रानीवाड़ा
क्षेत्र में राजस्थान गुंडा नियंत्रण अधिनियम के दायरे में आने वाले बदमाशों का रिकार्ड खंगालने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत पुलिस अधिकारी सजायाफ्ता होने के बावजूद आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे बदमाशों को सूचीबद्ध कर फाइलें तैयार कर रहे हैं। गौरतलब है कि करीब दस साल से इस अधिनियम के तहत कार्रवाई बंद पड़ी थी। करीब एक माह पूर्व सुप्रीम कोर्ट की ओर से एक्ट को संवैधानिक घोषित किए जाने के बाद महकमे में इस एक्ट के जरिए अपराधियों पर शिकंजा कसने की सुगबुगाहट फिर शुरू हो गई है। गृह विभाग के निर्देशों पर अब अमल शुरू हो गया है। रानीवाड़ा क्षेत्र में विभिन्न आपराधिक मामलों में सजा होने के बाद भी आधा दर्जन से ज्यादा प्रकरणों में लिप्त रहे कई बदमाश है।
कलेक्टर के समक्ष पेश होंगी फाइलें :इ गुण्डा एक्ट के आरोपियों को तड़ीपार करने या इनके विरूद्ध अन्य कार्रवाई के लिए जिला मजिस्ट्रेट ही निर्णय करते हंै। इसके मद्देनजर पुलिस ऐसे आरोपियों का रिकार्ड इकट्ठा करने के बाद डीएम के समक्ष पेश करेगी।
-गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए क्षेत्र में पुलिस सक्रिय है। पुलिस की ओर से अपराधियों को चिह्नित कर फाइलें बनवाई जा रही हैं।
-दिनेशकुमार, पुलिस निरीक्षक रानीवाड़ा
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