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रतनपुर में गाय पर हमला करने वाले युवक गिरफ्तार, रानीवाडा उपखंड की ताजा खबरों के आपका स्वागत।।

Saturday 25 December 2010

प्रतिभाओं को तराशा जाए : देवासी

रानीवाड़ा
निकटवर्ती डूंगरी के हंसाराम महाराज मंदिर में तहसील स्तरीय मेघवाल समाज के प्रतिभावान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रतन देवासी व अध्यक्ष के रूप में जसमूल डेयरी प्रबंधक एम.एल. गरवा सहित कई संत महात्माओं और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। समारोह को संबोधित करते हुए विधायक देवासी ने कहा कि प्रतिभाएं ग्रामीण क्षेत्र में ही मिलती हैं। समारोह को आबकारी खीमाराम परमार, जसमूल डेयरी प्रबंधक, शिक्षक नेता वीराराम वाघेला, पूनमाराम सोलंकी, रतीराम कटारिया, पूंजाभाई व बाबूलाल सोलंकी सहित कई जनों से संबोधित कर समाज हित की बात कही। बाद में समाज की प्रतिभाओं को स्मृति चिह्न व प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए। संत गणेशनाथ महाराज सांचौर द्वारा प्रतिभाओं को सिल्वर मेडल प्रदान किए गए। इस अवसर पर नानजीराम गुलशर, जिला उपप्रमुख मूलाराम राणा, कृषि मंडी चेयरमैन समरथाराम, समाजसेवी हरजीराम देवासी, जिला परिषद सदस्य वजाराम पावटी, संत गणेशनाथ महाराज, शिवनाथ महाराज, बगदाराम महाराज, लाधाराम धामसीन, अशोक परमार, अशोक चौहान, चौथाराम, शांतिलाल, जसाराम, हेमाराम, कृष्णलाल, पोपटलाल, जेठाराम व मिलापचंद सहित कई जने उपस्थित थे। समारोह का संचालन झालाराम परिहार ने किया।

रात भर दिया धरना

रानीवाड़ा
जाखड़ी गांव में गत शनिवार को शिक्षक के साथ हुए मारपीट के मामले में कोई कार्यवाही नहीं होने और लापरवाही बरतने के आरोप में रानीवाड़ा थानाधिकारी को लाइन हाजिर करने की मांग को लेकर गुरुवार सवेरे से दिया गया कलबी समाज का धरना पूरी रात जारी रहा। समाज के लोग अपनी मांग को लेकर अड़े रहे। 

दूसरे दिन शुक्रवार को दिनभर चली वार्ता के बाद मामले के जांच अधिकारी बदलने और शीघ्र ही गिरफ्तारी करने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया। इस बीच इस मामले में राजपूत समाज ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और एसपी को ज्ञापन सौंपकर मामले में निर्दोष लोगों को फंसाने के आरोप लगाए और कुछ धाराएं हटाने की मांग की।

शिक्षक रमेश कुमार चौधरी पर हुए जानलेवा हमले के आरोपियों को गिरफ्तार करने और लापरवाही बरतने पर रानीवाड़ा थानाधिकारी को हटाने की मांग को लेकर कलबी समाज ने गुरुवार सवेरे ११ बजे से थाने के समक्ष धरना शुरू किया था। इस मामले में कोई आश्वासन नहीं मिलने पर समाज के लोग पूरी रात थाने के समक्ष धरने पर बैठे रहे। शुक्रवार सवेरे धरना स्थल पर समाज के और भी लोग पहुंच गए। दोपहर दो बजे धरना स्थल पर सांसद देवजी पटेल एवं पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी पहुंचे। 

उन्होंने पुलिस कार्यवाही पर नाराजगी जताई और कहा कि पुलिस पूरे मामले में गंभीरता नहीं बरत रही है। दिनभर चले इस घटनाक्रम के बाद दो दिन से यहां मौजूद एएसपी यूएन छानवाल, डीएसपी रामदेवसिंह डूकिया भीनमाल एवं जयपालसिंह यादव सांचौर ने संासद सहित कलबी समाज के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए आमंत्रित किया। बाद में सभी धरना स्थल पर पहुंचे। यहां धरने को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि वार्ता के दौरान पुलिस प्रशासन ने उनकी मांगें मान ली हैं। उन्होंने कहा कि थानाधिकारी दिनेशकुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है तथा जांच अधिकारी के रूप में रामदेवसिंह एवं कैलाशदान चारण को नियुक्त किया गया है। आरोपियों को अतिशीघ्र गिरफ्तार कर दिया जाएगा। इस घोषणा के बाद कलबी समाज के लोगों ने धरने को स्थगित कर दिया। हालांकि बाद में पत्रकारों से बातचीत में एएसपी ने इस बात से इनकार किया कि थानाधिकारी को लाइन हाजिर किया गया है।

जालोर में किया प्रदर्शन

इधर, इस मामले में निर्दोष लोगों को फंसाने और बेवजह धाराएं जोडऩे के विरोध में राजपूत समाज ने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। दोपहर बाद समाज के कई लोग रानीवाड़ा से जालोर पहुंचे। इस दौरान जालोर से भी कई लोग एकत्रित हुए। बाद में इन सभी ने एक रैली निकाली और कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान इन लोगों ने टायर भी जलाए। इसके बाद समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी राजेश मीणा को उनके कक्ष में ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया गया कि रानीवाड़ा थाने मेंं दर्ज इस मामले में राजनीतिक दबाव के कारण निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है। साथ ही बेवजह कुछ धाराएं जोड़ दी गई हैं। ज्ञापन में मामले की निष्पक्ष जांच और धारा ३०७ हटाने की मांग की गई। इस दौरान समाज के रघुनाथसिंह, भवानीसिंह, सुमेरसिंह, दातारसिंह, गंगासिंह, चंद्रवीरसिंह, बन्नेसिंह, राजपूत करणी सेनी के जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह, महिपालसिंह और गोविंद सिंह, जितेंद्रसिंह, गजेंद्रसिंह, महेंद्रसिंह, कृष्णपालसिंह, धर्मवीरसिंह, विजेंद्रपालसिंह, जितेंद्रसिंह सोढ़ा, महेंद्रपालसिंह भाटी, जनकसिंह और प्रवीणसिंह देवड़ा समेत कई लोग मौजूद थे।

थानाधिकारी छुट्टी पर

रानीवाड़ा. एक ओर धरने को संबोधित करते हुए जहां सांसद देवजी पटेल ने कहा कि थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है, वहीं दूसरी ओर धरना स्थगित होने के बाद हुई प्रेसवार्ता में एएसपी यूएल छानवाल ने कहा कि थानाधिकारी को लाइन हाजिर नहीं किया गया है, वे लंबी छुट्टी पर गए हैं। उन्होंने कहा कि मामले के जांच अधिकारी भी बदल दिए गए हैं। साथ ही उन्होंनें आश्वासन दिया कि अतिशीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी कर दी जाएगी। इस संबंध में फोन पर एसपी राजेश मीणा ने भी थानाधिकारी को लाइन हाजिर करने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि थानाधिकारी लंबी छुट्टी पर गए हैं। इधर, पुलिस अधिकारियों की ओर से इस तरह के बयान देने के बाद सांसद देवजी पटेल ने 'भास्करÓ को बताया कि पुलिस को वार्ता के दौरान यह नहीं कहना चाहिए था कि हम थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर रहे हैं।

Thursday 23 December 2010

मामले की निष्पक्ष जांच को -देवजीभाई

रानीवाड़ा।
शारीरिक शिक्षक रमेशकुमार चौधरी के उपर हुए कातिलाना हमले को लेकर आज बुधवार को कस्बे में पुलिस थाने के सामने चौधरी समाज के द्वारा विशाल धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस मौके पर चौधरी समाज के हजारों लोगों द्वारा प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी कर विरोध प्रकट किया गया। धरना प्रदर्शन को लेकर सुबह 11 बजे से ही चौधरी समाज के लोगों द्वारा विशाल रैली का आयोजन कर पुलिस थाने के सामने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उन्होनें पुलिस थाना परिसर को घेर लिया तथा पुलिस पर आरोपो की झड़ी लगाते हुए तत्काल प्रभाव से उचित न्याय की मांग की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व उपप्रधान प्रेमाराम चौधरी ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही हो जाती, समाज का एक भी व्यक्ति धरना प्रदर्शन से नही हटेगा। उन्होंनें प्रशासन पर लेटलतिफि का आरोप लगाते हुए कहा कि समाज द्वारा सोमवार को चेतावनी दी गई थी, कि अगर 22 दिसम्बर की शाम तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही होती है तो समाज धरना प्रदर्शन करेगा, परंतु अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नही होने से समाज में भारी रोष व्याप्त है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किसान नेता सोमाराम चौधरी ने कहा कि समाज की एक महिला को सड़क दुघर्टना में मारने के बाद उसी के भतिज पर प्राणघातक हमला कर निष्पक्ष जांच की मांग करना राजपुत समाज को शोभा नही देता है। पुलिस को चाहिए कि मामले की बिना किसी पक्षपात के न्यायिक जांच कर आरोपियों को तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करे तथा पीडि़तों को न्याय दे।



कार्यक्रम को वरिष्ठ नेता सवदाराम चौधरी, मकनाराम चौधरी सहित समाज के कई व्यक्तियों ने संबोधित किया। निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर देर शाम को पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल ने धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर चौधरी समाज के हजारों लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पीडि़तों को तत्काल प्रभाव से न्याय मिले। मामले में किसी भी प्रकार का कोई राजनीतिकरण ना हो। देवल ने वर्तमान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पानी मांगने पर बंदुल की गोली से जवाब देती है। इस बात का ताजा उदाहरण चौधरी समाज द्वारा पूरे दिन धरना प्रदर्शन किए जाने के बावजूद भी आश्वासन तक नही देना है। देवल ने वर्तमान सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि उक्त घटना को बीते करिबन सप्ताह भर से अधिक वक्त गुजर गया है, परंतु विधायक व प्रशासन की लापरवाही के चलते उक्त मामले को लेकर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नही की जा रही है। देर शाम तक एडीसनल एसपी के मौके पर नही पहुंचने के कारण देवल के नेतृत्व में हजारो की तादाद में लोगों का जमावड़ा यथावत था।
इधर उक्त धरने को लेकर आज दिन भर मुख्य मार्ग पर यातायात प्रभावित रहा। जिससे कई वाहनों को आवागमन भारी परेशानी सामना करना पड़ा। उधर मामले की गंभीरता को लेकर उपखंड़ अधिकारी कैलाशचंद्र शर्मा तथा भीनमाल वृताधिकारी रामदेवसिंह मौका स्थल पर समझाईस को लेकर दिन भर जमे रहे।

देर रात तक जमे रहे:- रात्रि ९ बजे सांसद देवजीभाई ने भी धरना स्थल पर भीड़ को संबोधित कर न्याय नही मिलने तक धरना जारी रखने की घोषणा की। समाचार लिखे जाने तक धरना पुलिस थाने के सामने जारी है। लोग सड़कों पर बिस्तर लगा कर सो रहे है।

Wednesday 22 December 2010

घुमंतू जातियों को नहीं मिल पाया शिविर का लाभ

रानीवाड़ा
जिले की नौ जातियों के बीपीएल कार्ड अब बनाए जाएंगे। इन जातियों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को राजस्व अभियान के तहत चिह्नित किया जाएगा और मौके पर ही बीपीएल कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए उपखंड अधिकारियों को अधिकृत किया गया है, लेकिन सरकारी निर्देशों का प्रसार-प्रचार नहीं होने से इनका लाभ इन जातियों को नही मिल रहा है। एक माह पूर्व जारी हुए यह आदेश अभी तक हवा होते नजर आ रहे हैं। इनका पर्याप्त प्रसार -प्रचार होने पर अभी तक हजारों लोग शिविरों में लाभांवित हो सकते थे।

मुख्य सचिव के आदेश : प्रदेश के मुख्य सचिव एस अहमद ने अपने पत्र क्रमांक 62514-640 दिनांक 18.11.2010 के जरिए जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, समाज कल्याण अधिकारी को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। जिसमें बताया गया है कि घुमंतू होने के कारण इन सभी जातियों के लोग सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप सेे अत्यन्त कमजोर हैं। पात्रता होने के बावजूद अधिकांश परिवार बीपीएल सूची में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। ऐसे में इन्हें बीपीएल कार्ड के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं इन्दिरा आवास योजना, राशन कार्ड, जाति-प्रमाण पत्र का लाभ इन लोगों को पात्रता के बावजूद नहीं मिल पाया है।

एसडीएम को है अधिकार

मुख्य सचिव द्वारा जारी पत्र के अनुसार उपखण्ड अधिकारी को इन जातियों को बीपीएल सूची में संशोधन का अधिकार प्राप्त है। इसलिए राजस्व अभियान के तहत इन घुमंतू जातियों के लोगों से स्वघोषणा शपथ पत्र या सामान्य आवेदन पत्र लेकर उन्हें उनके पैतृक जिले एवं गांव जहां ये लोग अधिकांशत: निवास करते हैं, वहां इन्हें विधिवत बीपीएल नम्बर उपलब्ध कराएं। साथ ही राशन आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है।

यह हैं जातियां

जिन जातियों के लोगों को बीपीएल कार्ड के लिए राजस्व अभियान में चिह्नित किया जाएगा उनमें राईका-रेबारी, कंजर, सांसी, नट, कालबेलिया, गाड़ोलिया लोहार, बंजारा, खेरवा तथा बागरिया जाति शामिल हैं। 

घुमंतू जाति के लोग होंगे लाभान्वित

-गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की सूची में संशोधन करने का अधिकार दिया गया है। प्रशासन गांवों के संग शिविरों में आने वाले ऐसे मामलों के आवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए घुमंतु जाति के लोगों को लाभांवित किया जाएगा।

- कैलाशचंद्र शर्मा, एसडीएम रानीवाड़ा


_बाल कृष्ण रैनके आयोग की रिपोर्ट को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। ताकि वंचित जातियों को लाभांवित किया जा सके। वैसे यह आदेश स्थायी रूप से है। इन जाति वर्ग का वंचित व्यक्ति कभी भी लाभ ले सकता है।

- रतन देवासी, विधायक, रानीवाड़ा

मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा

-बाड़मेर जिले में हजारों राईका-रेबारी जाति के घुमंतु लोगों को शिविरों के दौरान बीपीएल वर्ग में लिया गया है, लेकिन जालोर जिले में जानबूझकर प्रशासनिक अधिकारी सरकारी निर्देशों की पालना करने से कतरा रहे हंै। इस बारे में शीघ्र ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा।

- हरजीराम देवासी, संयोजक, जिला रेबारी विकास मंच

झील सी सुंदरता पर बबूल का दाग

राव गुमानसिंह 
रानीवाड़ा!
प्रकृति इस बार तहसील क्षेत्र पर जमकर मेहरबान हुई है। चारों ओर जहां पहाड़ हरियाली से घिरे नजर आते हैं वहीं क्षेत्र के झरनों से आज भी कलकल करता पानी बह रहा है। प्रकृति की इसी मेहरबानी से क्षेत्र का वणधर बांध में इन दिनों झील सा झूमता नजर आ रहा है। पिछले साल तक सूख चुके इस बांध में इस बार पानी की इतनी आवक हुई है कि यहां ना केवल मछली पालन हो रहा है बल्कि पर्यटकों के लिए नौकायन का भी अवसर है। ऐसे में यहां पर्यटन की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता, लेकिन इस मनोहारी केंद्र को भी सरकारी बेपरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बांध के चारों ओर जहां जगह जगह बबूल खड़ा है वहीं कई लोग अवैध रूप से मशील लगाकर इसका पानी खींच रहे हैं। जिसे रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। प्रकृति मेहरबानी, प्रशासन बेपरवाह : इस बांध पर भले ही प्रकृति मेहरबान हो गई हो, लेकिन सरकारी उदासीनता यहां भी दिखाई दे रही है। बांध के चारों ओर बबूल की झाडिय़ां उग आई हैं। जिसके कारण यहां गंदगी रहती है। अगर इन झाडिय़ों को साफ कर दिया जाए तो यहां का सौंदर्य और भी निखर सकता है। बांध के तल में भी बबूल होने के कारण नाव संचालन में परेशानी आती है। इसके अलावा कुछ लोग यहां अवैध रूप से मशीन लगाकर पानी खींचने का भी काम रहे हैं। जिस पर भी अंकुश जरूरी है। स्थानीय लोगों ने कई बार इस संबंध में सिंचाई विभाग को ज्ञापन भी सौंपा है। 

पर्यटन की हैं संभावनाए

रानीवाड़ा तहसील क्षेत्र में वन्य जीव, धार्मिक और ऐतिहासिक ट्यूरिज्म की अपार संभावनाएं हंै, लेकिन इस धरोहर को पर्यटन के लिहाज से न तो सरकार समझ पाई और न ही निजी क्षेत्र। सरकार ने भी पर्यटन सर्किट पर कम ध्यान दिया है। रानीवाड़ा व जसवंतपुरा पहाड़ों और जगलों की गोद में बसे हैं। दोनो क्षेत्रों में कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हंै। रानीवाड़ा तहसील में वणधर व जेतपुरा बांध, सेवाड़ा का पातालेश्वर शिव मंदिर, सिलासन का सिलेश्वर मंदिर, वणधर की प्राचनी वावड़ी, कोटड़ा का आंद्रेश्वर मंदिर, कूड़ी महादेव मंदिर, रानीवाड़ा खुर्द के पहाड़ पर बिल्व वृक्षों का वन, बारहमासी सुकळ नदी, बडग़ांव गढ़ एवं जसवंतपुरा क्षेत्र में सुंधामाता मंदिर, भालू अभ्यारण्य, खोडेश्वर शिव मंदिर, कारलू बोटेश्वर मंदिर, जसवंतपुरा पर्वत पर मिनी माउंट समेत दर्जनों स्थल हैं। जहां हर साल सैकड़ों लोग आते हैं।

फिर होने लगा मछली उत्पादन

बांध में आया पानी यहां के लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आया है। कुछ सालों पूर्व तक बांध में मछली उत्पादन होता था, लेकिन बीच में बरसात की कमी के कारण यह काम बंद करना पड़ा। इस साल हुई बरसात के बाद आए पानी में अब एक बार फिर यहां मछली उत्पादन किया जा रहा है। इसके लिए यहां बाकायदा निविदा की गई है। जिसके बाद ठेकेदार ने बांध में मछली के बीज छोड़े हंै। अभी मछली का आकार छोटा है। फरवरी माह के बाद मछली बड़ी होने पर जाल से उन्हें एकत्रित किया जा सकेगा। इसी प्रकार यहां नौकायन का भी काम शुरू किया है। शुरू शुरू में नाव संचालन मछली उत्पादन के लिए किया जा रहा था, लेकिन अब यहां आने वाले लोगों की फरमाइश पर उन्हें भी इसकी सैर करवाई जाती है। लबालब भरे बांध में लोगों के लिए नाव में सफर करना रोमांचकारी होता है। फोटोग्राफी के शौकिन लोगों को यहां की साइट पसंद आने लगी है।

बांध के संरक्षण के लिए प्रयास कर कार्ययोजना बनानी चाहिए

-बांध के खूबसूरत किनारें पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्याप्त हंै। सरकार एवं जिला प्रशासन को यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर कार्ययोजना बनानी चाहिए।

- मोड़ाराम मेघवाल, वणधर



-बांध में जंगली बबूल झाड़ी का रूप ले रहे हंै। जो कि इसकी सुंदरता के लिए दाग है। प्रशासन को बांध के सरंक्षण व संवर्धन के प्रयास करने चाहिए।

- पृथ्वीसिंह राठौड़, मछली पालक, वणधर

Tuesday 21 December 2010

राजपुत समाज ने भी ताल ठोंकी, धारा ३०७ हटाओं

रानीवाड़ा।
क्षेत्र के राजपुत के समाज के लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर रमेश चौधरी की मारपीट के संदर्भ में निर्दोष व्यक्तियों को जूठा फसाने का आरोप लगाया है। छैलसिंह रतनपुर ने बताया कि शनिवार को शाम को रमेश चौधरी के साथ कुछ व्यक्तियों ने मारपीट कर चोटे पहुंचाई थी। उक्त घटना को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। उन्होंनें बताया कि जाति विशेष के लोगों एवं जनप्रतिनिधियों के प्रभाव के चलते जबरन संगीन धाराओं को मुकदमें में जोड़ा जा रहा है, जो कि न्यायोचित नही है। उन्होंनें कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर निर्दोष व्यक्तियों के साथ न्याय किया जाए। इस अवसर पर ठाकुर रणजीतसिंह मेत्रीवाड़ा, ठाकुर रघुवीरसिंह आजोदर, नवलसिंह रानीवाड़ा, ठाकुर छैलसिंह सिंगावास, ठाकुर रघुनाथसिंह धामसीन, फतेहसिंह रानीवाड़ा खुर्द, उकसिंह डूंगरी, ठाकुर केशरसिंह जोड़वास, रेवतसिंह जाखड़ी, जीवसिंह रतनपुर, पदमसिंह, शंभुसिंह, रणजीतसिंह, भीखसिंह, केशरसिंह, जब्बरसिंह, इंद्रसिंह, डूंगरसिंह, शेरसिंह, मदनसिंह, बलवंतसिंह, सुजानसिंह, परबतसिंह सहित राजपुत समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे।
गौरतलब यह है कि रमेश चौधरी प्रकरण के बाद रानीवाड़ा क्षेत्र में दिनों दिन परिस्थितियां बदल रही है। सोमवार को सांसद देवजीभाई पटेल ने कलबी समाज के लोगों के साथ पुलिस थाने के सामने धरना देकर राजनेतिक दबाव पैदा करने का प्रयास किया था, वहीं आज देवड़ा राजपुतों ने भी इस घटना के विरोध में एसडीएम को ज्ञापन देकर संघर्ष करने की ताल ठोक दी है। मूंछ का बाल बने इस मामले में दोनो जातियों में वर्ग संघर्ष छिडऩे का अंदेशा जताया जा रहा है।

Monday 20 December 2010

सांसद सड़क पर बैठे, पुलिस पर आरोप, कलबी समाज में आक्रोश

रानीवाड़ा(20.12.2010)

रमेश चौधरी पर हुए कातिलाना हमले में लिप्त आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर आज पुलिस थाने के सामने सांसद देवजीभाई पटेल एवं पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी के नेतृत्व में हजारों कलबी समाज के लोगों ने सड़क पर बैठकर विरोध प्रदर्शन किया। लोग आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। इससे पूर्व कस्बे में कलबी समाज के लोगों ने विरोध शुरू रेली भी निकाली।
जानकारी के मुताबिक शनिवार शाम को जाखड़ी गांव के तिराहे पर धानोल निवासी रमेश चौधरी पर पांच व्यक्तियों ने घात लगाकर हमला किया था। जिससे रमेश चौधरी गंभीर रूप से घायल होकर अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पीटल में भर्ती है। आज तीसरे दिन पुलिस के द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी नही करने पर कलबी समाज के लोगों में रोष देखा गया। बाद में समाज के लोगों ने आंजणा छात्रावास में आवश्यक बैठक का आयोजन सांसद देवजी भाई पटेल के नेतृत्व में किया। जिसमें सांसद ने पूरी घटना की जानकारी लेकर वहां से रैली के रूप में पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस थाने के गेट पर खड़े होकर उन्होंनें थानाधिकारी दिनेशकुमार को बुलाकर मामले की जांच के बारे में प्रश्र किए। सांसद के द्वारा संतुष्ट नही होने पर वे थाने के सामने ही सड़क पर बैठ गए। उनके बैठते ही हजारो की तादाद में कलबी के समाज के लोगों ने भी सड़क पर बैठकर दोनों ओर से रास्ता बंद कर दिया। जिससे आवागमन बंद हो जाने से यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। बाद में मौके पर पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रेमाराम चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधि भी सड़क पर बैठकर सांसद के साथ पुलिस प्रशासन के विरूद्ध बयानबाजी करने लगे। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को देने के बाद एसडीएम कैलाशचंद्र शर्मा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंनें लोगों के बीच जाकर समझाईस करने का प्रयास किया।
सांसद पटेल ने कहा कि उक्त मामला कातिलाना हमले के उपरांत पुलिस ने मामूली मारपीट का मामला दर्ज किया है। जो कि न्याय के विरूद्ध है। उन्होंने उक्त मामले में धारा ३०७ सहित दो अन्य धाराए जुडवाने एवं दो दिनों के भीतर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी। एसडीएम की पहल पर थानाधिकारी ने मौके पर ही तीन अन्य धाराए जोड़कर मामले की तफ्तीश शुरू करने का वायदा किया तथा 22 दिसम्बर शाम से पहले सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का भी आश्वासन दिया। एसडीएम की मध्यस्थता पर सांसद एवं पूर्व विधायक ने दो दिन की मोहलत देने का निर्णय कर विरोध प्रदर्शन को स्थगित कर भीड़ को विसर्जित किया। सांसद ने प्रशासन को चेतावनी देकर कहा कि 22 दिसम्बर तक गिरफ्तारी नही होने पर 23 दिसम्बर को रानीवाड़ा मुख्यालय पर विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर समाज के कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी सहित व्यवसायी भी उपस्थित थे।

कातिलाना हमले में युवक घायल, अहमदाबाद रैफर, समाज में तनाव।

रानीवाड़ा(19.12.2010)
निकटवर्ती जाखड़ी में तीन रास्ते पर शनिवार शाम को पूर्व रंजिश के चलते घात लगाकर किए गए प्राणघातक हमले में युवक को गंभीर रूप से घायल किया गया है। युवक रतनपुर राउप्रावि में शारीरिक शिक्षक है। घायल का अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पीटल में ईलाज चल रहा है। घटना के बाद कलबी जाति में तनाव देखा जा रहा है। कई जगह समाज की बैठके आयोजित की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पूर्व जीप की टक्कर से हुई एक वृद्धा की मौत की रंजिश के चलते जाखड़ी व धानोल में तनावग्रस्त स्थितिया बनी हुई थी। इसी दौरान धानोल निवासी रमेशकुमार चौधरी हॉल पीटीआई रतनपुर धानोल से जाखड़ी आ रहा था। जाखड़ी तीन रास्ते पर घात लगाकर बैठे शैतानसिंह, मूलसिंह, गुमानसिंह, कालुसिंह व विक्रमसिंह ने धारदार हथियारों से रमेश पर अचानक हमला बोल दिया। जिससे उसके सिर व अन्य अंगों पर गंभीर रूप से चोटे पहुंची। रमेश उसी जगह बैहोश हो गया। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। रमेश के परिजनों ने पुलिस की मदद से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीवाड़ा में भर्ती करवाया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉ. हरीश जीनगर ने उसे ईलाज के लिए आगे रेफर किया। बाद में परिजनों ने उसे मेहसाना भर्ती करवाया, वहां भी डॉक्टरों के मना करने पर उसे अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पीटल में भर्ती करवाया। जहॉ डॉक्टरों ने बताया कि रमेश फिलहाल कोमा की स्थिति में है।
दूसरी ओर आज रविवार को रमेश के भाई कमलेशकुमार पुत्र भावाजी निवासी धानोल पुलिस थाना रानीवाड़ा में उपस्थित होकर उक्त मामला दर्ज करवाया। थानाधिकारी दिनेशकुमार ने बताया कि उक्त मामला धारा १४३, ३४१ व ३२३ में फिलहाल दर्ज किया गया। मेडिकल की रिपोर्ट व अनुसंधान के बाद अतिरिक्त धाराए जोडी जा सकेगी। आरोपी रविवार शाम तक फरार बताए जा रहे है। पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। कलबी समाज के लोगों ने आज सैकड़ों की तादाद में पुलिस थाने में हाजिर होकर मामले में लिप्त आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी करने की मांग की है।