रानीवाड़ाक्षेत्र में चल रहा सेवाडिय़ा पशु मेला मंगलवार को भी पूरे परवान पर रहा। इस दौरान राज्य समेत अन्य राज्यों के पशु व्यापारियों ने भी जमकर पशुओं की खरीद-फरोख्त की। मेले में 5वें दिन पशुओं के भावों में काफी तेजी देखी गई। मेले का समापन बुधवार को किया जाएगा।
मेले के दौरान गुजरात के काठियावाड़ से आए पशु व्यापारियों द्वारा पशुओं की खरीद फरोख्त में तेजी से भावों में वृद्धि देखी गई। पूर्णिमा के दिन मेले में ३० हजार से ज्यादा लोगों ने मेले का आनंद लिया। मेले में भीड़भाड़ होने से व्यापारियों के चेहरों पर खुशी देखी गई। मेला अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि मेले में पशुओं की आवक अच्छी रही। मंगलवार शाम तक मेले में पहुंचने वाले पशुओं की संख्या करीबन साढ़े १३ हजार के पार पहुंची। मेले में कांकरेज नस्ल के बैल, सांड, ऊंट और घोड़े समेत अन्य पशुओं को खरीदने-बेचने वाले व्यापारियों व पशुपालकों के लिए स्वर्णिम अवसर है। मेले में मनोरंजन के लिए लगाए गए सर्कस, मौत का कुआं, वैरायटी शो, वीडियो पार्लर और सिनेमा घर पर लोगों की भीड़ रही। मेले में तरह-तरह की दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी गई।
प्रतियोगिता संपन्न : मेले में मंगलवार को विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। अदंत बैलों की प्रतियोगिता में मफतलाल डूंगरी प्रथम, शांतिलाल हर्षवाड़ा द्वितीय, दो दांत बैलों में केसाराम करवाड़ा प्रथम, चार दांत बैलों शेष&पेज 9 में देवाराम लाछीवाड़ प्रथम, छ: दांत बैलों में विक्रमभाई अमरेली प्रथम, मलतीयान बैलों में जेठाराम डूंगरी प्रथम, सांड़ घोडों में महंत रतनभारती सेवाडिय़ा प्रथम, श्रवण विश्नोई लियादरा द्वितीय रहें। इसी तरह घोडिय़ों में मलसिंह जैतावाड़ा प्रथम, प्रतापसिंह गुंदाऊ द्वितीय, प्रागाराम सेवाडिय़ा तृतीय, अदंत बछेरा प्रतियोगिता में मलसिंह प्रथम, दो दांत बछेरा में जांवताराम विश्रोई कूड़ा प्रथम, रामसिंह वासोल द्वितीय, बछेरी प्रतियोगिता में अर्जुनराम देवासी सरनाऊ प्रथम, सालसिंह सिलासन द्वितीय, नर ऊंट प्रतियोगिता में सुजाणाराम प्रथम, होतीराम पाल द्वितीय, भगाराम भाट तृतीय, लादा ऊंट में जोराराम वाड़ोल प्रथम, ऊंट सवारी प्रतियोगिता में प्रभुराम वासण प्रथम रहें। पुलिस की निगरानी तेज पुलिस ने इस वर्ष मेले में अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त की है। अवैध धंधे, जुआघरों और सटोरियों पर पुलिस की विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस की सख्ती के चलते इस वर्ष अवैध कार्य करने वाले लोग मेले में दिखाई नहीं दे रहे हैं।
सुविधाओं से अच्छी व्यवस्था
मेले में पशुओं के पेयजल के लिए जलदाय विभाग के सहयोग से हौदियां व आवाड़ा बनाकर सुविधा प्रदान की जा रही है। इसी तरह बिजली व्यवस्था के लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों का भी सहयोग मिल रहा है। पशुओं के लिए मेला प्रशासन ने चिकित्सकों की व्यवस्था कर रखी है। इसी तरह सुरक्षा व्यवस्था का माकूल प्रबंध करने के लिए मेले के मध्य में स्थित प्लेटफार्म पर पुलिस की चौकी स्थापित की गई है। जहां ५० पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। चारा डिपो की कमी अखरी
वर्ष २००६ के मेले में श्रीशिव सांई सेवा समिति के सौजन्य से रियायती दर पर चारा बिक्री के लिए डिपो खोला गया था। इस वर्ष यह व्यवस्था नहीं होने से पशु व्यापारियों को ऊंची दर पर मेले में आया चारा खरीदने पड़ रहा है। जूनागढ़ से आए खीमाभाई ने बताया कि मेले में ज्वार का एक पुला २० रूपए में खरीदना पड़ रहा है जो काफी महंगा साबित हो रहा है।
समापन आज
मेले का समापन व पारितोषिक समारोह बुधवार दोपहर २ बजे मेला परिसर में आयोजित किया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर केवलकुमार गुप्ता व अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक लक्ष्मीनारायन मीणा करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उप जिला कलक्टर कैलाशचंद शर्मा भी उपस्थित रहेंगे। समारोह में विजेता पशुपालकों को स्मृति चिह्नï व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे।
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