रानीवाड़ा
शहर के सौंदर्यकरण और नवनिर्माण को लेकर मंगलवार से सर्वे कार्य शुरू हुआ। इस दौरान विधायक रतन देवासी भी मौजूद थे और उन्होंने इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। सर्वे के तहत कस्बे में विभिन्न आधारभूत सुविधाओं के विस्तार के साथ ही आगामी दस वर्ष की योजनाओं और जरूरतों को ध्यान में रखकर प्लानिंग तैयार की जाएगी।
कंपनी के इंजीनियर भैरूसिंह सांखला ने बताया कि ग्राम पंचायत रानीवाड़ा कलां द्वारा करवाए जा रहे इस सर्वें में सड़कों की भौगोलिक स्थिति, नालियों की धरातलीय आवृति, गली मौहल्लों की लंबाई एवं चौड़ाई, पुरानी नालियों का रिनोवेशन कार्य सहित पेयजल की भूमिगत पाईप लाईनों का लेवलिंग, कच्ची सड़कों की लेवलिंग, सरकारी भवनों का चिन्हीकरण, विद्युत पोलों की स्थिति और राजस्व भूमि का चिन्हीकरण के कार्य किया जाएगा।
सरपंच गोदाराम देवासी ने बताया कि कस्बे की भौगोलिक बनावट समतलीय नहीं होकर उबड़-खाबड़ है। जिससे दूषित एवं बरसाती पानी की निकासी सूचारू रूप से नहीं हो पाती है। इस समस्या को देखते हुए विधायक रतन देवासी की अनुशंषा पर ग्राम पंचायत की निजी आय से कस्बे का बहुआयामी सर्वे कार्य करने का निर्णय लिया गया है। यह कार्य जोधुपर की फर्म हेमाराम चौधरी कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इसके बाद सीवरेज, डे्रनेज सहित पेयजल व्यवस्था को लेकर अलग-अलग चरण में विकास कार्य का तकमीना तकनीकी अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान में विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए गांव स्तर पर 11 सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा।
यह होंगे फायदे : कस्बे का मास्टर प्लान तैयार होने से कई फायदे होंगे। सबसे पहले तो इससे विकास कार्यों को एक नई दिशा मिलेगी। पूरे कस्बे की जरूरतों का आंकलन हो सकेगा। शहर में खाली पड़ी सरकारी जमीनों का सही उपयोग हो सकेगा। इसके अलावा आने वाले दस साल की जरूरतों के अनुसार अभी से योजनाएं बनाई जा सकेंगी।
- सर्वे में आवासीय, व्यवसायी योजनाओं के अलावा स्कूल, कॉलेज, होटल, सिनेमा और मनोरंजन की कई योजनाएं सम्मिलित की गई हंै। मास्टर प्लान बनाते समय इस बात का खयाल रखा गया है कि आने वाले दिनों में रानीवाड़ा एक नए स्वरुप में ढल सके।
- रतन देवासी, विधायक रानीवाड़ा
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