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Tuesday 27 April 2010

निजी बस संचालक हुए परेशान, बस सेवा प्रभावित

रानीवाड़ा।
तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध वाहनों के संचालन की अनदेखी से निजी बसों में यात्रियों का टोटा है, जिसके चलते आर्थिक हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही है। परेशान अनेक बस मालिकों ने धन्धा समेट लिया है, वहीं कई बस मालिकों ने मार्गो पर बसें कम कर दी हैं।
रानीवाड़ा से झाब, धूबडिय़ा वाया सेवाड़ा, रतनपुर वाया जाखड़ी व जसवंतपुरा वाया बडग़ांव मार्ग की तो हालात यह है कि प्राइवेट जीपें, टेम्पो, ट्रैक्टर आदि जिस मार्ग पर चलते हैं, उस मार्ग की सवारियां लेकर प्राइवेट वाहन के आगे चलते है जिससे निजी बसों में तो यात्री भार कम हुआ ही, लगेज भी कम हो गया है। इसके चलते करड़ा मार्ग पर बस मालिक ने फेरे कम कर लिए तथा मेड़ा, गोलवाड़ा मार्ग पर बस मालिकों ने सेवाएं पूरी तरह बंद कर ली।

आवागमन के साधन नहीं:- अवैध वाहनों के संचालन के चलते रानीवाड़ा से सिलासन वाया तावीदर मार्ग पर एक भी बस सुविधा का साधन नहीं है। इस मार्ग पर पूर्व में दिन में कई बार बसें चलती थी, लेकिन आर्थिक संकट के चलते ये बस सेवाएं ठप पड़ी हैं। ग्रामीण क्षेत्रो में धड़ल्ले से चलने वाले अवैध वाहनों पर परिवहन विभाग का कोई अंकुश नहीं है। विभाग के अधिकारी अगर ध्यान दें तो अवैध वाहनों का संचालन बंद हो।

समय पर नहीं चलती निजी बसे:- प्राइवेट बस मालिक भी यात्रियो के लोभ के चलते अपने मन माने समय से चलते है। इस कारण यात्री जो साधन जल्दी मिल जाए उसमें बैठकर जाना पसंद करता है, वैसे भी निजी बसें परिवहन विभाग के तय समय से घण्टे भर बाद गन्तव्य पर पहुंचती है। रानीवाड़ा से झाब वाया करड़ा के ६५ किलोमीटर मार्ग को तय करने में बस को चार घण्टे से अधिक समय लगता है जिससे आज की इस भागदौड़ की जिन्दगी में लोगों को जल्दी पहुंचने के चक्कर में वह अन्य वाहनो का उपयोग करना पड़ता है।

पुरानी बसें कबाड़ में:- प्राइवेट बस मालिक परिवहन विभाग के बढ़ते टैक्स, स्टाफ का भत्ता, खर्च, वेतन वं डीजल खर्चे, बढ़ते तेल के भाव व अवैध वाहन संचालन निजी बस मालिकों के लिए कोढ़ में खाज का कार्य करता है। इसके चलते घाटे की भरपाई करने के लिए अनेक बस मालिक संख्या घटाने लगे है। पुरानी बसों को बेचकर नई मॉडल की बसे खरीद रहे है। जो कि डीजल का ऐवरेज पुरानी बसों से ज्यादा देती है।

इनका कहना:-
प्राइवेट बसें बिना परिवहन विभाग की मदद के चलाना मुश्किल है, विभाग को अवैध आपरेटर्स के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
- मनोहरसिंह गहलोत, नीलम बस सर्विस रानीवाड़ा।
प्राइवेट बस सेवा से आम जनता का कई प्रकार की सहूलियत होती है, ग्रामीण कम दर पर सुरक्षित यात्रा करता है। सामान का परिवहन भी आसानी से करता है। सुचारू व्यवस्था के लिए प्रशासन को आगे आना चाहिए।
- मेदाराम चौधरी, पूर्व सरपंच, गांग।

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