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Friday, 17 September 2010
चौथे दिन भी बंद रहा स्कूल
निकटवर्ती आजोदर की राउप्रावि के प्रधानाध्यापक का तबादला प्रकरण दिनो-दिन जोर पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को चौथे दिन भी विद्यालय में अध्ययन कार्य नहीं हो पाया। विद्यालय में अध्ययनरत समस्त छात्र-छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर विरोध दर्ज किया। गुरुवार को इन आंदोलनरत विद्यार्थियों को एसडीएम सहित थानाधिकारी ने भी समझाने की कोशिश की, परंतु तबादला रद्द करने की जिद पर उन्होंने विरोध जारी रखा। इस मामले में सवेरे 11 बजे विद्यालय के समस्त विद्यार्थियों ने विद्यालय के बाहर शिक्षामंत्री भंवरलाल मेघवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का पुतला जलाया। इस दौरान अभिभावकों ने शिक्षामंत्री को पत्र प्रेषित कर प्रधानाध्यापक का तबादला रद्द करने की मांग की है। इस घटना को लेकर विधायक रतन देवासी ने बताया कि अन्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की कमी व समायोजन को लेकर नियमानुसार, जनहित में पारदर्शिता रखकर तबादले किए गए हैं। किसी जाति विशेष को लक्ष्य बनाकर एक भी तबादला नहीं किया गया है। तबादलों को लेकर कुछ लोगों द्वारा राजनीति की जा रही है।
Friday, 20 August 2010
पांच डायरेक्टर निर्विरोध निर्वाचित
जालोर-सिरोही जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. द्वारा संचालित जसमूल डेयरी में चल रही चुनावी प्रक्रिया के तहत गुरुवार को कई उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र वापस लेकर चुनावी तस्वीर को स्पष्ट कर दिया है। निर्वाचन अधिकारी सोहनलाल लखानी ने बताया कि बुधवार शाम तक 11 निदेशक पद के चुनाव को लेकर २५ नामांकन पत्र दाखिल हुए। नामांकन के अंतिम दिन वार्ड संख्या 1 से जोगसिंह बालोत, वार्ड संख्या 3 से केसाराम विश्रोइ, वार्ड संख्या 5 से मुकनाराम चौधरी, वार्ड संख्या 6 से रणजीतसिंह देवड़ा व पिछड़ा वर्ग से वगताराम देवासी पाल निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए।
इस तरह कुल ५ प्रत्याक्षी निर्विरोध निर्वाचित हुए हंै। उन्होंने बताया कि वार्ड संख्या 2 में जलालखां व ईश्वरसिंह, वार्ड संख्या 4 में जेठाराम व तगसिंह, वार्ड संख्या 7 से महेंद्रसिंह व करणसिंह, महिला आरक्षित वार्ड में नैनुदेवी रूपावटी व ऐलसीदेवी, अनुसूचित जाति आरक्षित वार्ड से लखमाराम व समंदरदेवी एवं अनुसूचित जनजाति आरक्षित वार्ड से जुआराराम व शंकरलाल चुनावी मैदान में है। निदेशक पद के लिए २६ अगस्त को चुनाव करवाए जाएंगे तथा चेयरमैन पद का चुनाव २७ अगस्त को होगा।
Sunday, 8 August 2010
एबीवीपी सदस्यता अभियान जोरो पर
तहसील क्षेत्र में एबीवीपी का सदस्यता अभियान जोरो पर चल रहा है। तहसील प्रमुख नरपत सोनी ने बताया कि इस बार सदस्यता अभियान को कस्बे सहित समूचे तहसील क्षेत्र में विस्तारित किया गया है। जिसके तहत बडग़ांव, मालवाड़ा, जाखड़ी, रतनपुर सहित दर्जनों गांवों में सैकड़ों सदस्य बनाए गए है। सदस्यता अभियान में नगरध्यक्ष लक्ष्मणसिंह देवड़ा, नगर मंत्री लक्ष्मणाराम चौधरी सहित पदाधिकारी सक्रिय सहयोग दे रहे है।
छात्र संघ चुनाव की हलचल हुई शुरू
छात्र संघ चुनावों की हलचल रानीवाड़ा कस्बे में भी शुरू हो गई है। चुनाव मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर एम.एल. मेघवाल ने बताया कि स्थानीय श्री रघुनाथ विश्रोई मैमोरियल कॉलेज के छात्र संघ चुनाव में मतदान करने के लिए 14 अगस्त से पूर्व महाविद्यालय की फीस अनिवार्य रूप से जमा करवानी होगी। उन्होंने सभी संकायों के छात्र संघ चुनावों के लिए मतदाता बनने के लिए सम्पूर्ण फिस जमा होना जरूरी बताया। मतदाता सूची को अंतिम रूप १६ अगस्त को दिया जाएगा।
Tuesday, 20 July 2010
अब जिलाध्यक्ष पद पर नजर
कांग्रेस संगठन चुनावों के तहत बूथ व ब्लॉक स्तर की चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब जिलाध्यक्ष पद पर नेताओं की नजर है। दावेदारों ने पद पर कब्जा करने के लिए कसरत भी तेज कर दी है। सत्ताधारी दल होने के कारण इस पद का वजन भारी माना जा रहा है। चुनाव 20 जुलाई तक होने हंै। एक-दो दिन में जिला निर्वाचन अधिकारी केवलचंद गुलेच्छा चुनाव को लेकर जिला मुख्यालय पर बैठक भी लेंगे।
जिलाध्यक्ष पद का चुनाव प्रत्येक ब्लाक से चुने जा रहे छह डीसीसी सदस्य करेंगे। जिले के दस ब्लॉक से कुल साठ सदस्य निर्वाचित होगे। इन्हीं में से अध्यक्ष पद के दावेदार होंगे तथा ये ही सब सदस्य मतदाता होंगे। हालांकि चुनाव मतदान से होने की संभावना कम ही है, सर्वसम्मति या आलाकमान के फैसले पर निर्भर होने की संभावना ज्यादा है।
जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में जिले के आधा दर्जन से अधिक प्रमुख नेता हैं। इनमें विधायक रतन देवासी, रामलाल मेघवाल, सुखराम विश्नोई, श्रवणसिंह बोरली, पूर्व सांसद पारसाराम मेघवाल आदि नेताओं के नाम चर्चा में है। वर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ. समरजीतसिंह राठौड़ अपने पत्ते नही खोल रहे हंै। पूर्व सांसद पारसाराम मेघवाल मजबूत दावेदार थे, लेकिन बीस सूत्री कार्यक्रम जिला उपाध्यक्ष पद मिलना उनका कमजोर पक्ष बन गया है। वैसे भीनमाल क्षेत्र से जिला प्रमुख होने के कारण यहां के किसी नेता को भी जिलाध्यक्ष पद मिलता नजर नहीं आ रहा।
हालांकि जिले में कांग्रेस पार्टी के भीतर सबसे मजबूत खेमा पुखराज पाराशर व रतन देवासी का नाम उभर रहा है। ऐसे में पाराशर की राय व समर्थन किसी भी दावेदार के लिए अहम है। पार्टी सूत्रों के अनुसार विवाद होने व महिला को पद देने की स्थिति में पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल को भी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
Saturday, 22 May 2010
मतदाता पहचान पत्र की वीडीओं ग्राफी
क्षेत्र में फोटो पहचान पत्र से वंचित मतदाताओं को चुनाव आयोग ने नए पहचान पत्र बनाने का अवसर दिया है। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी कैलाशचंद्र शर्मा ने बताया कि मतदाता पहचान पत्र की वीडीओं ग्राफी को लेकर 23 मई को कोड़का, 2४ को कोटड़ा, सेवाड़ा, करवाड़ा, दांतवाड़ा, करड़ा, चाटवाड़ा, वणधर २५ मई को रोपसी, सिलासन, आखराड़ा, मेड़ा, जालेरा खुर्द, कुड़ा, गांग, २६ मई को दहीपुर, जाखड़ी, रतनपुर, धानोल, धामसीन, बडग़ांव, जोड़वास, २७ मई को आजोदर, रानीवाड़ा कलां, रानीवाड़ा खुर्द, डूंगरी, सूरजवाड़ा, मालवाड़ा, कागमाला, २८ मई को चितरोड़ी, पंचेरी, पूरण, सावीधर, पावली, राजीकावास, दांतलावास, २९ मई को डोरड़ा, चांदुर, जसवंतपुरा, गजापुरा, कलापुरा, पुर, दाता व ३० मई को सरनाऊ, पांचला, नैनोल, सूरावा, सांकड़ व गुंदाऊ में रखा गया है। उन्होंने बताया कि वीडीओंग्राफी से अवशेष रहे मतदाताओं को इन्टीमेशन स्लीप पटवारी, ग्रामसेवक व बीएलओं के द्वारा आवश्यक रूप से भिजवाना है, ताकि शत प्रतिशत वीडीओंग्राफी की लक्ष्यों की प्राप्ती हो सके।
Saturday, 1 May 2010
जनगणना कार्यक्रम घोषित
Monday, 22 February 2010
जनप्रतिनिधियों का होगा सम्मान
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के तत्वावधान में सोमवार को कस्बे के राजकीय अस्पताल के सामने जनप्रतिधियों का सम्मान समारोह होगा। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद व परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोमजीभाई डामोर मौजूद रहेंगे। वहीं अध्यक्षता जोधपुर संभाग के अध्यक्ष अमरसिंह कालुंदा करेंगे। समारोह में आदिवासी समाज से निर्वाचित पंचायतीराज के जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाएगा। जालोर जिला उपप्रमुख मूलाराम भील, आबूपर्वत नगरपालिका अध्यक्ष लीला परमार, जसवंतपुरा प्रधान दीपाराम भील, रोहित प्रधान रेश्मादेवी भील व सिवाणा प्रधान मालाराम भील सहित कई सरंपच व वाडऱ् पंचों को भी सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर शक्ति हॉस्पिटल के पास कार्यालय का उद्घाटन भी किया जाएगा।
Monday, 15 February 2010
उप जिला प्रमुख का किया सम्मान
राजस्थान भील महासभा द्वारा नव निर्वाचित उपजिला प्रमुख मूलाराम मीणा का सम्मान किया गया। प्रदेश महासचिव भाखराराम राणा ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष नरसिंग पढिय़ार द्वारा उपजिला प्रमुख का माला व साफा पहनाकर स्वागत किया तथा महासभा के दल में बीईईओ तोलाराम राणा, प्र.अ. हुकमाराम राणा, जयकिशन राणा, पूर्व सरपंच कोड़का दीपाराम भील, छगनाराम भील, अध्यापक हंजाराम, राजाराम आदि समाज बंधुओं ने भी माला पहनाकर स्वागत किया। सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव ने समाज के विकास, शिक्षा को बढा़वा देने, कुरीतियों को मिटाकर समाज में एकता पर बल देने की बात कही। नवनिर्वाचित उपजिला प्रमुख मूलाराम राणा ने समाज बंधुओं को सहयोग करने का आश्वासन देकर समाज हित में सरकारी योजनाओं के सफल संचालन एवं अमल में लाने की बात कही। राजस्थान भील महासभा की ओर से कांग्रेस जिलाध्यक्ष समरजीतसिंह, जालोर विधायक रामलाल मेघवाल, रानीवाड़ा विधायक रतनदेवासी व कांग्रेस नेता को भील समाज को प्रतिनिधित्व देने पर आभार प्रकट किया गया। भील समाज के इस सम्मान समारोह में समाज के कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया।
Friday, 5 February 2010
पार्टी प्रत्याशियों की हुई बाड़ाबंदी
Wednesday, 3 February 2010
चरम पर पहुंचा चुनावी रंग
क्षेत्र के विभिन्न गांवों में प्रथम चरण में होने वाले मतदान को लेकर जोरदार उत्साह है। गांवों में देर रात तक चौपालों पर चुनावी चर्चाएं चल रही हैं। गांव की सरकार चुनने का यह मौका हर ग्रामीण को भा रहा है। विशेषकर युवा इस बार इसमें ज्यादा रूचि ले रहे हैं।
मालवाड़ा क्षेत्र के गांव आखराड़ में चुनावी रंग पूरे शबाव है। गांव के सभी खंभे व दीवारें चुनावी पोस्टरों से अटे पड़े हैं। ग्रामीण बातचीत में बताते हैं कि वे अपने मताधिकार को लेकर सचेत हैं और वोट अवश्य डालेंगे। वोट किसे और क्यों दिया जाएगा के मुद्दे पर ये ग्रामीण चुप्पी साध लेते हैं। ऐसे में परिणाम क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता, लेकिन यह अवश्य है कि अब इनके आस पास की समस्याएं इन्हें ज्यादा प्रभावित करती हैं। गांव में सरपंच पद को लेकर खासा उत्साह है। दावेदार अभी से सैंकड़ों समर्थकों के साथ हाथ जोड़ घर-घर वोट की गुहार कर रहें हैं।
क्षेत्र के मेड़ा गांव में भी कमोबेश यही हाल है। गांव में लोग समूहों में बैठे चुनावों पर चर्चा करते देखे जा सकते हैं। यहां से कुछ दूरी पर गोलवाड़ा सिलासन, चरपटिया, दूदवट सहित रानीवाड़ा खुर्द में भी चुनाव पूरे रंग पर हैं। यहां कहीं कहीं मतदाताओं के लिए भोजन की व्यवस्था प्रत्याशियों की ओर से की गई है। सुणतर क्षेत्र के गांवों में भी चुनावी पूरे रंग में दिखा। ग्राम पंचायत बडग़ांव में प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ रात को भी चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे। गांव की गलियों में जमा कीचड़ व कंपकंपी छुड़ा देने वाली ठंड के बावजूद उनके जोश में कोई कमी नहीं थी। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में रोजाना अलग-अलग पदों के दावेदार दस्तक दे रहे हंै। गांव धामसीन में भी रात्रि में ग्रामीण घरों के बाहर चबूतरों पर बैठे चुनावी चर्चा करते दिखे।
घंूघट की ओट में मांगे वोट
कंधे तक घूंघट, बड़े-बूढ़ों के मिलने पर तुरन्त पैर छूना। कुछ ऐसा ही नजारा गांव मालवाड़ा, सेवाड़ा, रानीवाड़ा आदि में देखने को मिल रहा है। इन गांवों मेंं कुछ महिला प्रत्याशी घंूघट की ओट में वोट की गुहार करती नजर आई। महिलाओं के साथ महिला कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पुरूष कार्यकर्ता भी चल रहे थे। वह विकास का दावा कर लोगों से अपने चहेते प्रत्याशी को वोट देने की अपील कर रहे थे।
Monday, 18 January 2010
विधायक ने किया चुनावी दौरा
रानीवाड़ा
पंचायती राज चुनावों को लेकर विधायक रतन देवासी ने शुक्रवार को कई गांवों का चुनावी दौरा कर लोगों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आह्वïान किया। देवासी ने वणधर गांव में आयोजित चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस पार्टी गरीबों की पार्टी है। इसी तरह चाटवाड़ा करड़ा, कोड़का, करवाड़ा, दांतवाड़ा, हर्षवाड़ा में भी चुनावी सभा को संबोधित कर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने का आह्वïान किया।
करड़ा& कस्बे समेत क्षैत्र के करवाड़ा, दांतवाड़ा, कोड़का, सामरानी, मौखातरा, डीगांव समेत दर्जनभर गांवों में गुरूवार को विधायक रतन देवासी ने चुनावी दौरा किया। इस दौरान देवासी ने विकास के लिए काग्रेस पार्टी के उम्म्ीदवार को मत व समर्थन देने की अपील की।
विधायक ने किया प्रसार
रानीवाड़ा. विधायक रतन देवासी ने आज पंचायतीराज चुनावों के तहत कांग्रेस प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार को लेकर कई गांवों का दौरा किया। उन्होंने कोड़ी, चितरोड़ी, कागमाला, मालवाड़ा, डूंगरी, बामनवाड़ा, धामसीन, धानोल, जोड़वास, जाखड़ी, दहीपुर, मैत्रीवाड़ा, रतनपुर, मारूवाड़ा व रानीवाड़ा खुर्द गांवों में चुनावी सभा को संबोधित कांग्रेस के उम्मीदवारों को वोट देने आह्वïान किया। देवासी के साथ जिला परिषदï उम्मीदवार मुलाराम भील, ललीता बोहरा, दिवालीदेवी काबा, ताराराम भील, रूपदान चारण ने भी सभी मतदाताओं को वोट देने की अपील की।
जिलाध्यक्ष ने किया चुनाव प्रसार
रानीवाड़ा. पंचायतीराज चुनावों को लेकर जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन ने शनिवार को मेड़क कलां, चरपटिया, सिलासन, तावीदर, लाखावास सहित कई गांवों का दौरा कर लोगों को भाजपा के पक्ष में मतदान करने का आह्वïान किया। इस दौरान उनके साथ पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल जिला परिषद भाजपा प्रत्याशी जोईताराम भील व मफाराम पुरोहित को मत देने की अपील की।
Monday, 11 January 2010
चतुष्कोणीय मुकाबले से रोचक बना रणक्षेत्र
रानीवाड़ा
जिले में रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक संघर्ष चतुष्कोणीय बनता जा रहा है। क्षेत्र में 2 पूर्व विधायक, एक वर्तमान विधायक व भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी रहे नारायणसिंह देवल के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठïा का सवाल बन गए हैं। जिसके बाद चारों नेता अपने-अपने समर्थकों की जीत के लिए राजनीतिक समीकरण बिठा रहे हैं। चुनावी परिदृश्य पर नजर डालें तो पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी का टिकट काटकर कांग्रेसी विधायक बने रतन देवासी को अब चौधरी चुनौती दे रहे है, वहीं पूर्व मंत्री अर्जुनसिंह देवड़ा का गत विधानसभा चुनावों में टिकिट काटकर लड़े, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल जिलाध्यक्ष अमीचंद के सहयोग से भाजपा संगठन पर अभी तक कब्जा जमाएं हुए बैठे हंै। चौधरी का प्रयास है कि रतन देवासी समर्थक प्रत्याशी प्रधान व प्रमुख नही बन पाए, वहीं देवड़ा भी यह चाह रहे है कि इस चुनाव में देवल द्वारा बनाए गए सभी प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी जाए। बहरहाल, पंचायती राज चुनावों का बिगुल बज उठा है। राजनैतिक दलों के प्रत्याशी एक बार फिर रणक्षेत्र में उतर रहे हैं। धीरे-धीरे चुनावी मौसम में बहार आती नजर आ रही है। जगह-जगह अफीम की महफिलें, हल्दी की सब्जियां सहित सामूहिक व सामाजिक भोज होते नजर आ रहे है। इस बीच दोनों दलों के समीकरण बिगाडऩे के लिए खडे हुए निर्दलय प्रत्याशियों की मान-मनुहार भी बढ़ गई है। इधर, चुनावों की कमान संभाले भाजपा के नारायणसिंह देवल व कांग्रेस विधायक रतन देवासी चुनावों के प्रचार की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।
Monday, 4 January 2010
मौसम की ठंडक में चुनावों की गर्माहट
कभी सूनी रहने वाली गांवो की चौपाल पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद आबाद हो गई हैं। सुबह से शाम तक यहां अब चुनावी चर्चा का आलम है। ठंडी हवा के बीच चुनावी चर्चा का पारा चढ़ गया है। संभावित उम्मीदवारों व उनकी हार-जीत के कयास लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों के तर्क-वितर्क मे अपने-अपने दावे हैं तो कहीं विकास की उम्मीदें भी हैं। चुनावी वैतरणी में उतरने के इच्छुक उम्मीदवार तारनहार मतदाताओं की नब्ज टटोलने मे लगे हैं, तो कहीं मान-मनौव्वल का दौर शुरू हो गया है। इन चुनावों में खड़ा होने वाला प्रत्याशी अपने क्षेत्र का होता है। इसीलिए हर नाम को हार-जीत की कसौटी पर कसा जा रहा है।
नामों की चर्चा शुरू : लॉटरी प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही जिला प्रमुख पद के दावेदारों के बारे में भी चर्चा शुरू हो गई है। सामान्य महिला वर्ग का पता चलने के बाद लोग यह चर्चा करने लगे है कि इस बार कांटे की टक्कर होना तय है। जिला परिषद सदस्य में सामान्य वर्ग के वार्डों को लेकर भी चर्चा आम है। विधानसभा क्षेत्र में जिला परिषद में कुल ६ क्षेत्र हंै। जिन में से ५ सीट सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने से जिला प्रमुख रानीवाड़ा से चुनने की पूरी संभावना जताई जा रही है। सामान्य महिला वर्ग के आरक्षण घोषित होने के बाद कई दावेदारों ने भी अपने लिए सुरक्षित सीट ढूंढऩा शुरू कर दिया है।
होगा चतुष्कोणीय संघर्ष
कांग्रेस विधायक रतन देवासी व पूर्व कांग्रेसी विधायक रतनाराम चौधरी एवं भाजपा के पूर्व विधायक अर्जुनसिंह देवड़ा व विधानसभा चुनावों में रहे भाजपा प्रत्याशी नारायणसिंह देवल के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। कांग्रेस में टिकट वितरण देवासी के माध्यम से तथा भाजपा में देवल द्वारा किया जाएगा। इस सूरत में देवड़ा, देवल को एवं चौधरी, देवासी को पटकनी देने की तैयारी कर रहे है। ऐसे में पंचायत चुनावों का मामला रोचक होता जा रहा है।
कहीं खुशी-कहीं गम
पंचायत चुनाव के लिए निकली आरक्षण की लॉटरी ने कइयों के अरमानो पर पानी फेर दिया तो कइयों के लिए जैसे घर बैठे ही लॉटरी खुल गई। ऐसे मे कहीं किंग मेकर की भूमिका को तलाशा जा रहा है तो कहीं पत्नी को सरपंच बनाने की जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। उधर आगामी पंचायतराज चुनावों के तहत जिला प्रमुख पद के आरक्षण के लिए लॉटरी निकाले जाने के साथ ही क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। जिला परिषद व पंचायत समिति चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनो ही प्रमुख दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। टिकट बंटवारे में पर्दे के पीछे के मापदंड भले ही कुछ भी रहे, लेकिन दोनों ही पार्टियों मे जिताऊ प्रत्याशी की तलाश शुरू हो गई है।
Friday, 1 January 2010
भाजपा की मंडल स्तरीय बैठक कल
भारतीय जनता पार्टी की मंडल स्तरीय बैठक शनिवार को श्रीयादेवी मंदिर परिसर में दोपहर ३ बजे होगी। जिला प्रवक्ता मुकेश खंडेलवाल ने बताया कि बैठक में पंचायत चुनाव को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन, भाजपा नेता नारायणसिंह देवल, मंडल अध्यक्ष भीखाराम चौधरी सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे।
रामसीन विश्वकर्मा मंदिर के समीप जसवंतपुरा भाजपा मंडल की बैठक शनिवार को सांसद देवजी पटेल की अध्यक्षता में होगी। महामंत्री भैरुलाल अग्रवाल ने बताया कि बैठक में पंचायतीराज चुनावों पर चर्चा की जाएगी। साथ ही जिला परिषद एवं पंचायत समिति के वार्डवार दावेदार अपनी दावेदारी पेश कर सकेंगे। बैठक में भीनमाल विधायक पूराराम चौधरी, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल, भाजपा के जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन मौजूद रहेंगे।
जसवंतपुरा भाजपा की बैठक 2 जनवरी को रामसीन में विधायक पूराराम चौधरी व पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल की अध्यक्षता में होगी। बैठक में गुमानसिंह राव सहित मंडल के कार्यकर्ता भाग लेंगे। बैठक में पंचायतीराज चुनाव को लकर चर्चा की जाएगी।
Tuesday, 29 December 2009
चुनाव लडऩा है तो हिसाब दो
नरेगा के तहत हुए कार्यों का लेखा जोखा पूरा नहीं करना वर्तमान सरपंचों को फिर से पंच, सरपंच, प्रधान या जिला पार्षद बनने से रोक सकता है। राज्य सरकार के आदेश जारी किए है, जिसके अन्तर्गत पंचायत समिति से उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना पंचायत चुनाव लडऩा संभव नहीं होगा। रानीवाड़ा पंचायत समिति के सभी वर्तमान सरपंच इसकी चपेट में आ गए है। गौरतलब है कि पंचायत समिति में नरेगा कार्य करवा रही ३० पंचायतों में दर्जनों पंचायतें ऐसी है, जिन्होंने अभी तक उपयोगिता प्रमाण पत्र और क्लियरेंस प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं किया है। ऐसी स्थिति में जिला परिषद से इन सरपंचों को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाएगा। जिससे वे पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। हालांकि आचार संहिता लागू होने के बाद भी जिला परिषद से यह प्रमाण पत्र दिए जा रहे है। राज्य सरकार के आदेश के बाद कई सरपंचों ने प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि नरेगा कार्यों के तहत दूसरी किश्त तभी जारी की जानी है, जब पहले कार्य के उपयोगिता प्रमाण पत्र और सीसी जारी कर दिए गए हो।
सभी सरपंच होंगे अयोग्य
पंचायत समिति की ३० ग्राम पंचायतों के सरपंच अभी तक नरेगा राशि का समायोजन नहीं कर पाए हैं। इस तरह एक भी वर्तमान सरपंच आगामी पंचायतीराज चुनावों में सरपंच, वार्डपंच, डेलिगेट का चुनाव नहीं लड़ सकता है। इन निर्देशों के चलते काफी तादात में सरपंचों के दोबारा चुनाव लडऩे का सपना धरा का धरा रह सकता है।
राज्य सरकार से मिला है आदेश
जिन पंचायतों में नरेगा कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र व सीसी प्राप्त नहीं हो पाए हैं, उन सरपंचों को चुनाव लडऩे के लिए एनओसी जारी नहीं की जाएगी। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार की ओर से आदेश आ गए है।
कैलाशचंद्र शर्मा, एसडीएम व निर्वाचन अधिकारी
नहीं करवाया है समायोजन
अभी तक सरपंचों ने सामग्री सहित अन्य मद में व्यय राशि का शत प्रतिशत समायोजन नहीं करवाया है।
ओमप्रकाश शर्मा, बीडीओ, रानीवाड़ा
Sunday, 27 December 2009
चौपाल पर होने लगी चुनावी चर्चा
पंचायतराज चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी बाकी है, लेकिन गांवों में चुनावी रंग जमने लगा है। सवेरे से लेकर देर शाम तक अब चुनावों की चर्चा मुख्य मुद्दा बन गई है। लोग अपने-अपने तरीके से हार-जीत के तरीके और समीकरण बताकर गांव की सरकारों का स्वरूप तय कर रहे हैं। इस बीच कई सीटों पर जहां लोग खुश हैं तो कई जगहों पर मौजूदा प्रतिनिधियों को आरक्षण के कारण मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इधर, आयोग की ओर से जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए जारी कार्यक्रम ने भी दावेदारों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर उनकी जिन्हें पहले चरण में 20 जनवरी को चुनाव लडऩा है।
यह रहेगा कार्यक्रम
पंचायत समिति क्षेत्र में जिला परिषद के ४ वार्डों एवं पंचायत समितियों के १९ वार्डों के लिए नामांकन 7 से 9 जनवरी तक स्वीकार होंगे। इनकी जांच के बाद 12 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके साथ ही जिला परिषद एवं पंचायत समिति के प्रत्येक वार्ड का राजनीतिक परिदृश्य साफ हो जाएगा। 20 जनवरी के पहले चरण में शामिल रानीवाड़ा, चितलवाना व सांचौर पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशियों को एक सप्ताह का समय प्रचार के लिए मिलेगा। दूसरे चरण में शामिल पंचायत समितियों के प्रत्याशियों को 16 दिन का समय प्रचार के लिए मिलेगा। सर्वाधिक लाभ में तीसरे चरण में शामिल पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशी रहेंगे जिन्हें प्रचार के लिए 20 दिन तक का समय मिलेगा।
नेता हुए सक्रिय
चुनाव समीप होने से भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने गांवों में कार्यकर्ताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। शेष & पेज 9
भाजपा नेता नारायणसिंह देवल, सांसद देवजीभाई पटेल व जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन की तिकड़ी भावी प्रत्याशियों की तलाश में जुट गई है।
भाजपा की नजर कलबी वोट बैंक पर टिकी हुई है। कलबी वोट बैंक परम्परागत रूप से कांग्रेस के साथ रहा है, परंतु रतनाराम चौधरी का टिकट कटने के बाद कुछ बदलाव देखा जा रहा है। इसी तरह विधायक रतन देवासी के पास टिकट के आवेदकों की लंबी सूची आनी शुरू हो गई है।
एक ही दिन नामांकन, अलग-अलग चुनाव
जि ले में तीन चरणों में चुनाव होना है। सभी तीन चरण के चुनाव के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने का कार्यक्रम एक ही होने से विसंगति उत्पन्न हो गई है। पहले चरण वालों को सबसे कम प्रचार की अवधि मिलेगी तो उनके साथ ही नामांकन पत्र पेश करने वाले तीसरे चरण के उम्मीदवारों को दो सप्ताह तक का अधिक समय मिलेगा। ऐसे में जिन लोगों की सीट पहले चरण में है वे अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। जिन क्षेत्रों में प्रचार की अवधि कम मिलेगी वहां टिकट के दावेदारों की चिंता अभी से बढ़ गई है। कुछ दावेदारों ने टिकट तय मान अभी से गांवों की चौपालों पर लोगों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। पहले चरण के क्षेत्रों वाले दावेदार राजनीतिक दलों पर प्रत्याशी घोषणा शीघ्र करने का दबाव बनाने लगे हैं।