस्या, होने वाले शिक्षक स्थानांतरण व संघ के सदस्यता अभियान सहित कई मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर भागीरथ करवासड़ा, चमनाराम देवासी, केसाराम गोदारा, भागीरथ सारण, कैलाश करवासड़ा, मालाराम जांगी, रूगनाथ जांगू व सांवलाराम सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।
Sunday, 11 July 2010
बारिश के बाद खेतों में चले हल
रानीवाड़ा
उपखंड में बारिश के साथ ही बुवाई का दौर आरम्भ हो चुका है। पिछले दो दिन में क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर में बुवाई हुई है। मरुधरा के लिए पिछले तीन दिन खुशी का पैगाम लेकर आए। इस दौरान सुणतर, परगना, देवल पट्टी व काबा पट्टी बेल्ट में अच्छी बारिश हुई। ऐसे में पिछले साल अकाल की पीड़ा सह चुके किसानों के चेहरों पर भी खुशियां छा गईं।
खेतों की रौनक लौटी
खेतों की रोनक भी बारिश के चलते लौट आई है। कल तक जो खेत सूने-सूने थे वहां अब हल चल रहे हैं तो किसानों के परिवार भी पहुंचने लगे हैं। कई गांवों में सूनी पड़ी ढाणियों में भी जीवन लौट आया है। अब तक लक्ष्य के मुकाबले क्षेत्र में कम बुवाई हुई है, लेकिन बारिश के बाद लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद बंधी है। क्षेत्र में बाजरा, मूंग, ग्वार, मोठ, अरण्डी, तिल, ज्वार, मुंगफली की बुवाई की गई है। सहायक कृषि अधिकारी कन्हैयालाल विश्नोई ने बताया कि बारिश का दौरा शुरू होनेे से क्षेत्र में लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है। पिछले दो-तीन दिन से बुवाई में तेजी आई है।
उपखंड में बारिश के साथ ही बुवाई का दौर आरम्भ हो चुका है। पिछले दो दिन में क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर में बुवाई हुई है। मरुधरा के लिए पिछले तीन दिन खुशी का पैगाम लेकर आए। इस दौरान सुणतर, परगना, देवल पट्टी व काबा पट्टी बेल्ट में अच्छी बारिश हुई। ऐसे में पिछले साल अकाल की पीड़ा सह चुके किसानों के चेहरों पर भी खुशियां छा गईं।
खेतों की रौनक लौटी
खेतों की रोनक भी बारिश के चलते लौट आई है। कल तक जो खेत सूने-सूने थे वहां अब हल चल रहे हैं तो किसानों के परिवार भी पहुंचने लगे हैं। कई गांवों में सूनी पड़ी ढाणियों में भी जीवन लौट आया है। अब तक लक्ष्य के मुकाबले क्षेत्र में कम बुवाई हुई है, लेकिन बारिश के बाद लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद बंधी है। क्षेत्र में बाजरा, मूंग, ग्वार, मोठ, अरण्डी, तिल, ज्वार, मुंगफली की बुवाई की गई है। सहायक कृषि अधिकारी कन्हैयालाल विश्नोई ने बताया कि बारिश का दौरा शुरू होनेे से क्षेत्र में लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है। पिछले दो-तीन दिन से बुवाई में तेजी आई है।
सीटीएस का आकस्मिक निरीक्षण
रानीवाड़ा. बीईईओ तोलाराम राणा एवं सर्वशिक्षा अभियान के आरपी भंवरसिंह राव ने शनिवार को सीटीएस के कार्य का कई वार्डों में आकस्मिक अवलोकन किया। राणा ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र के मतदान बूथ ६ से 9, 17 से 18 एवं ३० से ३2 में निरीक्षण कर सर्वेयर की सीटों का अवलोकन कर कमोबेशी को लेकर निर्देशित किया।
ज्ञापन सौंपा
रानीवाड़ा. मालवाड़ा कस्बे में बिजली पोल पर झूलते तारों से संभावित दुर्घटना को लेकर ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया है। समाजसेवी सदीकखां ने बताया कि कस्बे की आबादी में कई बिजली पोलों पर तार ढीले होने के कारण से झुल रहे हैं। इस समस्या के समाधान को लेकर पूर्व में भी डिस्काम अधिकारियों को सूचित किया था, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
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