रानीवाड़ा
जिले की नौ जातियों के बीपीएल कार्ड अब बनाए जाएंगे। इन जातियों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को राजस्व अभियान के तहत चिह्नित किया जाएगा और मौके पर ही बीपीएल कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए उपखंड अधिकारियों को अधिकृत किया गया है, लेकिन सरकारी निर्देशों का प्रसार-प्रचार नहीं होने से इनका लाभ इन जातियों को नही मिल रहा है। एक माह पूर्व जारी हुए यह आदेश अभी तक हवा होते नजर आ रहे हैं। इनका पर्याप्त प्रसार -प्रचार होने पर अभी तक हजारों लोग शिविरों में लाभांवित हो सकते थे।
मुख्य सचिव के आदेश : प्रदेश के मुख्य सचिव एस अहमद ने अपने पत्र क्रमांक 62514-640 दिनांक 18.11.2010 के जरिए जिला प्रमुख, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, समाज कल्याण अधिकारी को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। जिसमें बताया गया है कि घुमंतू होने के कारण इन सभी जातियों के लोग सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप सेे अत्यन्त कमजोर हैं। पात्रता होने के बावजूद अधिकांश परिवार बीपीएल सूची में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। ऐसे में इन्हें बीपीएल कार्ड के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं इन्दिरा आवास योजना, राशन कार्ड, जाति-प्रमाण पत्र का लाभ इन लोगों को पात्रता के बावजूद नहीं मिल पाया है।
एसडीएम को है अधिकार
मुख्य सचिव द्वारा जारी पत्र के अनुसार उपखण्ड अधिकारी को इन जातियों को बीपीएल सूची में संशोधन का अधिकार प्राप्त है। इसलिए राजस्व अभियान के तहत इन घुमंतू जातियों के लोगों से स्वघोषणा शपथ पत्र या सामान्य आवेदन पत्र लेकर उन्हें उनके पैतृक जिले एवं गांव जहां ये लोग अधिकांशत: निवास करते हैं, वहां इन्हें विधिवत बीपीएल नम्बर उपलब्ध कराएं। साथ ही राशन आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जानी है।
यह हैं जातियां
जिन जातियों के लोगों को बीपीएल कार्ड के लिए राजस्व अभियान में चिह्नित किया जाएगा उनमें राईका-रेबारी, कंजर, सांसी, नट, कालबेलिया, गाड़ोलिया लोहार, बंजारा, खेरवा तथा बागरिया जाति शामिल हैं।
घुमंतू जाति के लोग होंगे लाभान्वित
-गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की सूची में संशोधन करने का अधिकार दिया गया है। प्रशासन गांवों के संग शिविरों में आने वाले ऐसे मामलों के आवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए घुमंतु जाति के लोगों को लाभांवित किया जाएगा।
- कैलाशचंद्र शर्मा, एसडीएम रानीवाड़ा
_बाल कृष्ण रैनके आयोग की रिपोर्ट को तुरंत प्रभाव से लागू किया जाए। ताकि वंचित जातियों को लाभांवित किया जा सके। वैसे यह आदेश स्थायी रूप से है। इन जाति वर्ग का वंचित व्यक्ति कभी भी लाभ ले सकता है।
- रतन देवासी, विधायक, रानीवाड़ा
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा
-बाड़मेर जिले में हजारों राईका-रेबारी जाति के घुमंतु लोगों को शिविरों के दौरान बीपीएल वर्ग में लिया गया है, लेकिन जालोर जिले में जानबूझकर प्रशासनिक अधिकारी सरकारी निर्देशों की पालना करने से कतरा रहे हंै। इस बारे में शीघ्र ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया जाएगा।
- हरजीराम देवासी, संयोजक, जिला रेबारी विकास मंच
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