रानीवाड़ा
नरेगा के तहत हुए कार्यों का लेखा जोखा पूरा नहीं करना वर्तमान सरपंचों को फिर से पंच, सरपंच, प्रधान या जिला पार्षद बनने से रोक सकता है। राज्य सरकार के आदेश जारी किए है, जिसके अन्तर्गत पंचायत समिति से उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त किए बिना पंचायत चुनाव लडऩा संभव नहीं होगा। रानीवाड़ा पंचायत समिति के सभी वर्तमान सरपंच इसकी चपेट में आ गए है। गौरतलब है कि पंचायत समिति में नरेगा कार्य करवा रही ३० पंचायतों में दर्जनों पंचायतें ऐसी है, जिन्होंने अभी तक उपयोगिता प्रमाण पत्र और क्लियरेंस प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं किया है। ऐसी स्थिति में जिला परिषद से इन सरपंचों को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाएगा। जिससे वे पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। हालांकि आचार संहिता लागू होने के बाद भी जिला परिषद से यह प्रमाण पत्र दिए जा रहे है। राज्य सरकार के आदेश के बाद कई सरपंचों ने प्रमाण पत्र प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि नरेगा कार्यों के तहत दूसरी किश्त तभी जारी की जानी है, जब पहले कार्य के उपयोगिता प्रमाण पत्र और सीसी जारी कर दिए गए हो।
सभी सरपंच होंगे अयोग्य
पंचायत समिति की ३० ग्राम पंचायतों के सरपंच अभी तक नरेगा राशि का समायोजन नहीं कर पाए हैं। इस तरह एक भी वर्तमान सरपंच आगामी पंचायतीराज चुनावों में सरपंच, वार्डपंच, डेलिगेट का चुनाव नहीं लड़ सकता है। इन निर्देशों के चलते काफी तादात में सरपंचों के दोबारा चुनाव लडऩे का सपना धरा का धरा रह सकता है।
राज्य सरकार से मिला है आदेश
जिन पंचायतों में नरेगा कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र व सीसी प्राप्त नहीं हो पाए हैं, उन सरपंचों को चुनाव लडऩे के लिए एनओसी जारी नहीं की जाएगी। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार की ओर से आदेश आ गए है।
कैलाशचंद्र शर्मा, एसडीएम व निर्वाचन अधिकारी
नहीं करवाया है समायोजन
अभी तक सरपंचों ने सामग्री सहित अन्य मद में व्यय राशि का शत प्रतिशत समायोजन नहीं करवाया है।
ओमप्रकाश शर्मा, बीडीओ, रानीवाड़ा
Hot News अभी - अभी
Tuesday, 29 December 2009
Sunday, 27 December 2009
पूर्व प्रधानमंत्री का जन्मदिवस मनाया
रानीवाड़ा. कस्बे के भाजपा कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस धूमधाम से मनाया गया। भाजपा प्रवक्ता मुकेश खंडेलवाल ने बताया कि इस अवसर पर कई वक्ताओं ने वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान करवाए गए विकास कार्यों की जानकारी देकर उनके बताए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया। भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने सीएचसी में जाकर मरीजों को फल वितरीत किए। इस अवसर पर रतनसिंह राव, राजेंद्र वैष्णव, भवसिंह डाभी, प्रकाश सैन, चतराराम देवासी, लक्ष्मणसिंह सांचोर, सुरेश कुमार, भुदराराम मेघवाल, प्रेमप्रकाश वैष्णव, अशोक श्रीमाली सहित कई लोग उपस्थित थे।
पीपा समाज का सम्मान समारोह आज
रानीवाड़ा. पीपा क्षत्रिय शिक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में द्वितीय पीपा क्षत्रिय प्रतिभावान छात्र सम्मान समारोह कस्बे के पीपाजी मंदिर में रविवार को आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में जोधपुर संभाग व गुजरात के बनासकांठा जिले के पीपा क्षत्रिय समाज के लोग तथा प्रतिभावन विद्यार्थी भाग लेंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष हिरालाल सोलंकी ने बताया कि पीपा क्षत्रिय समाज के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश बडगुजर के मुख्य आतिथ्य में होने वाले समारोह में सिरोही के लेखाधिकारी दशरथ सोलंकी, सांचौर के एसडीएम छगनलाल गोयल, मालवाड़ा के रमेशकुमार डाभी, समाज के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष हाथीभाई वाघेला, पीपा प्रकाश के संपादक नरेंद्र चौहान, कनिष्ठ अभियंता कालूराम परमार, मुंबई के महेंद्रकुमार मकवाणा व राणपुर के कीर्तिलाल अतिथि विशेष के रूप में भाग लेंगे।
चौपाल पर होने लगी चुनावी चर्चा
रानीवाड़ा
पंचायतराज चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी बाकी है, लेकिन गांवों में चुनावी रंग जमने लगा है। सवेरे से लेकर देर शाम तक अब चुनावों की चर्चा मुख्य मुद्दा बन गई है। लोग अपने-अपने तरीके से हार-जीत के तरीके और समीकरण बताकर गांव की सरकारों का स्वरूप तय कर रहे हैं। इस बीच कई सीटों पर जहां लोग खुश हैं तो कई जगहों पर मौजूदा प्रतिनिधियों को आरक्षण के कारण मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इधर, आयोग की ओर से जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए जारी कार्यक्रम ने भी दावेदारों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर उनकी जिन्हें पहले चरण में 20 जनवरी को चुनाव लडऩा है।
यह रहेगा कार्यक्रम
पंचायत समिति क्षेत्र में जिला परिषद के ४ वार्डों एवं पंचायत समितियों के १९ वार्डों के लिए नामांकन 7 से 9 जनवरी तक स्वीकार होंगे। इनकी जांच के बाद 12 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके साथ ही जिला परिषद एवं पंचायत समिति के प्रत्येक वार्ड का राजनीतिक परिदृश्य साफ हो जाएगा। 20 जनवरी के पहले चरण में शामिल रानीवाड़ा, चितलवाना व सांचौर पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशियों को एक सप्ताह का समय प्रचार के लिए मिलेगा। दूसरे चरण में शामिल पंचायत समितियों के प्रत्याशियों को 16 दिन का समय प्रचार के लिए मिलेगा। सर्वाधिक लाभ में तीसरे चरण में शामिल पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशी रहेंगे जिन्हें प्रचार के लिए 20 दिन तक का समय मिलेगा।
नेता हुए सक्रिय
चुनाव समीप होने से भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने गांवों में कार्यकर्ताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। शेष & पेज 9
भाजपा नेता नारायणसिंह देवल, सांसद देवजीभाई पटेल व जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन की तिकड़ी भावी प्रत्याशियों की तलाश में जुट गई है।
भाजपा की नजर कलबी वोट बैंक पर टिकी हुई है। कलबी वोट बैंक परम्परागत रूप से कांग्रेस के साथ रहा है, परंतु रतनाराम चौधरी का टिकट कटने के बाद कुछ बदलाव देखा जा रहा है। इसी तरह विधायक रतन देवासी के पास टिकट के आवेदकों की लंबी सूची आनी शुरू हो गई है।
एक ही दिन नामांकन, अलग-अलग चुनाव
जि ले में तीन चरणों में चुनाव होना है। सभी तीन चरण के चुनाव के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने का कार्यक्रम एक ही होने से विसंगति उत्पन्न हो गई है। पहले चरण वालों को सबसे कम प्रचार की अवधि मिलेगी तो उनके साथ ही नामांकन पत्र पेश करने वाले तीसरे चरण के उम्मीदवारों को दो सप्ताह तक का अधिक समय मिलेगा। ऐसे में जिन लोगों की सीट पहले चरण में है वे अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। जिन क्षेत्रों में प्रचार की अवधि कम मिलेगी वहां टिकट के दावेदारों की चिंता अभी से बढ़ गई है। कुछ दावेदारों ने टिकट तय मान अभी से गांवों की चौपालों पर लोगों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। पहले चरण के क्षेत्रों वाले दावेदार राजनीतिक दलों पर प्रत्याशी घोषणा शीघ्र करने का दबाव बनाने लगे हैं।
पंचायतराज चुनाव की प्रक्रिया शुरू होनी बाकी है, लेकिन गांवों में चुनावी रंग जमने लगा है। सवेरे से लेकर देर शाम तक अब चुनावों की चर्चा मुख्य मुद्दा बन गई है। लोग अपने-अपने तरीके से हार-जीत के तरीके और समीकरण बताकर गांव की सरकारों का स्वरूप तय कर रहे हैं। इस बीच कई सीटों पर जहां लोग खुश हैं तो कई जगहों पर मौजूदा प्रतिनिधियों को आरक्षण के कारण मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इधर, आयोग की ओर से जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए जारी कार्यक्रम ने भी दावेदारों की चिंता बढ़ा दी है। खासकर उनकी जिन्हें पहले चरण में 20 जनवरी को चुनाव लडऩा है।
यह रहेगा कार्यक्रम
पंचायत समिति क्षेत्र में जिला परिषद के ४ वार्डों एवं पंचायत समितियों के १९ वार्डों के लिए नामांकन 7 से 9 जनवरी तक स्वीकार होंगे। इनकी जांच के बाद 12 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके साथ ही जिला परिषद एवं पंचायत समिति के प्रत्येक वार्ड का राजनीतिक परिदृश्य साफ हो जाएगा। 20 जनवरी के पहले चरण में शामिल रानीवाड़ा, चितलवाना व सांचौर पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशियों को एक सप्ताह का समय प्रचार के लिए मिलेगा। दूसरे चरण में शामिल पंचायत समितियों के प्रत्याशियों को 16 दिन का समय प्रचार के लिए मिलेगा। सर्वाधिक लाभ में तीसरे चरण में शामिल पंचायत समिति क्षेत्र के प्रत्याशी रहेंगे जिन्हें प्रचार के लिए 20 दिन तक का समय मिलेगा।
नेता हुए सक्रिय
चुनाव समीप होने से भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने गांवों में कार्यकर्ताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। शेष & पेज 9
भाजपा नेता नारायणसिंह देवल, सांसद देवजीभाई पटेल व जिलाध्यक्ष अमीचंद जैन की तिकड़ी भावी प्रत्याशियों की तलाश में जुट गई है।
भाजपा की नजर कलबी वोट बैंक पर टिकी हुई है। कलबी वोट बैंक परम्परागत रूप से कांग्रेस के साथ रहा है, परंतु रतनाराम चौधरी का टिकट कटने के बाद कुछ बदलाव देखा जा रहा है। इसी तरह विधायक रतन देवासी के पास टिकट के आवेदकों की लंबी सूची आनी शुरू हो गई है।
एक ही दिन नामांकन, अलग-अलग चुनाव
जि ले में तीन चरणों में चुनाव होना है। सभी तीन चरण के चुनाव के लिए नामांकन-पत्र दाखिल करने का कार्यक्रम एक ही होने से विसंगति उत्पन्न हो गई है। पहले चरण वालों को सबसे कम प्रचार की अवधि मिलेगी तो उनके साथ ही नामांकन पत्र पेश करने वाले तीसरे चरण के उम्मीदवारों को दो सप्ताह तक का अधिक समय मिलेगा। ऐसे में जिन लोगों की सीट पहले चरण में है वे अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। जिन क्षेत्रों में प्रचार की अवधि कम मिलेगी वहां टिकट के दावेदारों की चिंता अभी से बढ़ गई है। कुछ दावेदारों ने टिकट तय मान अभी से गांवों की चौपालों पर लोगों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। पहले चरण के क्षेत्रों वाले दावेदार राजनीतिक दलों पर प्रत्याशी घोषणा शीघ्र करने का दबाव बनाने लगे हैं।
Friday, 25 December 2009
बजट नहीं होने से अटका आवासीय विद्यालय भवन
रानीवाड़ा
बिना भवन के ही क्षेत्र में कस्तुरबा आवासीय विद्यालय आरंभ कर देना ना केवल छात्राओं के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है बल्कि भवन के अभाव में विद्यालय की कीमती सामग्री कबाड़ में तब्दील हो रही है। वैसे तो इस आवासीय विद्यालय का अपना भवन होता है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण नहीं होने के कारण यह विद्यालय किराए के भवन में संचालित किया जा रहा है। केंद्र संचालिका के अनुसार भवन किराए का होने के कारण काफी सामग्री आसमान के नीचे पड़ी है। इस सामग्री का रख-रखाव सर्वशिक्षा अभियान के पास है। जानकारी के मुताबिक यह केजीबी जालेराकलां के नाम से स्वीकृत है। जालेराकलां में भवन निर्माणाधीन होने के कारण इसे रानीवाड़ा कस्बे में संचालित किया जा रहा है।
९० से अधिक छात्राएं : इस केंद्र में ९० से ज्यादा बालिकाएं ६ से ८ तक की कक्षाओं में अध्ययन कर रही हैं। केंद्र में सर्दी के मौसम के चलते बालिकाओं के रहने के लिए पर्याप्त कमरे भी नहीं है। जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल विद्यालय की सामग्री का है। बालिकाओं को सिलाई शिक्षा प्रदान करने के लिए दी गई मशीनें धूल फांक रही है। यही हालत लोहे के पलंग, कंप्यूटर, सौर उर्जा की प्लेट, रजाई-बिस्तर की भी है।
कंप्यूटर व सौर उर्जा प्लांट भी खराब : भवन के अभाव और सामग्री की देखभाल के प्रति लापरवाही के कारण विद्यालय को कीमती सामान भी खराब हो रहा है। लंबे समय से इनवर्टर खराब पड़े हैं एवं कंप्यूटर भी बदहाल है। सर्दी के मौसम में पानी गर्म करने के लिए व रोशनी व्यवस्था के लिए सौर उर्जा का प्रोजेक्ट धूल फांक रहा है।
निर्माणाधीन भवन के लिए मांगा है बजट
ञ्चकेजीबी की व्यवस्था के लिए सीआरसीएफ जालाराम मेघवाल को नियुक्त किया हुआ है। फिलहाल यह केंद्र एसडीएमसी जालेराकलां संचालित कर रहा है। निर्माणाधीन भवन के लिए बजट की मांग विभाग को भेजी गई है। राशि आने पर भवन को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
तेजाराम विश्नोई, बीआरसीएफ, रानीवाड़ा
बिना भवन के ही क्षेत्र में कस्तुरबा आवासीय विद्यालय आरंभ कर देना ना केवल छात्राओं के लिए परेशानी भरा साबित हो रहा है बल्कि भवन के अभाव में विद्यालय की कीमती सामग्री कबाड़ में तब्दील हो रही है। वैसे तो इस आवासीय विद्यालय का अपना भवन होता है, लेकिन अभी तक इसका निर्माण नहीं होने के कारण यह विद्यालय किराए के भवन में संचालित किया जा रहा है। केंद्र संचालिका के अनुसार भवन किराए का होने के कारण काफी सामग्री आसमान के नीचे पड़ी है। इस सामग्री का रख-रखाव सर्वशिक्षा अभियान के पास है। जानकारी के मुताबिक यह केजीबी जालेराकलां के नाम से स्वीकृत है। जालेराकलां में भवन निर्माणाधीन होने के कारण इसे रानीवाड़ा कस्बे में संचालित किया जा रहा है।
९० से अधिक छात्राएं : इस केंद्र में ९० से ज्यादा बालिकाएं ६ से ८ तक की कक्षाओं में अध्ययन कर रही हैं। केंद्र में सर्दी के मौसम के चलते बालिकाओं के रहने के लिए पर्याप्त कमरे भी नहीं है। जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल विद्यालय की सामग्री का है। बालिकाओं को सिलाई शिक्षा प्रदान करने के लिए दी गई मशीनें धूल फांक रही है। यही हालत लोहे के पलंग, कंप्यूटर, सौर उर्जा की प्लेट, रजाई-बिस्तर की भी है।
कंप्यूटर व सौर उर्जा प्लांट भी खराब : भवन के अभाव और सामग्री की देखभाल के प्रति लापरवाही के कारण विद्यालय को कीमती सामान भी खराब हो रहा है। लंबे समय से इनवर्टर खराब पड़े हैं एवं कंप्यूटर भी बदहाल है। सर्दी के मौसम में पानी गर्म करने के लिए व रोशनी व्यवस्था के लिए सौर उर्जा का प्रोजेक्ट धूल फांक रहा है।
निर्माणाधीन भवन के लिए मांगा है बजट
ञ्चकेजीबी की व्यवस्था के लिए सीआरसीएफ जालाराम मेघवाल को नियुक्त किया हुआ है। फिलहाल यह केंद्र एसडीएमसी जालेराकलां संचालित कर रहा है। निर्माणाधीन भवन के लिए बजट की मांग विभाग को भेजी गई है। राशि आने पर भवन को शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
तेजाराम विश्नोई, बीआरसीएफ, रानीवाड़ा
मेघवाल का किया स्वागत
रानीवाड़ा! मेघवाल समाज के मेधावी युवा पृथ्वीपालसिंह मेघवाल का डीआरडीओ में वैज्ञानिक पद पर चयन होने के बाद प्रथम बार रानीवाड़ा पहुंचने पर मेघवाल युवा अंबेडकर संघ की ओर से भव्य स्वागत किया गया। कस्बे के सांचौर सड़क मार्ग पर संघ के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने ढोल ढमाकों के बीच साफा व माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष कृष्ण रांगी, कृष्ण चौहान, महेंद्र परिहार, सवदाराम, जेठाराम, सोमाराम, गौतमकुमार, रमेशकुमार, मंछाराम, सावलांराम, नानजीराम, ईश्वरकुमार, अमृत कटारिया, जानू मेघवाल सहित कई लोगों ने भाग लिया।
Thursday, 24 December 2009
जीरे पर ग्लोबल वार्मिंग का असर
गुमानसिंह राव रानीवाड़ा
सुणतर क्षेत्र में इस बार मानसून की रुसवाई व तापमान में आ रहे उतार चढ़ाव के कारण 25 प्रतिशत कृषि भूमि पर ही रबी की फसल बोई जा सकी। जानकारी के अनुसार इस बार ३२०० हैक्टेयर भूमि पर ही जीरे की फसल की बुवाई की गई है। जबकि गत वर्ष ४२०० हैक्टेयर भूमि पर बुवाई की गई थी।
क्षेत्र के खेतों में ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव देखने को मिल रहा है। तापमान में लगातार आ रहे उतार चढ़ाव के कारण फसलें अभी पूरी तरह से पक नहीं पा रही हंै। कृषि अधिकारियों का कहना है कि जब तक तापमान और अधिक नीचे नहीं आ जाता है तब तक फसलों को सुरक्षित रख पाना मुश्किल है। क्षेत्र के गांवों में अगर मौसम के तेवर यही रहे तो गेहूं, जौ, सरसों व जीरे की फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। रबी की फसल नवंबर के अंत तक पूरे यौवन पर आ जाती है, लेकिन लगातार तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव के कारण खेतों में फसलें अभी भी पक नहीं पाई हैं। कृषि अधिकारियों का मानना है कि तापमान में जितनी गिरावट आएगी उतना ही फसलों को लाभ मिलेगा। इधर, जिले का अधिकांश किसान जीरे पर ही निर्भर है। ऐसे में उसकी आश भी जीरे को लेकर ही है। क्या है इस समय जीरे का हाल और क्या चल रहे हैं भाव। अभी और कैसे बचाया जा सकता है जीरे को पेश है एक रिपोर्ट।
ऊंझामंड़ी का रूझान
जीरे की अंतर्राष्ट्रीय ऊंझा मंडी के प्रसिद्ध एक्सपोर्टर बाबुभाई शाह के अनुसार भारत में इस समय अग्रिम स्टॉक करीब 7 लाख बोरियों का है। वर्तमान में बाजार बहुत उतार-चढ़ाव वाला है। कीमतें स्थिर नहीं हैं और कारोबारी पुराने स्टॉक पर मुनाफा वसूली में लगे हुए हैं। ऊंझा में बेहतरीन क्वालिटी के 20 किलोग्राम जीरे का मूल्य 2,100-2,150 रुपये पहुंच गया है, जबकि खराब क्वालिटी के जीरे की कीमत 1,800 से 1,850 रुपये है। ज्यादातर जीरा कारोबारियों का मानना है कि मध्य फरवरी के बाद ही स्थितियां और ज्यादा स्पष्ट हो पाएगी। जब नई फसल बाजार में आ जाएगी।
उन्नत किस्म
आर एस 1, एस 404, आर जेड 19, एम् सी 43, एम् यू सी, यू सी 198, एन पी डी 1, एन पी जे 126, सेलेक्शन 7-3, गुजरात जीरा 3 आदि।
जलवायु
जीरा ठंडे मौसम की फसल है, वानस्पतिक वृद्धि के लिए ठंडे मौसम परन्तु फूल आने और बीज पकने के समय उच्च तापमान और लम्बी प्रकाश अवधि वाले दिन उत्तम रहते हैं।
बीज की मात्रा
बीज का जीरा उत्पादन में विशेष महत्व है, इसकी अधिक उपज लेने के लिए बीज की पर्याप्त मात्रा बोनी चाहिए, आमतौर पर 20 किलो बीज प्रति हैक्टेयर पर्याप्त होता है।
जीरे के प्रमुख रोग एवं नियंत्रण
जीरे की फसल में मुख्यत: झुलसा रोग जिसमे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और पौधा सूखने लगता है, अंगमारी जिसमे पौधा मुरझा जाता है, उसपर सफेद धब्बे आ जाते है और टहनियां नीचे की ओरे झुक जाती है, चूर्णी फफूंद जिसमे पौधे में सफेद चूर्ण सा लग जाता है प्रभावित करती हैं। इनकी रोकथाम के लिए 250 मिली लीटर नीम पानी, 25 मिली लीटर माइक्रो झिम प्रति पम्प मिलाकर अच्छी तरह से तर बतर कर छिड़काव करें इसके अलावा सुपर गोल्ड मैग्नीशियम 1 किलोग्राम प्रति एकड़ पानी में घोल कर छिडकाव करें। नीम पानी बनाने के लिए 25 किलो नीम की ताजी पत्तियों को 50 लीटर पानी में पकाए जब वह 20-25 लीटर रह जाए तब छानकर उपयोग करना चाहिए।
किसान अपनाएं फव्वारा पद्धति
ञ्चतापमान में गिरावट आती है तो ही फसल को फायदा होगा। अगर ठंड में कमी आती है तो रबी की फसल में कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है। किसानों को फव्वारा पद्घति से सिंचाई कर अपनी फसल को सुरक्षित रखना चाहिए।
कन्हैयालाल विश्नोई,
सहायक कृषि अधिकारी, रानीवाड़ा
ञ्चक्षेत्र में पानी की कमी के कारण इस बार रबी की फसल किसानों द्वारा कम बोई गई है। तापमान में आ रहा उतार चढ़ाव फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रयास कर फसल को बचाने में लगे है। अभी तक फसल पूरे यौवन पर नहीं आई है।
बाबूलाल चौधरी,
किसान, कोट की ढ़ाणी
सुणतर क्षेत्र में इस बार मानसून की रुसवाई व तापमान में आ रहे उतार चढ़ाव के कारण 25 प्रतिशत कृषि भूमि पर ही रबी की फसल बोई जा सकी। जानकारी के अनुसार इस बार ३२०० हैक्टेयर भूमि पर ही जीरे की फसल की बुवाई की गई है। जबकि गत वर्ष ४२०० हैक्टेयर भूमि पर बुवाई की गई थी।
क्षेत्र के खेतों में ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव देखने को मिल रहा है। तापमान में लगातार आ रहे उतार चढ़ाव के कारण फसलें अभी पूरी तरह से पक नहीं पा रही हंै। कृषि अधिकारियों का कहना है कि जब तक तापमान और अधिक नीचे नहीं आ जाता है तब तक फसलों को सुरक्षित रख पाना मुश्किल है। क्षेत्र के गांवों में अगर मौसम के तेवर यही रहे तो गेहूं, जौ, सरसों व जीरे की फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है। रबी की फसल नवंबर के अंत तक पूरे यौवन पर आ जाती है, लेकिन लगातार तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव के कारण खेतों में फसलें अभी भी पक नहीं पाई हैं। कृषि अधिकारियों का मानना है कि तापमान में जितनी गिरावट आएगी उतना ही फसलों को लाभ मिलेगा। इधर, जिले का अधिकांश किसान जीरे पर ही निर्भर है। ऐसे में उसकी आश भी जीरे को लेकर ही है। क्या है इस समय जीरे का हाल और क्या चल रहे हैं भाव। अभी और कैसे बचाया जा सकता है जीरे को पेश है एक रिपोर्ट।
ऊंझामंड़ी का रूझान
जीरे की अंतर्राष्ट्रीय ऊंझा मंडी के प्रसिद्ध एक्सपोर्टर बाबुभाई शाह के अनुसार भारत में इस समय अग्रिम स्टॉक करीब 7 लाख बोरियों का है। वर्तमान में बाजार बहुत उतार-चढ़ाव वाला है। कीमतें स्थिर नहीं हैं और कारोबारी पुराने स्टॉक पर मुनाफा वसूली में लगे हुए हैं। ऊंझा में बेहतरीन क्वालिटी के 20 किलोग्राम जीरे का मूल्य 2,100-2,150 रुपये पहुंच गया है, जबकि खराब क्वालिटी के जीरे की कीमत 1,800 से 1,850 रुपये है। ज्यादातर जीरा कारोबारियों का मानना है कि मध्य फरवरी के बाद ही स्थितियां और ज्यादा स्पष्ट हो पाएगी। जब नई फसल बाजार में आ जाएगी।
उन्नत किस्म
आर एस 1, एस 404, आर जेड 19, एम् सी 43, एम् यू सी, यू सी 198, एन पी डी 1, एन पी जे 126, सेलेक्शन 7-3, गुजरात जीरा 3 आदि।
जलवायु
जीरा ठंडे मौसम की फसल है, वानस्पतिक वृद्धि के लिए ठंडे मौसम परन्तु फूल आने और बीज पकने के समय उच्च तापमान और लम्बी प्रकाश अवधि वाले दिन उत्तम रहते हैं।
बीज की मात्रा
बीज का जीरा उत्पादन में विशेष महत्व है, इसकी अधिक उपज लेने के लिए बीज की पर्याप्त मात्रा बोनी चाहिए, आमतौर पर 20 किलो बीज प्रति हैक्टेयर पर्याप्त होता है।
जीरे के प्रमुख रोग एवं नियंत्रण
जीरे की फसल में मुख्यत: झुलसा रोग जिसमे पौधे की वृद्धि रुक जाती है और पौधा सूखने लगता है, अंगमारी जिसमे पौधा मुरझा जाता है, उसपर सफेद धब्बे आ जाते है और टहनियां नीचे की ओरे झुक जाती है, चूर्णी फफूंद जिसमे पौधे में सफेद चूर्ण सा लग जाता है प्रभावित करती हैं। इनकी रोकथाम के लिए 250 मिली लीटर नीम पानी, 25 मिली लीटर माइक्रो झिम प्रति पम्प मिलाकर अच्छी तरह से तर बतर कर छिड़काव करें इसके अलावा सुपर गोल्ड मैग्नीशियम 1 किलोग्राम प्रति एकड़ पानी में घोल कर छिडकाव करें। नीम पानी बनाने के लिए 25 किलो नीम की ताजी पत्तियों को 50 लीटर पानी में पकाए जब वह 20-25 लीटर रह जाए तब छानकर उपयोग करना चाहिए।
किसान अपनाएं फव्वारा पद्धति
ञ्चतापमान में गिरावट आती है तो ही फसल को फायदा होगा। अगर ठंड में कमी आती है तो रबी की फसल में कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है। किसानों को फव्वारा पद्घति से सिंचाई कर अपनी फसल को सुरक्षित रखना चाहिए।
कन्हैयालाल विश्नोई,
सहायक कृषि अधिकारी, रानीवाड़ा
ञ्चक्षेत्र में पानी की कमी के कारण इस बार रबी की फसल किसानों द्वारा कम बोई गई है। तापमान में आ रहा उतार चढ़ाव फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। प्रयास कर फसल को बचाने में लगे है। अभी तक फसल पूरे यौवन पर नहीं आई है।
बाबूलाल चौधरी,
किसान, कोट की ढ़ाणी
विश्नोई की पुण्यतिथि मनाई
रानीवाड़ा
स्थानीय श्री रघुनाथ विश्नोई मैमोरियल कॉलेज में बुधवार को एनएसएस यूनिट के तत्वाधान में पूर्व चिकित्सा एवं कानून मंत्री स्व. रघुनाथ विश्नोई की २०वीं पुण्यतिथि विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा एवं जिला उपप्रमुख हड़तसिंह भोमिया की अध्यक्षता में मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शर्मा ने एनएसएस स्वयंसेवकों को स्वरोजगार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला उपप्रमुख हडमतसिंह ने बताया कि विश्नोई उच्च प्रतिभा व सादगी के पूर्ण जीवन के धनी थे। वे पांच बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे व चिकित्सा व कानून मंत्री बने। कॉलेज निदेशक व पूर्व प्रधान नरेंद्र विश्नोई ने सभी का स्वागत किया। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर पूर्वमंत्री को श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर जालोर नगर पालिका पार्षद सुरेंद्र विश्नोई, छोटु भाई, कॉलेज प्रवक्ता गोवाराम मेघवाल व अखिलेश कुमार तथा राजकीय महाविद्यालय भीनमाल के प्रवक्ता डॉ. ओमपुरी स्वामी समेत कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंध सचिव बी.आर. विश्नोई ने किया।
स्थानीय श्री रघुनाथ विश्नोई मैमोरियल कॉलेज में बुधवार को एनएसएस यूनिट के तत्वाधान में पूर्व चिकित्सा एवं कानून मंत्री स्व. रघुनाथ विश्नोई की २०वीं पुण्यतिथि विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा एवं जिला उपप्रमुख हड़तसिंह भोमिया की अध्यक्षता में मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शर्मा ने एनएसएस स्वयंसेवकों को स्वरोजगार के बारे में विस्तृत जानकारी दी। जिला उपप्रमुख हडमतसिंह ने बताया कि विश्नोई उच्च प्रतिभा व सादगी के पूर्ण जीवन के धनी थे। वे पांच बार चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे व चिकित्सा व कानून मंत्री बने। कॉलेज निदेशक व पूर्व प्रधान नरेंद्र विश्नोई ने सभी का स्वागत किया। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर पूर्वमंत्री को श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर जालोर नगर पालिका पार्षद सुरेंद्र विश्नोई, छोटु भाई, कॉलेज प्रवक्ता गोवाराम मेघवाल व अखिलेश कुमार तथा राजकीय महाविद्यालय भीनमाल के प्रवक्ता डॉ. ओमपुरी स्वामी समेत कई लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंध सचिव बी.आर. विश्नोई ने किया।
Wednesday, 23 December 2009
जोशी समाज का स्नेह मिलन
रानीवाड़ा कस्बे के जोशी छात्रावास में सहस्त्र औदिच्य जोशी मण्डल सुणतर क्षेत्र का सामाजिक स्नेह मिलन समारोह मंगलवार को आयोजित हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि लंदन में व्यवसायरत स्नेहहल मेहता का साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया। कस्बे में निर्माणाधीन छात्रावास के लिए डीसा गुजरात से आए त्रिभुवनदास पुंजीराम मेहता ने पांच लाख ग्यारह हजार व लाच्छिवाड़ निवासी भीखाराम जोशी ने ५१ हजार रूपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर भूराराम रायपुर, ताराचंद मालवाड़ा, राजेश मेहता जेतपुरा, भंवरलाल जोशी, अमृतलाल वडलू, जगदीश जोशी, स्यामलाल जोशी ने भी समाज के उत्थान को लेकर अपने-अपने विचार व्यक्त किए। समारोह का संचालन डॉ. किशन जोशी ने किया।
Tuesday, 22 December 2009
सामुदायिक सभाभवन का लोकार्पण
रानीवाड़ा
विधानसभा क्षेत्र में विद्युत व पेयजल की समस्या के समाधान को लेकर सरकार अतिशीघ्र कई योजनाए शुरू कर रही है। जिले में सर्वाधिक नलकूप रानीवाड़ा क्षेत्र में स्वीकृत हुए है। विद्युत क्षेत्र में भी अगले वर्ष आधा दर्जन से ज्यादा जीएसएस स्वीकृत होने जा रहे हैं। यह बात विधायक रतन देवासी ने कागमाला, चितरोड़ी में नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण समारोह में कही।
कागमाला में सामुदायिक सभाभवन के लोकार्पण के अवसर पर उन्होंने कहा कि पानी व बिजली को लेकर कोई भेदभाव नही किया जाएगा। महिलाओं के आर्थिक व सामाजिक विकास को लेकर क्षेत्र में मुड्डा उद्योग को विकसित कर स्वयं सहायता समूह को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र में कंटिजेन्शी प्लॉन के तहत सर्वाधिक राशि स्वीकृत हुई है। इस मौके विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी तौलाराम राणा, सहायक अभियंता जेठाराम वर्मा, डॉ. आत्माराम चौहान, सरपंच रायमल देवासी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य भूताराम भील सहित कई लोगों ने भाग लिया।
विधानसभा क्षेत्र में विद्युत व पेयजल की समस्या के समाधान को लेकर सरकार अतिशीघ्र कई योजनाए शुरू कर रही है। जिले में सर्वाधिक नलकूप रानीवाड़ा क्षेत्र में स्वीकृत हुए है। विद्युत क्षेत्र में भी अगले वर्ष आधा दर्जन से ज्यादा जीएसएस स्वीकृत होने जा रहे हैं। यह बात विधायक रतन देवासी ने कागमाला, चितरोड़ी में नवनिर्मित भवनों के लोकार्पण समारोह में कही।
कागमाला में सामुदायिक सभाभवन के लोकार्पण के अवसर पर उन्होंने कहा कि पानी व बिजली को लेकर कोई भेदभाव नही किया जाएगा। महिलाओं के आर्थिक व सामाजिक विकास को लेकर क्षेत्र में मुड्डा उद्योग को विकसित कर स्वयं सहायता समूह को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रानीवाड़ा क्षेत्र में कंटिजेन्शी प्लॉन के तहत सर्वाधिक राशि स्वीकृत हुई है। इस मौके विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी तौलाराम राणा, सहायक अभियंता जेठाराम वर्मा, डॉ. आत्माराम चौहान, सरपंच रायमल देवासी, पूर्व पंचायत समिति सदस्य भूताराम भील सहित कई लोगों ने भाग लिया।
Sunday, 20 December 2009
मौसमी बीमारियों को लेकर संगोष्ठी
रानीवाड़ा. कस्तुरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शनिवार को मौसमी बीमारियों को लेकर सीएचसी के इंचार्ज डॉ. हरीश जीनगर की देखरेख में व शिव सांई सेवा समिति के तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें स्वाइन फ्लू के लक्षणों के बारे में विद्यार्थिओं को विस्तृत में जानकारी दी। आयुर्वेद विभाग के डॉ. लोकेश तिवारी ने जड़ी-बूटियों से बनाया गया काढ़ा विद्यार्थिओं का पिलाया गया। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष मुकेश खंडेलवाल, मेलनर्स सुरेंद्र जोशी व सतीश शर्मा ने भी उपयोगी जानकारी प्रदान की।
ताईवानी पपीते का स्वाद सुणतर में
रानीवाड़ा
सुणतर क्षेत्र की अनुकूल जलवायु के चलते ताईवान देश के पपीतों की यहां के खेतों में अच्छी पैदावार हो रही हंै। कृषि विभाग व जागरूक किसानों ने मिलकर यह अजूबा यहां कई गांवों में कर दिखाया है। पपीते की परंपरागत खेती के बनिस्पत ताईवानी खेती किसानों के लिए लाभप्रद देखी जा रही है। धानोल निवासी रमेशकुमार चौधरी ने तीन वर्ष पहले परंपरागत खेती में हटकर नई तकनीक के कई प्रयोगों की शुरूआत की थी। अभी निकटवर्ती भाटवास में चौधरी ने सैकड़ों बीघा जमीन में यह प्रयोग कृषि विभाग के सहयोग से किया है। जो शतï-प्रतिशत सफल रहा है।
किसानों के लिए वरदान : सहायक कृषि अधिकारी कन्हैयालाल विश्नोई ने बताया कि यह किस्म रानीवाड़ा क्षेत्र किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। एक हैक्टेयर में किसान इस फसल से चार लाख रुपए की नकद कमाई कर रहे हंै। क्षेत्र के किसान जुलाई माह में गुजरात की नर्सरियों से दस रुपए प्रति पौधे के हिसाब से खरीद कर खेतों में बुवाई करते हैं, जबकि देशी पपीते को किसान खुद ही बीज द्वारा तैयार करते हैं। इस फसल को ड्रीप ईरिगेशन सिस्टम द्वारा सिंचित किया जाता है। जिससे पानी की अच्छी बचत हो रही है।
देसी व ताईवानी किस्म की तुलना
दे शी पपीते का स्वाद फीका या कम मीठा होता है, वहीं ताईवानी पपीता स्वादिष्ट व काफी मीठा होता है। जहां देशी पपीते के दो या तीन दिन में खराब होने की संभावना रहती है, वहीं विलायती किस्म आठ से दस दिन तक खराब नहीं होती है। इस खासियत के चलते किसान पपीते को दिल्ली, मुंबई सहित देश के अन्य भागों में भी भेज रहे हैं। देशी पपीते के पेड़ पर ४०-५० किलो फल लगते हैं वहीं ताईवानी पेड़ पर ७०-८० किलो फल प्राप्त होते हंै।
सुणतर क्षेत्र की अनुकूल जलवायु के चलते ताईवान देश के पपीतों की यहां के खेतों में अच्छी पैदावार हो रही हंै। कृषि विभाग व जागरूक किसानों ने मिलकर यह अजूबा यहां कई गांवों में कर दिखाया है। पपीते की परंपरागत खेती के बनिस्पत ताईवानी खेती किसानों के लिए लाभप्रद देखी जा रही है। धानोल निवासी रमेशकुमार चौधरी ने तीन वर्ष पहले परंपरागत खेती में हटकर नई तकनीक के कई प्रयोगों की शुरूआत की थी। अभी निकटवर्ती भाटवास में चौधरी ने सैकड़ों बीघा जमीन में यह प्रयोग कृषि विभाग के सहयोग से किया है। जो शतï-प्रतिशत सफल रहा है।
किसानों के लिए वरदान : सहायक कृषि अधिकारी कन्हैयालाल विश्नोई ने बताया कि यह किस्म रानीवाड़ा क्षेत्र किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। एक हैक्टेयर में किसान इस फसल से चार लाख रुपए की नकद कमाई कर रहे हंै। क्षेत्र के किसान जुलाई माह में गुजरात की नर्सरियों से दस रुपए प्रति पौधे के हिसाब से खरीद कर खेतों में बुवाई करते हैं, जबकि देशी पपीते को किसान खुद ही बीज द्वारा तैयार करते हैं। इस फसल को ड्रीप ईरिगेशन सिस्टम द्वारा सिंचित किया जाता है। जिससे पानी की अच्छी बचत हो रही है।
देसी व ताईवानी किस्म की तुलना
दे शी पपीते का स्वाद फीका या कम मीठा होता है, वहीं ताईवानी पपीता स्वादिष्ट व काफी मीठा होता है। जहां देशी पपीते के दो या तीन दिन में खराब होने की संभावना रहती है, वहीं विलायती किस्म आठ से दस दिन तक खराब नहीं होती है। इस खासियत के चलते किसान पपीते को दिल्ली, मुंबई सहित देश के अन्य भागों में भी भेज रहे हैं। देशी पपीते के पेड़ पर ४०-५० किलो फल लगते हैं वहीं ताईवानी पेड़ पर ७०-८० किलो फल प्राप्त होते हंै।
Friday, 18 December 2009
नलकूप व पाइपलाइन का लोकार्पण किया
रानीवाड़ा
कस्बे के समीप करड़ा गोलिया में नवीन नलकुप का लोकार्पण गुरुवार को विधायक रतन देवासी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। समारोह के विशिष्ठ अतिथि उपखण्ड अधिकारी केैलाश चन्द्र शर्मा थे। इस अवसर पर विधायक देवासी ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की पानी के लिए किसी को प्यासा नहीं रहना पड़े इसके लिए सरकार सबसे पहले पानी के कार्यों को प्राथमिकता को लेकर जगह-जगह नलकूप खुदवाकर पानी की समस्या से निजात दिलवाने का प्रयास कर रही है। विधालयों में अध्यापकों की कमी पर उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास यही है कि हर स्कूल में आवश्यकतानुसाार शिक्षक हों। इस अवसर पर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सुभाष यादव, विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, सहायक अभियंता जेठााराम वर्मा कनिष्टï अभियंता टीपी सिंह ,सुखराम, माधाराम देवासी, बिजलाराम देवासी, गणेश एडवोकट, विरमाराम ,मसराराम राणा, लालाराम सियाक सेडीया, फरसाराम, हीराराम देवासी कोड़का ,रतनाराम, मालाराम समेत काफी सख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
ग्रामीणों ने सांैपा ज्ञापन
नलकूप लोकापर्ण कार्यक्रम के बाद ग्रामीणों ने विधायक देवासी को अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिस पर विधायक ने लोगों से बात कर समाधान का भरोसा दिया।
बांटे इंदिरा आवास के चैक
इस मौके उन्होंने पंचायत दांतवाड़ा की ओर से स्वीकृत १५ इंदिरा आवास योजना के चैक महिलाओं को बांटे। इस अवसर पर विधायक ने इन महिलाओं को आवास बनाने की बात कही। वही विधायक देवासी ने नरेगा योजनांतर्गत पिछले वित्तिय वर्ष में १०० दिन पूर्ण करने वाली एकल महिलाओं को अमृतादेवी विश्नोई पुरस्कार योजना के तहत घागरा ओढऩी प्रदान की। दांतवाड़ा पहुंचने पर महिलाओं व बालिकाओं ने समैया कर स्वागत किया।
सामुदायिक सभा भवन का उद्घाटन
इसी प्रकार विधायक रतन देवासी ने दांतवाड़ा ग्राम पंचायत में नवनिर्मित सामुदायिक सभा भवन का लोकापर्ण कर जनता को समर्पित किया। इस अवसर पर विधायक देवासी ने कहा कि मेरा प्रयास गांवों के विकास का रहेगा तथा शिक्षा, पानी, बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देकर हरसभंव उन्हे समान्तर बनाए रखने का प्रयास जारी रहेगा। वहीं उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर एक ट्यूबवैल खुदवाने का भरोसा दिलवाया। इस अवसर पर विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, एसडीएम कैलाशचन्द्र शर्मा, सरपंच बाबुराम राणा, मदन देवासी, लाखाराम, उदाराम, मंगलाराम राणा, ओखाराम, निम्बाराम, सोवलाराम समेत सैकडों लोग उपस्थित थे।
कस्बे के समीप करड़ा गोलिया में नवीन नलकुप का लोकार्पण गुरुवार को विधायक रतन देवासी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। समारोह के विशिष्ठ अतिथि उपखण्ड अधिकारी केैलाश चन्द्र शर्मा थे। इस अवसर पर विधायक देवासी ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की पानी के लिए किसी को प्यासा नहीं रहना पड़े इसके लिए सरकार सबसे पहले पानी के कार्यों को प्राथमिकता को लेकर जगह-जगह नलकूप खुदवाकर पानी की समस्या से निजात दिलवाने का प्रयास कर रही है। विधालयों में अध्यापकों की कमी पर उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास यही है कि हर स्कूल में आवश्यकतानुसाार शिक्षक हों। इस अवसर पर जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सुभाष यादव, विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, सहायक अभियंता जेठााराम वर्मा कनिष्टï अभियंता टीपी सिंह ,सुखराम, माधाराम देवासी, बिजलाराम देवासी, गणेश एडवोकट, विरमाराम ,मसराराम राणा, लालाराम सियाक सेडीया, फरसाराम, हीराराम देवासी कोड़का ,रतनाराम, मालाराम समेत काफी सख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
ग्रामीणों ने सांैपा ज्ञापन
नलकूप लोकापर्ण कार्यक्रम के बाद ग्रामीणों ने विधायक देवासी को अपनी समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिस पर विधायक ने लोगों से बात कर समाधान का भरोसा दिया।
बांटे इंदिरा आवास के चैक
इस मौके उन्होंने पंचायत दांतवाड़ा की ओर से स्वीकृत १५ इंदिरा आवास योजना के चैक महिलाओं को बांटे। इस अवसर पर विधायक ने इन महिलाओं को आवास बनाने की बात कही। वही विधायक देवासी ने नरेगा योजनांतर्गत पिछले वित्तिय वर्ष में १०० दिन पूर्ण करने वाली एकल महिलाओं को अमृतादेवी विश्नोई पुरस्कार योजना के तहत घागरा ओढऩी प्रदान की। दांतवाड़ा पहुंचने पर महिलाओं व बालिकाओं ने समैया कर स्वागत किया।
सामुदायिक सभा भवन का उद्घाटन
इसी प्रकार विधायक रतन देवासी ने दांतवाड़ा ग्राम पंचायत में नवनिर्मित सामुदायिक सभा भवन का लोकापर्ण कर जनता को समर्पित किया। इस अवसर पर विधायक देवासी ने कहा कि मेरा प्रयास गांवों के विकास का रहेगा तथा शिक्षा, पानी, बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकताओं पर विशेष ध्यान देकर हरसभंव उन्हे समान्तर बनाए रखने का प्रयास जारी रहेगा। वहीं उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर एक ट्यूबवैल खुदवाने का भरोसा दिलवाया। इस अवसर पर विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, एसडीएम कैलाशचन्द्र शर्मा, सरपंच बाबुराम राणा, मदन देवासी, लाखाराम, उदाराम, मंगलाराम राणा, ओखाराम, निम्बाराम, सोवलाराम समेत सैकडों लोग उपस्थित थे।
Thursday, 17 December 2009
घाघरा-ओढऩी वितरण आज
रानीवाड़ा पंचायत समिति के सभा भवन में गुरूवार को नरेगा योजना के तहत १०० दिन पूरा करने वाले रानीवाड़ा कल्लां ग्राम पंचायत के महिला श्रमिकों को घाघरी-ओढऩी का वितरण किया जाएगा। विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि ग्रामसेवकों की पाक्षिक बैठक में विधायक रतन देवासी के हाथों अमृतादेवी योजना के तहत १०० दिन पूरा करने वाली एकल महिलाओं को घाघरा-ओढऩी प्रदान की जाएगी।
देवासी करेंगे उद्घाटन
रानीवाड़ा विधायक रतनदेवासी गुरूवार को कई जगह नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन कर लोकार्पित करेंगे। विकास अधिकारी ने बताया कि सवेरे ११ बजे दांतवाड़ा में सार्वजनिक सभाभवन का उद्घाटन करके ग्राम पंचायत भवन में अमृतादेवी योजना के तहत १०० दिन पूरा करने वाली महिला श्रमिकों को घाघरा-ओरणी का ड्रेस प्रदान करेगी। बाद में दोपहर ३ बजे जाखड़ी में नवनिर्मित आंगनवाड़ी भवन व पीएचसी में नवनिर्मित विश्राम गृह का लोकार्पण कर घाघरा- ओढऩी का वितरण करेंगे। शाम ४ बजे जोडवास में आंगनवाड़ी भवन व हाट बाजार का उद्घाटन करके आम सभा को संबोधित करेंगे। जोडवास में भी घाघरा-ओढऩी वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे।
Wednesday, 16 December 2009
किसान संघ की बैठक संपन्न
रानीवाड़ा
भारतीय किसान संघ उपशाखा रानीवाड़ा की बैठक कस्बे के आपेश्वर महादेव मंदिर में विभाग महामंत्री सोमाराम चौधरी की देख-रेख में हुई। बैठक में कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से पुनगर्ठन कर चेणीदान चारण को उपशाखा के अध्यक्ष पद पर चुना गया। महामंत्री के रूप में मालमसिंह पूरण को बनाया गया। नवनियुक्त अध्यक्ष को शीघ्र ही कार्यकारिणी के गठन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अकाल के दौरान किसानों को फसली बीमा दिलाने के लिए चर्चा की गई तथा इस कार्य को लेकर आंदोलन शुरू करने की रूप रेखा बनाई गई। किसानों ने विद्युत कृषि कनेक्शन से मीटर प्रणाली के तहत फ्लेट रेट से तीन गुना ज्यादा बिल आने पर चिंता व्यक्त कर मीटर प्रणाली का विरोध करने का निर्णय लिया गया
भारतीय किसान संघ उपशाखा रानीवाड़ा की बैठक कस्बे के आपेश्वर महादेव मंदिर में विभाग महामंत्री सोमाराम चौधरी की देख-रेख में हुई। बैठक में कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से पुनगर्ठन कर चेणीदान चारण को उपशाखा के अध्यक्ष पद पर चुना गया। महामंत्री के रूप में मालमसिंह पूरण को बनाया गया। नवनियुक्त अध्यक्ष को शीघ्र ही कार्यकारिणी के गठन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अकाल के दौरान किसानों को फसली बीमा दिलाने के लिए चर्चा की गई तथा इस कार्य को लेकर आंदोलन शुरू करने की रूप रेखा बनाई गई। किसानों ने विद्युत कृषि कनेक्शन से मीटर प्रणाली के तहत फ्लेट रेट से तीन गुना ज्यादा बिल आने पर चिंता व्यक्त कर मीटर प्रणाली का विरोध करने का निर्णय लिया गया
Tuesday, 15 December 2009
महिलाओं को सशक्त बनाने का कदम : चौधरी
रानीवाड़ा
पंचायत समिति मुख्यालय पर साक्षरता विभाग द्वारा व्यावसायिक शिविरों में तैयार सामग्री की प्रदर्शनी व स्टॉल का शुभारंभ रविवार शाम को मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने फीता काटकर किया। चौधरी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा प्रसन्नता जाहिर की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविरों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है। समारोह के अध्यक्ष विधायक रतन देवासी ने कहा कि क्षेत्र में महिलाएं आखरज्ञान लेने के साथ साथ स्वयं सहायता समूहों से जुड़ें तथा स्वयं छोटी छोटी बचत कर योजना का लाभ उठावें। विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने कहा कि अब महिलाओं को साक्षर होकर पंचायती राज को मजबूत बनाने के लिए आगे आना होगा। भीनमाल के पूर्व विधायक डॉ. समरजीतसिंह ने महिलाओं के लिए इस प्रकार के आयोजनों को सार्थक प्रयास बताया। जिला कलेक्टर के.के. गुप्ता ने प्रदर्शनी व स्टॉल की जानकारी ली। साक्षरता खंड समन्वयक ताराचंद भारद्वाज एवं साक्षरता सहायक चमनाराम देवासी ने साक्षारता विभाग के कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर सांचौर पूर्वप्रधान सुखराम विश्नोई, भीनमाल नगर पालिकाध्यक्ष हीरालाल बोहरा, उप कलेक्टर कैलाशचंद्र शर्मा, विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, सांचौर पंचायत समिति प्रशासक सतीश प्रकाश कट्टा, जिला परिषद सदस्य रवाराम देवासी, पंचायत समिति सदस्य जीवाराम, आसुराम, पूनमाराम, पीराराम, परसराम ढाका, गणेश एडवोकेट, ईश्वर मेहता, पारसमल जीनगर, उपप्रधान प्रेमाराम चौधरी, अंबालाल चितारा, सरपंच तगाराम, कृष्ण कुमार रोड़ा, डॉ. आलाराम चौहान, सहायक अभियंता अमृतलाल वर्मा, जलदाय आरएम यादव, जेठाराम वर्मा, रमेश शर्मा, वरधाराम परमार, नारणाराम, ग्राम सेवक भाणाराम बोहरा, प्रेरक पुरूषोत्तम, नव साक्षरता मंजु, गीता व अल्का समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
पंचायत समिति मुख्यालय पर साक्षरता विभाग द्वारा व्यावसायिक शिविरों में तैयार सामग्री की प्रदर्शनी व स्टॉल का शुभारंभ रविवार शाम को मुख्य अतिथि राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने फीता काटकर किया। चौधरी ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा प्रसन्नता जाहिर की। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविरों के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है। समारोह के अध्यक्ष विधायक रतन देवासी ने कहा कि क्षेत्र में महिलाएं आखरज्ञान लेने के साथ साथ स्वयं सहायता समूहों से जुड़ें तथा स्वयं छोटी छोटी बचत कर योजना का लाभ उठावें। विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख मंजू मेघवाल ने कहा कि अब महिलाओं को साक्षर होकर पंचायती राज को मजबूत बनाने के लिए आगे आना होगा। भीनमाल के पूर्व विधायक डॉ. समरजीतसिंह ने महिलाओं के लिए इस प्रकार के आयोजनों को सार्थक प्रयास बताया। जिला कलेक्टर के.के. गुप्ता ने प्रदर्शनी व स्टॉल की जानकारी ली। साक्षरता खंड समन्वयक ताराचंद भारद्वाज एवं साक्षरता सहायक चमनाराम देवासी ने साक्षारता विभाग के कार्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर सांचौर पूर्वप्रधान सुखराम विश्नोई, भीनमाल नगर पालिकाध्यक्ष हीरालाल बोहरा, उप कलेक्टर कैलाशचंद्र शर्मा, विकास अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, सांचौर पंचायत समिति प्रशासक सतीश प्रकाश कट्टा, जिला परिषद सदस्य रवाराम देवासी, पंचायत समिति सदस्य जीवाराम, आसुराम, पूनमाराम, पीराराम, परसराम ढाका, गणेश एडवोकेट, ईश्वर मेहता, पारसमल जीनगर, उपप्रधान प्रेमाराम चौधरी, अंबालाल चितारा, सरपंच तगाराम, कृष्ण कुमार रोड़ा, डॉ. आलाराम चौहान, सहायक अभियंता अमृतलाल वर्मा, जलदाय आरएम यादव, जेठाराम वर्मा, रमेश शर्मा, वरधाराम परमार, नारणाराम, ग्राम सेवक भाणाराम बोहरा, प्रेरक पुरूषोत्तम, नव साक्षरता मंजु, गीता व अल्का समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
Thursday, 10 December 2009
बडग़ांव चोरी का मामला खुला
रानीवाड़ा
पुलिस ने बडग़ांव कस्बे में सात दिन पूर्व हुई चोरी का राजफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से चुराया हुआ सामान भी बरामद कर लिया "या है। थानाधिकारी मदनलाल रॉयल ने बताया कि सात दिवस पूर्व बडग़ांव में रमेश माली की मशीनरी पार्ट की दुकान से चोरों ने मोटरंे, वायर व ऑयल सहित एक लाख रुपए का सामान चुरा लिया था। मामले की जांच के दौरान छोगसिंह पुत्र प्रतापसिंह भोमिया राजपुत निवासी गारवाया ढाणी बडग़ांव को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसके खेत पर एएसआई अब्दूल वहाब के नेतृत्व में गठित टीम ने दबिश देकर चारे के ढेर में छूपाकर रखे ऑयल के जरीकन व जमीन में दबाई गई विद्युत मोटरंे बरामद कर ली। पुलिस के अनुसार पूछताछ में और भी वारदातों के खुलने की संभावना है। आरोपी के साथ अन्य लोग भी शामिल है। जिन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने बडग़ांव कस्बे में सात दिन पूर्व हुई चोरी का राजफाश कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी से चुराया हुआ सामान भी बरामद कर लिया "या है। थानाधिकारी मदनलाल रॉयल ने बताया कि सात दिवस पूर्व बडग़ांव में रमेश माली की मशीनरी पार्ट की दुकान से चोरों ने मोटरंे, वायर व ऑयल सहित एक लाख रुपए का सामान चुरा लिया था। मामले की जांच के दौरान छोगसिंह पुत्र प्रतापसिंह भोमिया राजपुत निवासी गारवाया ढाणी बडग़ांव को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उसके खेत पर एएसआई अब्दूल वहाब के नेतृत्व में गठित टीम ने दबिश देकर चारे के ढेर में छूपाकर रखे ऑयल के जरीकन व जमीन में दबाई गई विद्युत मोटरंे बरामद कर ली। पुलिस के अनुसार पूछताछ में और भी वारदातों के खुलने की संभावना है। आरोपी के साथ अन्य लोग भी शामिल है। जिन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Tuesday, 8 December 2009
बिजली-चारे की समस्या के समाधान की मांग
रानीवाड़ा
पंचायत समिति की साधारण बैठक में सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने बिजली और चारे के मुद्दे उठाकर समस्याओं के समाधान की मांग की। इसपर बैठक में मौजूद विधायक रतन देवासी ने अधिकारियों को सभी समस्याओं का समाधान करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शीघ्र ही विकास की विभिन्न योजनाएं भी शुरू कर लोगों को राहत पहुंचाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेंशन संबंधित समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के लिए समिति कार्यालय में अलग से कक्ष की व्यवस्था की गई है। जिसका संचालन ग्रामसेवक संघ की ओर से किया जाएगा।
महानरेगा योजना के वार्षिक प्लान २०१०-११ के अनुमोदन के लिए बुलाई गई इस बैठक में ब्लॉक लेवल के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में मौजूद चिकित्सा विभाग के डॉ. रघुनाथ विश्नोई ने स्वाइन फ्लू की जानकारी देकर बचाव के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के लिए सीएचसी में रोग से बचाव से संबंधित बारह सौ गोलियां उपलब्ध करवा दी गई है। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता मेघराज डाभी ने नरेगा कार्यों की सदन को जानकारी दी। करवाड़ा सरपंच आसूराम विश्नोई ने करवाड़ा बांध की ऊंचाई बढ़ाने, रोपसी के जनप्रतिनिधि खेदाराम ने रोपसी बांध के पत्थरों की चोरी करने, जिला परिषद सदस्य रवाराम देवासी ने सिंचाई संबंधित समस्याओं का तत्परता से निस्तारण करने की बात रखी। बीआरसीएफ तेजाराम विश्नोई ने सरकारी स्कूलों में शौचालय के लिए २०३ यूनिट की स्वीकृति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि करड़ा, मैत्रीवाड़ा व भाटीप की बालिका विद्यालयों में त्रै-मासिक सिलाई प्रशिक्षण शिविर शुरू किए गए हंै। इस दौरान करवाड़ा सरपंच ने शिकायत कर कहा कि पांच विधवा बालिकाओं की शादी के लिए प्रोत्साहन राशि के लिए 3 साल पूर्व आवेदन किए गए थे, लेकिन अभी यह राशि स्वीकृत नही हुई है। उप प्रधान प्रेमाराम चौधरी ने डिस्कॉम के एफआरसी ठेकेदार पर किसानों से पैसा ऐंठने का आरोप लगाया। जिला परिषद सदस्य रवाराम ने वाड़ोल गांव में घरेलू विद्युत कनेक्शन का कार्य एक वर्ष से लंबित होने की शिकायत की। जिस पर विधायक ने रानीवाड़ा कस्बे में क्षतिग्रस्त विद्युत खंभों को तुरंत बदलवाने के निर्देश दिए। प्रवर्तन अधिकारी पुष्पराज पालीवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने एपीएल परिवारों के लिए ११.६० रुपए प्रतिकिलो के भाव से गेहूं उपलब्ध करवा दिए हैं। जसमूल डेयरी के अधिकारी ने विधायक से पशुआहार पर अनुदान शुरू करवाने की बात कही। नायब तहसीलदार ने चारा डिपो के बारे में जानकारी दी। उपखंड अधिकारी कैलाशचंद्र शर्मा ने बताया कि चारा डिपो के लिए कोई भी स्वयंसेवी संस्था इच्छुक हो तो उसको प्राथमिकता से कार्य आंवटित किया जाएगा। बैठक में कई जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से रखा एवं उनके समाधान की मांग की। जिला उप प्रमुख हड़मतसिंह भोमिया, पूनमाराम मेघवाल, आसुराम मोखातरा, पीराराम देवासी, आसुराम देवासी, लखमाराम चौधरी, सोमाराम चौधरी, केराराम दहीपुर, कृपालसिंह देवड़ा, अमरसिंह देवल, किशनाराम चौधरी, घुनाराम भील सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
एक्स-रे मशीन शुरू करवाने के निर्देश
बैठक के दौरान विधायक ने चिकित्सा अधिकारी को रानीवाड़ा कस्बे की सीएचसी में एक्स-रे मशीन शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कई सड़कों के कार्य, सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की नियुक्ति, मिडल स्कूलों में प्रधानाध्यापकों की शत्-प्रतिशत नियुक्ति, जालेरा, मेड़ा, दुधवट, गोलवाड़ा व करड़ा की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान करवाने समेत कस्बे के खेल मैदान को विकसित करने के लिए २७ लाख रुपए की स्वीकृति जारी करवाई गई है।
पंचायत समिति की साधारण बैठक में सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने बिजली और चारे के मुद्दे उठाकर समस्याओं के समाधान की मांग की। इसपर बैठक में मौजूद विधायक रतन देवासी ने अधिकारियों को सभी समस्याओं का समाधान करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शीघ्र ही विकास की विभिन्न योजनाएं भी शुरू कर लोगों को राहत पहुंचाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेंशन संबंधित समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के लिए समिति कार्यालय में अलग से कक्ष की व्यवस्था की गई है। जिसका संचालन ग्रामसेवक संघ की ओर से किया जाएगा।
महानरेगा योजना के वार्षिक प्लान २०१०-११ के अनुमोदन के लिए बुलाई गई इस बैठक में ब्लॉक लेवल के अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में मौजूद चिकित्सा विभाग के डॉ. रघुनाथ विश्नोई ने स्वाइन फ्लू की जानकारी देकर बचाव के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू के लिए सीएचसी में रोग से बचाव से संबंधित बारह सौ गोलियां उपलब्ध करवा दी गई है। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता मेघराज डाभी ने नरेगा कार्यों की सदन को जानकारी दी। करवाड़ा सरपंच आसूराम विश्नोई ने करवाड़ा बांध की ऊंचाई बढ़ाने, रोपसी के जनप्रतिनिधि खेदाराम ने रोपसी बांध के पत्थरों की चोरी करने, जिला परिषद सदस्य रवाराम देवासी ने सिंचाई संबंधित समस्याओं का तत्परता से निस्तारण करने की बात रखी। बीआरसीएफ तेजाराम विश्नोई ने सरकारी स्कूलों में शौचालय के लिए २०३ यूनिट की स्वीकृति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि करड़ा, मैत्रीवाड़ा व भाटीप की बालिका विद्यालयों में त्रै-मासिक सिलाई प्रशिक्षण शिविर शुरू किए गए हंै। इस दौरान करवाड़ा सरपंच ने शिकायत कर कहा कि पांच विधवा बालिकाओं की शादी के लिए प्रोत्साहन राशि के लिए 3 साल पूर्व आवेदन किए गए थे, लेकिन अभी यह राशि स्वीकृत नही हुई है। उप प्रधान प्रेमाराम चौधरी ने डिस्कॉम के एफआरसी ठेकेदार पर किसानों से पैसा ऐंठने का आरोप लगाया। जिला परिषद सदस्य रवाराम ने वाड़ोल गांव में घरेलू विद्युत कनेक्शन का कार्य एक वर्ष से लंबित होने की शिकायत की। जिस पर विधायक ने रानीवाड़ा कस्बे में क्षतिग्रस्त विद्युत खंभों को तुरंत बदलवाने के निर्देश दिए। प्रवर्तन अधिकारी पुष्पराज पालीवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने एपीएल परिवारों के लिए ११.६० रुपए प्रतिकिलो के भाव से गेहूं उपलब्ध करवा दिए हैं। जसमूल डेयरी के अधिकारी ने विधायक से पशुआहार पर अनुदान शुरू करवाने की बात कही। नायब तहसीलदार ने चारा डिपो के बारे में जानकारी दी। उपखंड अधिकारी कैलाशचंद्र शर्मा ने बताया कि चारा डिपो के लिए कोई भी स्वयंसेवी संस्था इच्छुक हो तो उसको प्राथमिकता से कार्य आंवटित किया जाएगा। बैठक में कई जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से रखा एवं उनके समाधान की मांग की। जिला उप प्रमुख हड़मतसिंह भोमिया, पूनमाराम मेघवाल, आसुराम मोखातरा, पीराराम देवासी, आसुराम देवासी, लखमाराम चौधरी, सोमाराम चौधरी, केराराम दहीपुर, कृपालसिंह देवड़ा, अमरसिंह देवल, किशनाराम चौधरी, घुनाराम भील सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
एक्स-रे मशीन शुरू करवाने के निर्देश
बैठक के दौरान विधायक ने चिकित्सा अधिकारी को रानीवाड़ा कस्बे की सीएचसी में एक्स-रे मशीन शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कई सड़कों के कार्य, सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की नियुक्ति, मिडल स्कूलों में प्रधानाध्यापकों की शत्-प्रतिशत नियुक्ति, जालेरा, मेड़ा, दुधवट, गोलवाड़ा व करड़ा की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान करवाने समेत कस्बे के खेल मैदान को विकसित करने के लिए २७ लाख रुपए की स्वीकृति जारी करवाई गई है।
Friday, 4 December 2009
स्कूल के नाम का फैसला १२ साल बाद सुलझा
रानीवाड़ा
निकटवर्ती धामसीन गांव में सरकारी स्कूल के नाम को लेकर १२ वर्ष से चल रहे विवाद का गुरुवार को समापन हो गया। इस स्कूल के नाम पर एक पक्ष को आपत्ति थी। जिसके बाद कई सालों से यह मामला न्यायालय में चल रहा था। लोक अदालत में न्यायाधीश की पहल पर यह मामला सुलझा लिया गया। जिसके बाद अब इस विद्यालय का नाम राजकीय माध्यमिक विद्यालय धामसीन होगा।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार धामसीन के समाजसेवी रणजीतसिंह देवड़ा ने प्रारम्भिक शिक्षा विभाग से अनुमति लेकर विद्यालय का नाम सरदारसिंह समरथसिंह चेरीटेबल ट्रस्ट राजकीय माध्यमिक विद्यालय करने की शर्त पर वर्ष-१९९८ में इसका पुनरोद्धार करवाया था। इस कार्य पर दानदाता परिवार ने इस विद्यालय पर ३१ हजार खर्च किए एवं विद्यालय का नाम बदलकर सरदारसिंह समरथसिंह चेरीटेबल ट्रस्ट राजकीय माध्यमिक विद्यालय अंकित कर दिया। बाद में धामसीन निवासी जयसिंह हुकमसिंह, शैतानसिंह जीवसिंह, बाबू भावाजी व लखमा धुड़ाजी सहित कई जनों ने इसके विरूद्ध पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसके बाद यह मामला मुंसिफ कोर्ट रानीवाड़ा में चला गया। उस समय गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया था। प्रतिक्रिया स्वरूप कई हमले व मारपीट के मामले भी दर्ज हुए। इस बीच दानदाता परिवार की ओर से भी मुंसिफ कोर्ट रानीवाड़ा में मामला दर्ज करवाया गया। जहां इस परिवार के पक्ष में निर्णय हुआ। इस निर्णय के विरूद्ध २००१ में भीनमाल के एसीजेएम कोर्ट में अपील की गई। कुछ दिन पूर्व भीनमाल के एसीजेएम केसी. मीणा ने पहल कर इस मामले में धामसीन गांव में ग्रामीणों को इक_ा कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया। जिसके बाद दोनों पक्षों में सशर्त राजीनामा कराया गया। जिसके तहत दानदाता रणजीतसिंह देवड़ा ने ट्रस्ट का नाम हटाने पर सहमति दे दी। इसके बाद विद्यालय का नाम राजकीय माध्यमिक विद्यालय धामसीन मान लिया गया। वहीं वादीपक्ष जयसिंह देवड़ा वगैराह ने उस वक्त विद्यालय पर खर्च राशि ३१ हजार दानदाता परिवार को लौटाने की सहमति दी। हालांकि रणजीतसिंह ने इस राशि को स्वीकार कर उसमें ११ सौ रुपए जोड़कर कुल ३२ हजार एक सौ रुपए विद्यालय की एसडीएमसी में जमा करवा दिए।
निकटवर्ती धामसीन गांव में सरकारी स्कूल के नाम को लेकर १२ वर्ष से चल रहे विवाद का गुरुवार को समापन हो गया। इस स्कूल के नाम पर एक पक्ष को आपत्ति थी। जिसके बाद कई सालों से यह मामला न्यायालय में चल रहा था। लोक अदालत में न्यायाधीश की पहल पर यह मामला सुलझा लिया गया। जिसके बाद अब इस विद्यालय का नाम राजकीय माध्यमिक विद्यालय धामसीन होगा।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार धामसीन के समाजसेवी रणजीतसिंह देवड़ा ने प्रारम्भिक शिक्षा विभाग से अनुमति लेकर विद्यालय का नाम सरदारसिंह समरथसिंह चेरीटेबल ट्रस्ट राजकीय माध्यमिक विद्यालय करने की शर्त पर वर्ष-१९९८ में इसका पुनरोद्धार करवाया था। इस कार्य पर दानदाता परिवार ने इस विद्यालय पर ३१ हजार खर्च किए एवं विद्यालय का नाम बदलकर सरदारसिंह समरथसिंह चेरीटेबल ट्रस्ट राजकीय माध्यमिक विद्यालय अंकित कर दिया। बाद में धामसीन निवासी जयसिंह हुकमसिंह, शैतानसिंह जीवसिंह, बाबू भावाजी व लखमा धुड़ाजी सहित कई जनों ने इसके विरूद्ध पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया। जिसके बाद यह मामला मुंसिफ कोर्ट रानीवाड़ा में चला गया। उस समय गांव में तनाव का माहौल पैदा हो गया था। प्रतिक्रिया स्वरूप कई हमले व मारपीट के मामले भी दर्ज हुए। इस बीच दानदाता परिवार की ओर से भी मुंसिफ कोर्ट रानीवाड़ा में मामला दर्ज करवाया गया। जहां इस परिवार के पक्ष में निर्णय हुआ। इस निर्णय के विरूद्ध २००१ में भीनमाल के एसीजेएम कोर्ट में अपील की गई। कुछ दिन पूर्व भीनमाल के एसीजेएम केसी. मीणा ने पहल कर इस मामले में धामसीन गांव में ग्रामीणों को इक_ा कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया। जिसके बाद दोनों पक्षों में सशर्त राजीनामा कराया गया। जिसके तहत दानदाता रणजीतसिंह देवड़ा ने ट्रस्ट का नाम हटाने पर सहमति दे दी। इसके बाद विद्यालय का नाम राजकीय माध्यमिक विद्यालय धामसीन मान लिया गया। वहीं वादीपक्ष जयसिंह देवड़ा वगैराह ने उस वक्त विद्यालय पर खर्च राशि ३१ हजार दानदाता परिवार को लौटाने की सहमति दी। हालांकि रणजीतसिंह ने इस राशि को स्वीकार कर उसमें ११ सौ रुपए जोड़कर कुल ३२ हजार एक सौ रुपए विद्यालय की एसडीएमसी में जमा करवा दिए।
Thursday, 3 December 2009
चोरी के आरोप में दो युवक गिरफ्तार
रानीवाड़ा
पुलिस ने चलती ट्रक में से अरंडी की बोरियां चुराने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों से चोरी की और भी वारदातें खुलने की संभावना है। पुलिस के अनुसार सड़ा निवासी पूसाराम दलसिंह राजपुरोहित ने रिपोर्ट देकर बताया कि मंगलवार रात को सांचौर बाइपास पर अज्ञात चोरों ने चलती ट्रक में से अरंडी की ८ बोरियां चुरा ली थी। इस मामले में जांच के दौरान सिकंदर पुत्र रिड़मल नट व श्रवण पुत्र पदमाराम वागरी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने चोरी करना स्वीकार कर लिया। उनकी निशानदेही पर माल भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया।
पुलिस ने चलती ट्रक में से अरंडी की बोरियां चुराने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों से चोरी की और भी वारदातें खुलने की संभावना है। पुलिस के अनुसार सड़ा निवासी पूसाराम दलसिंह राजपुरोहित ने रिपोर्ट देकर बताया कि मंगलवार रात को सांचौर बाइपास पर अज्ञात चोरों ने चलती ट्रक में से अरंडी की ८ बोरियां चुरा ली थी। इस मामले में जांच के दौरान सिकंदर पुत्र रिड़मल नट व श्रवण पुत्र पदमाराम वागरी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान दोनों ने चोरी करना स्वीकार कर लिया। उनकी निशानदेही पर माल भी बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया गया।
युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान जोरों पर
रानीवाड़ा
युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान जोरों पर है। अभियान के तहत गंगाराम खीचड़ के नेतृत्व में डीगांव, भाटीप, कोड़का, सामराणी, करड़ा, करवाड़ा, कोटड़ा, दांतवाड़ा, सांतरू, सेवाड़ा, सांकड़, गुंदाऊ, सेडिया, मीरपुरा, धानोल सहित कई गांवों में युवाओं से संपर्क किया गया। अभियान में विधानसभा के एईओ परसराम ढाका, मोबाइल टीम के प्रभारी व जिला युवा कांग्रेस महासचिव गंगाराम विश्नोई, एडवोकेट गणेशाराम देवासी, कृष्णकुमार पुरोहित, सर्जनसिंह राठौड सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
भीनमाल& रामदेव विकलंाग सेवा समिति द्वारा गुरुवार को नि:शक्तजन दिवस मनाया गया। समिति के अध्यक्ष घेवरचंद राजपुरोहित ने बताया कि इस दौरान कच्ची बस्ती में गरीब बच्चों को फल वितरित कर विकलांग व नि:शक्तजनों को उनके अधिकारों की जानकारी दी। इस दौरान राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न योजना के मार्फत मिलने वाली सुनिधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की बात कहीं। इस अवसर पर भंवरलाल टांणी, विनोदकुमार जैन, कलाराम माली, राजेश छिपा, तलकाराम मेघवाल मौजूद थे।
युवा कांग्रेस का सदस्यता अभियान जोरों पर है। अभियान के तहत गंगाराम खीचड़ के नेतृत्व में डीगांव, भाटीप, कोड़का, सामराणी, करड़ा, करवाड़ा, कोटड़ा, दांतवाड़ा, सांतरू, सेवाड़ा, सांकड़, गुंदाऊ, सेडिया, मीरपुरा, धानोल सहित कई गांवों में युवाओं से संपर्क किया गया। अभियान में विधानसभा के एईओ परसराम ढाका, मोबाइल टीम के प्रभारी व जिला युवा कांग्रेस महासचिव गंगाराम विश्नोई, एडवोकेट गणेशाराम देवासी, कृष्णकुमार पुरोहित, सर्जनसिंह राठौड सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
भीनमाल& रामदेव विकलंाग सेवा समिति द्वारा गुरुवार को नि:शक्तजन दिवस मनाया गया। समिति के अध्यक्ष घेवरचंद राजपुरोहित ने बताया कि इस दौरान कच्ची बस्ती में गरीब बच्चों को फल वितरित कर विकलांग व नि:शक्तजनों को उनके अधिकारों की जानकारी दी। इस दौरान राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न योजना के मार्फत मिलने वाली सुनिधाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की बात कहीं। इस अवसर पर भंवरलाल टांणी, विनोदकुमार जैन, कलाराम माली, राजेश छिपा, तलकाराम मेघवाल मौजूद थे।
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