रानीवाड़ा
महानरेगा योजना में श्रमिकों को समुचित सलाह व मार्गदर्शन के लिए सरकार ने अब तकनीकी दक्ष मेट लगाने की पहल की है। प्रशिक्षित मेट नरेगा कार्यों पर रोजाना माप लेकर कनिष्ठ अभियंता को देगा। इससे श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान सही समय पर हो सकेगा। महानरेगा मेट को विशेष पहचान कार्ड दिया जाएगा और उन्हें कार्य के आधार पर रेटिंग दी जाएगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत में तैयार किए गए मेट पैनल से 12वीं पास अथवा इससे अधिक योग्यता वाले दो मेटों को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार चयन कर एक माह का सैद्धांतिक व गहन प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। तकनीकी दक्ष मेट के
रूप में प्रशिक्षित कर इन्हें प्रत्येक ग्राम पंचायत में कनिष्ठ अभियंता के कार्यक्षेत्र में वैकल्पिक माप कार्मिक के रूप में रखा जाएगा। शेष&पेज १9
पात्र उम्मीदवारों के पारदर्शितापूर्ण चयन तथा प्रशिक्षण के लिए जिला परिषद के अधिशासी अभियंता को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रथम चरण में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए न्यूनतम दो व्यक्तियों को 30 सितंबर से पूर्व प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे न केवल कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि पखवाड़ा समाप्त होने के तीन दिन के भीतर श्रमिकों को भुगतान किया जा सकेगा।
रूप में प्रशिक्षित कर इन्हें प्रत्येक ग्राम पंचायत में कनिष्ठ अभियंता के कार्यक्षेत्र में वैकल्पिक माप कार्मिक के रूप में रखा जाएगा। शेष&पेज १9
पात्र उम्मीदवारों के पारदर्शितापूर्ण चयन तथा प्रशिक्षण के लिए जिला परिषद के अधिशासी अभियंता को नोडल अधिकारी बनाया गया है। प्रथम चरण में प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए न्यूनतम दो व्यक्तियों को 30 सितंबर से पूर्व प्रशिक्षित किया जाएगा। इससे न केवल कार्य की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि पखवाड़ा समाप्त होने के तीन दिन के भीतर श्रमिकों को भुगतान किया जा सकेगा।
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