रानीवाड़ा
जिले में रानीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक संघर्ष चतुष्कोणीय बनता जा रहा है। क्षेत्र में 2 पूर्व विधायक, एक वर्तमान विधायक व भाजपा के विधानसभा प्रत्याशी रहे नारायणसिंह देवल के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठïा का सवाल बन गए हैं। जिसके बाद चारों नेता अपने-अपने समर्थकों की जीत के लिए राजनीतिक समीकरण बिठा रहे हैं। चुनावी परिदृश्य पर नजर डालें तो पूर्व विधायक रतनाराम चौधरी का टिकट काटकर कांग्रेसी विधायक बने रतन देवासी को अब चौधरी चुनौती दे रहे है, वहीं पूर्व मंत्री अर्जुनसिंह देवड़ा का गत विधानसभा चुनावों में टिकिट काटकर लड़े, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह देवल जिलाध्यक्ष अमीचंद के सहयोग से भाजपा संगठन पर अभी तक कब्जा जमाएं हुए बैठे हंै। चौधरी का प्रयास है कि रतन देवासी समर्थक प्रत्याशी प्रधान व प्रमुख नही बन पाए, वहीं देवड़ा भी यह चाह रहे है कि इस चुनाव में देवल द्वारा बनाए गए सभी प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी जाए। बहरहाल, पंचायती राज चुनावों का बिगुल बज उठा है। राजनैतिक दलों के प्रत्याशी एक बार फिर रणक्षेत्र में उतर रहे हैं। धीरे-धीरे चुनावी मौसम में बहार आती नजर आ रही है। जगह-जगह अफीम की महफिलें, हल्दी की सब्जियां सहित सामूहिक व सामाजिक भोज होते नजर आ रहे है। इस बीच दोनों दलों के समीकरण बिगाडऩे के लिए खडे हुए निर्दलय प्रत्याशियों की मान-मनुहार भी बढ़ गई है। इधर, चुनावों की कमान संभाले भाजपा के नारायणसिंह देवल व कांग्रेस विधायक रतन देवासी चुनावों के प्रचार की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं।
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