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Monday, 4 January 2010

मौसम की ठंडक में चुनावों की गर्माहट

रानीवाड़ा
कभी सूनी रहने वाली गांवो की चौपाल पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद आबाद हो गई हैं। सुबह से शाम तक यहां अब चुनावी चर्चा का आलम है। ठंडी हवा के बीच चुनावी चर्चा का पारा चढ़ गया है। संभावित उम्मीदवारों व उनकी हार-जीत के कयास लगाए जा रहे हैं। ग्रामीणों के तर्क-वितर्क मे अपने-अपने दावे हैं तो कहीं विकास की उम्मीदें भी हैं। चुनावी वैतरणी में उतरने के इच्छुक उम्मीदवार तारनहार मतदाताओं की नब्ज टटोलने मे लगे हैं, तो कहीं मान-मनौव्वल का दौर शुरू हो गया है। इन चुनावों में खड़ा होने वाला प्रत्याशी अपने क्षेत्र का होता है। इसीलिए हर नाम को हार-जीत की कसौटी पर कसा जा रहा है।

नामों की चर्चा शुरू : लॉटरी प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही जिला प्रमुख पद के दावेदारों के बारे में भी चर्चा शुरू हो गई है। सामान्य महिला वर्ग का पता चलने के बाद लोग यह चर्चा करने लगे है कि इस बार कांटे की टक्कर होना तय है। जिला परिषद सदस्य में सामान्य वर्ग के वार्डों को लेकर भी चर्चा आम है। विधानसभा क्षेत्र में जिला परिषद में कुल ६ क्षेत्र हंै। जिन में से ५ सीट सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने से जिला प्रमुख रानीवाड़ा से चुनने की पूरी संभावना जताई जा रही है। सामान्य महिला वर्ग के आरक्षण घोषित होने के बाद कई दावेदारों ने भी अपने लिए सुरक्षित सीट ढूंढऩा शुरू कर दिया है।

होगा चतुष्कोणीय संघर्ष

कांग्रेस विधायक रतन देवासी व पूर्व कांग्रेसी विधायक रतनाराम चौधरी एवं भाजपा के पूर्व विधायक अर्जुनसिंह देवड़ा व विधानसभा चुनावों में रहे भाजपा प्रत्याशी नारायणसिंह देवल के बीच वर्चस्व की लड़ाई है। कांग्रेस में टिकट वितरण देवासी के माध्यम से तथा भाजपा में देवल द्वारा किया जाएगा। इस सूरत में देवड़ा, देवल को एवं चौधरी, देवासी को पटकनी देने की तैयारी कर रहे है। ऐसे में पंचायत चुनावों का मामला रोचक होता जा रहा है।

कहीं खुशी-कहीं गम

पंचायत चुनाव के लिए निकली आरक्षण की लॉटरी ने कइयों के अरमानो पर पानी फेर दिया तो कइयों के लिए जैसे घर बैठे ही लॉटरी खुल गई। ऐसे मे कहीं किंग मेकर की भूमिका को तलाशा जा रहा है तो कहीं पत्नी को सरपंच बनाने की जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। उधर आगामी पंचायतराज चुनावों के तहत जिला प्रमुख पद के आरक्षण के लिए लॉटरी निकाले जाने के साथ ही क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। जिला परिषद व पंचायत समिति चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनो ही प्रमुख दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। टिकट बंटवारे में पर्दे के पीछे के मापदंड भले ही कुछ भी रहे, लेकिन दोनों ही पार्टियों मे जिताऊ प्रत्याशी की तलाश शुरू हो गई है।

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